पटना: विधानमंडल की कार्यवाही के दौरान सरकार के अधिकारी और पदाधिकारी के द्वारा लगातार गलत जानकारी देने का मामला सामने आ रहा है. इससे संबंधित विभाग के मंत्रियों की किरकिरी हो रही है. इसे लेकर विधान परिषद सदस्यों ने ऐसे सभी पदाधिकारियों पर सदन की अवमानना का मामला चलाने की मांग की है.
मंत्री के जबाव से संतुष्ट नहीं होने पर हंगामा
गौरतलब है कि बिहार विधान परिषद में कई मुद्दों पर संबंधित विभाग के मंत्री के जबाव से सदन के सदस्य संतुष्ट नहीं हुए. इस कारण से जमकर हंगामा हुआ. इसमें विशेष रूप से शिक्षा विभाग और नगर विकास विभाग का मामला था, जिसे लेकर सदस्यों ने सभापति से हस्तक्षेप करने की मांग की.
गलत जानकारी देने पर हो कार्रवाई
सदन के सदस्य केदारनाथ पांडे ने हनुमान नगर में वार्ड नंबर 45 में सफाई नहीं होने का मामला उठाया था. जिसके जवाब में नगर विकास मंत्री ने कहा कि वहां लगातार सफाई हो रही है. उनके इस जबाव पर केदारनाथ पांडे नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि मैं खुद बाहर रहता हूं, लेकिन वहां कोई कार्य नहीं हुआ है. इस तरह की गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों पर सदन की अवमानना का मामला चलना चाहिए. इस पर सभापति ने भी नगर विकास मंत्री से ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा.
सरकार को देना पड़ा कार्रवाई का आश्वासन
इंटर कॉलेजों की संबद्धता में देरी को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर सवाल उठाए गए थे, इस मामले में सदन के सदस्य जब मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो सरकार को मामले में कार्रवाई का आश्वासन देना पड़ा.
जिम्मेदार लोगों पर हो सख्त कार्रवाई- बीजेपी नेता
बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि जिस तरह से नगर निगम के अधिकारी और शिक्षा विभाग के अधिकारी सरकार को गुमराह कर रहे हैं. सदन के सवालों पर गलत जवाब देकर मंत्री की स्थिति खराब कर रहे हैं, इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
सीएम को देना चाहिए ध्यान- कांग्रेस नेता
नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने भी स्वीकार किया कि कुछ मामलों में अधिकारियों की लापरवाही और गलत बयानबाजी सामने आई है. उन पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि ऐसे मामले लगातार हो रहे हैं. विशेष रूप से शिक्षा विभाग और नगर विकास विभाग के अधिकारी अपने आप को मंत्री से भी ऊपर समझने लगे हैं. तो ऐसे अधिकारियों पर सीएम को कार्रवाई करनी चाहिए.