ETV Bharat / state

गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व की शुरुआत, जगह-जगह लंगर की सेवा

श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व के मौके पर पटना साहिब के कंगन घाट, तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब, बाललीला गुरुद्वारा और गुरु के बाग जैसी जगहों पर लंगर की सेवा दी जा रही है.

Patna
गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व पर दर्जनों जगह दी जा रही लंगर की सेवा
author img

By

Published : Dec 31, 2019, 10:13 AM IST

पटनाः श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व की शुरूआत हो गई है. इस मौके पर देश-विदेश से आए सिख श्रद्धालुओं ने गुरुघर में अपनी हाजिरी लगाई. इसके साथ ही दर्जनों जगहों पर लंगर की सेवा शुरू की गई है. जिसमें दूर-दूर से आए श्रद्धालु सेवा कर रहे हैं.

दी जा रही लंगर की सेवा
पटना साहिब के कंगन घाट, तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब, बाललीला गुरुद्वारा और गुरु के बाग जैसी जगहों पर लंगर की सेवा दी जा रही है. अमृतसर से आए श्रद्धालु ने बताया कि उन्हें यहां आकर काफी अच्छा महसूस हो रहा है. साथ ही गुरू के दरबार में सेवा करने का मौका भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि गुरुमहाराज सबपर अपना आशीष बनाए रखें.

गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व पर दर्जनों जगह दी जा रही लंगर की सेवा

दान और सहयोग की भावना
श्रद्धालुओं ने बताया कि गुरुमहाराज ने कहा था कि" मानस की जात सब एक वो पहचानवो" यानी हम सभी मानव एक है सबलोगों में सहयोग,सेवा, ईमानदारी की भावना हो और सब एक मंत्र में बंधकर मानव का सहयोग करे यही सच्ची मानवता है और जो भी आपके पास है उसमें थोड़ा दान और सहयोग की भावना रखे.

पटनाः श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व की शुरूआत हो गई है. इस मौके पर देश-विदेश से आए सिख श्रद्धालुओं ने गुरुघर में अपनी हाजिरी लगाई. इसके साथ ही दर्जनों जगहों पर लंगर की सेवा शुरू की गई है. जिसमें दूर-दूर से आए श्रद्धालु सेवा कर रहे हैं.

दी जा रही लंगर की सेवा
पटना साहिब के कंगन घाट, तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब, बाललीला गुरुद्वारा और गुरु के बाग जैसी जगहों पर लंगर की सेवा दी जा रही है. अमृतसर से आए श्रद्धालु ने बताया कि उन्हें यहां आकर काफी अच्छा महसूस हो रहा है. साथ ही गुरू के दरबार में सेवा करने का मौका भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि गुरुमहाराज सबपर अपना आशीष बनाए रखें.

गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व पर दर्जनों जगह दी जा रही लंगर की सेवा

दान और सहयोग की भावना
श्रद्धालुओं ने बताया कि गुरुमहाराज ने कहा था कि" मानस की जात सब एक वो पहचानवो" यानी हम सभी मानव एक है सबलोगों में सहयोग,सेवा, ईमानदारी की भावना हो और सब एक मंत्र में बंधकर मानव का सहयोग करे यही सच्ची मानवता है और जो भी आपके पास है उसमें थोड़ा दान और सहयोग की भावना रखे.

Intro:गुरुपर्व का सुनहरा मौके पर तख़्त श्री हमरन्दिर जी पटना साहिब प्रवन्धक कमिटी,काश्मीर सिंह भूरी बाले,महेंद्र सिंह यूके बाले,तथा बिहार सरकार के अथक प्रयास के बाद दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 353वे प्रकाशपर्व पर दर्जनों जगहों पर लंगर की सेवा चल रही है स्वादिष्ट और लजीज गुरु की महिमा का प्रसाद लंगर के रूप में खूब श्रद्धा से चल रहा है यह पटना साहिब के कंगन घाट, तख़्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब और बाललीला गुरुद्वारा गुरु के बाग जैसे जगहों पर लंगर सेवा चल रही है।


Body:स्टोरी:-गुरु की लंगर सेवा।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-31-12-019.
एंकर:-पटनासिटी,दसमेश पिता श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाशपर्व पर देश-विदेश से आये सिक्ख संगतों ने गुरुघर में अपनी हाजरी लगाने के बाद तहे दिल से गुरु के लंगर घर मे भी गुरु का गुणगान यानी सत्यनाम बाये गुरु की गूंज के साथ लंगर की सेवा दे रही है।मानो इस गुरुपर्व में गुरुमहाराज सबपर अपनी आशीष दे रखा है।न जाने किस मजहब,धर्म,जात-पात सब मतभेद भुलाकर एक हो गये है और सबके मन मे एक ही संकल्प है कि गुरुपर्व का ऐतिहासिक सफल हो और जो भी गुरुघर में आ रहे श्रद्धालुओ को किसी भी तरह की कोई परेसानी न हो।उधर सिक्ख संगत भी अपनी सेवा देकर सारे धर्मो के लोग लंगर प्रसाद की सेवा ले रहे है।यह मनोरम दृश्य गुरुपर्व में देखने को जरूर मिलता है।यह लंगर कंगन घाट में बनी टेन्टसिटी और बाल लीला गुरुद्वारा की है जँहा सभी सिक्ख संगत सारे बात भुलाकर गुरु की सेवा कर रहे है।देखिये गुरु के लंगर का एक रिपोर्ट।
बाईट(हरनाम सिंह और बलबिंद्र कौर-अमृतसर से आये सिक्ख श्रद्धालु)


Conclusion:गुरुपर्व के मौके पर सभी सिक्ख श्रद्धालू गुरुघर में हाजरी लगाकर गुरु की लंगर की सेवा दे रहे है।गुरुमहाराज ने कहा था कि" मानस की जात सब एक वो पहचानवो"यानी उनका कहना था कि हम सभी मानव एक है सबलोगों में सहयोग और सेवा,ईमानदारी की भावना हो और सब एक मंत्र में बंधकर मानव का सहयोग करे यही सच्ची मानवता है और जो भी आपके पास है उसमें थोड़ा दान और सहयोग की भावना रखे शायद यही भावना सभी सिक्ख संगतों में है चाहे वो किसी भी बिरादरी के हो गुरुघर में एक है और बिना कोई चाह के सबलोग गुरु की लंगर सेवा दे रहे है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.