पटना/रांचीः एक बार फिर लालू यादव चारा घोटाला मामले में दोषी करार (Lalu Yadav Convicted in Fodder Scam) दिए गए हैं. चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में सीबीआई की विशेष अदालत के इस फैसले ने लालू को झकझोर दिया है. दोषी करार दिए जाने के बाद उनकी बिगड़ती तबीयत को देखते हुए उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया है. आज की रात लालू यादव पेइंग वार्ड के कमरा नंबर 11 में रहेंगे.
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आपको बताएं कि इस वार्ड के पेइंग वार्ड के कमरा नंबर A11 से लालू यादव का गहरा नाता रहा है. उन्होंने तीन वर्षों तक इसी कमरे इलाज करवाया. दोषी करार दिए जाने के बाद लालू यादव को जेल भेजा गया. उसके बाद उनकी तबीयत को देखते हुए इसी कमरे में लाया गया. जानकारी दें कि उनके वहां जाने से पहले ही तैयारियां कर ली गई थीं. बेडशीट से लेकर सैनेटाइजेशन का पूरा ख्याल रखा गया था.
सूत्रों की मानें तो पेइंग वार्ड के कमरा नंबर A11 की सफाई करवायी गई थी. कमरे में फ्रिज, टीवी, एसी, गीजर समेत अन्य उपकरणों को टेस्ट कर कमरे को तैयार कर दिया गया था. जानकारी हो कि लालू यादव का इलाज मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी के डॉक्टर की टीम करेगी. साथ ही उनके डाइट को लेकर भी डाइटिशियन की सलाह ली जाएगी.
आपको बताएं कि मोरहाबादी स्टेट गेस्ट हाउस से सीबीआई कोर्ट पहुंचे लालू आज बेहद ही गंभीर दिखे. लालू के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही थी. न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में जब फैसला सुनाया जा रहा था, तब लालू प्रसाद चुपचाप बेंच पर बैठे हुए एकटक नीचे देख रहे थे. कोर्ट के समक्ष उनके द्वारा कोई अपील भी फैसला सुनाने वक्त नहीं की गई.
अपने अधिवक्ता प्रभात कुमार से शुरू में कुछ बात भी की, मगर जज साहब के इजलास पर बैठते ही कोर्ट रुम में पिनड्रॉप साइलेंस हो गया. सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद लालू प्रसाद करीब डेढ घंटे तक कोर्ट रूम में बैठे रहे. इस दौरान उनके वकील ने मेडिकल ग्राउंड के आधार पर रिम्स भेजने का आग्रह कोर्ट से किया, जिसकी सुनवाई दोपहर 2 बजे हुई. कोर्ट द्वारा जेल अधीक्षक को निर्देश दिये जाने के बाद होटवार जेल के लिए रवाना हुए लालू की गंभीर मुद्रा साफ बता रहा था कि 21 फरवरी को आनेवाले सजा के बिंदू पर फैसला के प्रति लालू कितने चिंतित है.
सीबीआई कोर्ट से लालू सीधे रांची होटवार जेल गए, जहां से मेडिकल जांच के बार उन्हें रिम्स भेज दिया गया. रिम्स के पेइंग वार्ड में उन्हें भर्ती कराया गया है. रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद के इलाज के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित कर दी गई है. डॉ विद्यापति के नेतृत्व में 7 डॉक्टरों की टीम बनाई गई है. इस टीम में डॉ सीबी शर्मा, डॉ डीके झा, डॉक्टर पीके भट्टाचार्य, एचओडी कार्डियोलॉजी डॉक्टर प्रकाश, एचओडी यूरोलॉजी डॉक्टर अरशद जमाल और एचओडी नेफ्रोलॉजी डॉक्टर प्रज्ञा घोष पंत शामिल हैं. डॉक्टरों की टीम समय-समय पर लालू यादव के स्वास्थ्य को लेकर मेडिकल बुलेटिन भी जारी करेगी.
पांचवां केस: डोरंडा कोषागार, 139.35 करोड़ का घोटाला: मंगलवार को जिस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू यादव को दोषी ठहराया है, वह पांचवां मामला है. डोरंडा ट्रेजरी से चारा खरीद के नाम पर हुए 139.35 करोड़ के अवैध निकासी मामले में 170 आरोपियों में से लालू प्रसाद, आरके राणा, ध्रुव भगत, जगदीश शर्मा सहित 99 आरोपी वर्तमान समय में ट्रायल फेस किया. सीबीआई कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाते हुए डोरंडा ट्रेजरी से जुड़े केस में ट्रायल फेस कर रहे 99 अभियुक्तों में से 24 आरोपियों को जहां बरी कर दिया वहीं 34 दोषी पाये गये अभियुक्तों को तीन तीन वर्ष की सजा सुनाई. वहीं लालू यादव सहित 41 अभियुक्तों के सजा के बिंदु पर फैसला 21 फरवरी को सुनाया जायेगा.
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चारा घोटाले के ये मामले 1990 से 1996 के बीच के हैं. बिहार के सीएजी (मुख्य लेखा परीक्षक) ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को समय-समय पर भेजी थी लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया. सीबीआई ने अदालत में इस आरोप के पक्ष में दस्तावेज पेश किये कि मुख्यमंत्री पर रहे लालू यादव ने पूरे मामले की जानकारी रहते हुए भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. कई साल तक वह खुद ही राज्य के वित्त मंत्री भी थे, और उनकी मंजूरी पर ही फर्जी बिलों के आधार पर राशि की निकासी की गयी. चारा घोटाले के चार मामलों में सजा होने के चलते राजद सुप्रीमो को आधा दर्जन से भी ज्यादा बार जेल जाना पड़ा. इन सभी मामलों में उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली है.
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