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लालू के सामने बड़ी चुनौती... क्या दोनों बेटों के विवाद सुलझा सकेंगे राजद सुप्रीमो ?

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Published : Oct 25, 2021, 8:39 PM IST

बिहार में एक सवाल सियासी सरगर्मी बढ़ा रहा है. क्या लालू अपने दोनों बेटों के बीचे के विवाद को सुलझा सकेंगे? काफी दिनों के बाद लालू बिहार की धरती पर लौटे हैं. आते ही उनके सामने अपने परिवार को समेट कर रखने की चुनौती ने दस्तक दे दिया है. पढ़ें रिपोर्ट...

लालू के सामने बड़ी चुनौती
लालू के सामने बड़ी चुनौती

पटना: लालू यादव (Lalu Yadav) पटना आ चुके हैं. अब सबकी नजर इस बात को लेकर है कि क्या लालू यादव अपने परिवार का विवाद सुलझा पाएंगे. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) के बीच का विवाद चरम पर है. जब लालू पटना पहुंचे, उसके बाद जो कुछ हुआ उससे यह बात और साफ हो गई है. लेकिन क्या अब उनके आने के बाद पारिवारिक विवाद टल जाएगा. क्या राजद में दोनों भाइयों के बीच चल रही लड़ाई पर विराम लग पाएगा. ऐसी ही कई चर्चाएं बिहार की सियासी गलियारों में घूम रही हैं.

ये भी पढ़ें- घर में इंट्री नहीं मिलने पर भड़के तेजप्रताप, वीडियो जारी कर कहा- 'जगदानंद सिंह मेरे खिलाफ कर रहे हैं साजिश'

दरअसल तेज प्रताप यादव और तेजस्वी के बीच के विवाद को कुछ इस तरह समझा जा सकता है कि तेज प्रताप को जब तेजस्वी के खिलाफ बोलना होता है, तो सीधा अटैक जगदानंद सिंह पर करते हैं. रविवार को जो कुछ भी हुआ उसके लिए एक बार फिर तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर ही हमला बोला. इस मामले का पटाक्षेप तब हुआ, जब खुद लालू और राबड़ी तेज प्रताप यादव को मनाने उनके आवास पहुंचे.

देखें वीडियो

तेज प्रताप यादव ने लालू यादव के चरण धोए. उसके बाद वह अपने घर चले गए. आज एक बार फिर तेज प्रताप यादव राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर पहुंचे. लालू यादव और रवि से मुलाकात की और कुछ देर बाद ही वहां से फिर निकल गए. लेकिन तेज प्रताप यादव वहां तब पहुंचे जब तेजस्वी चुनाव प्रचार के लिए रवाना हो चुके थे. यानी दोनों भाई एक दूसरे के आमने-सामने नहीं आ रहे हैं. मतलब यह है कि विवाद अभी भी कायम है.

'विवाद तब चरम पर पहुंचा, जब बात विरासत की हुई. जब वंशवाद की राजनीति होगी, तो यह समस्या सामने आएगी. जिस तरह का विवाद दोनों के बीच है, वह सुलझाना इतना आसान भी नहीं है.' -संजय सिंह, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा

'कहीं कोई विवाद नहीं है. किस घर में विवाद नहीं होता. हर घर में विवाद है. दरअसल, हमारे विरोधी राजनीतिक बात नहीं कर के पारिवारिक बात कर रहे हैं. असल मुद्दों से पीछे हट रहे हैं. जो मुद्दे हैं, उन पर बात होनी चाहिए ना कि किसी पारिवारिक विवाद पर.' -मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, राजद

'अगर दोनों भाइयों के बीच का विवाद को कोई सुलझा सकता है तो वह सिर्फ दो लोग हैं. एक राबड़ी देवी और दूसरे लालू यादव. लालू यादव के पटना आने के बाद भले ही जो कुछ भी देखने को मिला, लेकिन कहीं ना कहीं दोनों भाइयों के विवाद को सुलझाने की कोशिश शुरू हो चुकी है. इसी क्रम में जगदानंद सिंह ने आज बयान दिया है और तेज प्रताप यादव की तारीफ की है. विवाद को सुलझाना इतना आसान नहीं है. लेकिन यह भी तय है कि लालू और राबड़ी ही इस विवाद को सुलझा सकते हैं.' -रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार

ये भी पढ़ें- तेज प्रताप की राबड़ी आवास में NO ENTRY, बोले- 'मुझे अंदर जाने का परमिशन नहीं है, यहीं से लौट रहे हैं'

पटना: लालू यादव (Lalu Yadav) पटना आ चुके हैं. अब सबकी नजर इस बात को लेकर है कि क्या लालू यादव अपने परिवार का विवाद सुलझा पाएंगे. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) के बीच का विवाद चरम पर है. जब लालू पटना पहुंचे, उसके बाद जो कुछ हुआ उससे यह बात और साफ हो गई है. लेकिन क्या अब उनके आने के बाद पारिवारिक विवाद टल जाएगा. क्या राजद में दोनों भाइयों के बीच चल रही लड़ाई पर विराम लग पाएगा. ऐसी ही कई चर्चाएं बिहार की सियासी गलियारों में घूम रही हैं.

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दरअसल तेज प्रताप यादव और तेजस्वी के बीच के विवाद को कुछ इस तरह समझा जा सकता है कि तेज प्रताप को जब तेजस्वी के खिलाफ बोलना होता है, तो सीधा अटैक जगदानंद सिंह पर करते हैं. रविवार को जो कुछ भी हुआ उसके लिए एक बार फिर तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर ही हमला बोला. इस मामले का पटाक्षेप तब हुआ, जब खुद लालू और राबड़ी तेज प्रताप यादव को मनाने उनके आवास पहुंचे.

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तेज प्रताप यादव ने लालू यादव के चरण धोए. उसके बाद वह अपने घर चले गए. आज एक बार फिर तेज प्रताप यादव राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर पहुंचे. लालू यादव और रवि से मुलाकात की और कुछ देर बाद ही वहां से फिर निकल गए. लेकिन तेज प्रताप यादव वहां तब पहुंचे जब तेजस्वी चुनाव प्रचार के लिए रवाना हो चुके थे. यानी दोनों भाई एक दूसरे के आमने-सामने नहीं आ रहे हैं. मतलब यह है कि विवाद अभी भी कायम है.

'विवाद तब चरम पर पहुंचा, जब बात विरासत की हुई. जब वंशवाद की राजनीति होगी, तो यह समस्या सामने आएगी. जिस तरह का विवाद दोनों के बीच है, वह सुलझाना इतना आसान भी नहीं है.' -संजय सिंह, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा

'कहीं कोई विवाद नहीं है. किस घर में विवाद नहीं होता. हर घर में विवाद है. दरअसल, हमारे विरोधी राजनीतिक बात नहीं कर के पारिवारिक बात कर रहे हैं. असल मुद्दों से पीछे हट रहे हैं. जो मुद्दे हैं, उन पर बात होनी चाहिए ना कि किसी पारिवारिक विवाद पर.' -मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, राजद

'अगर दोनों भाइयों के बीच का विवाद को कोई सुलझा सकता है तो वह सिर्फ दो लोग हैं. एक राबड़ी देवी और दूसरे लालू यादव. लालू यादव के पटना आने के बाद भले ही जो कुछ भी देखने को मिला, लेकिन कहीं ना कहीं दोनों भाइयों के विवाद को सुलझाने की कोशिश शुरू हो चुकी है. इसी क्रम में जगदानंद सिंह ने आज बयान दिया है और तेज प्रताप यादव की तारीफ की है. विवाद को सुलझाना इतना आसान नहीं है. लेकिन यह भी तय है कि लालू और राबड़ी ही इस विवाद को सुलझा सकते हैं.' -रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार

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