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Protest In patna: सड़क पर उतरे पारा मेडिकल छात्र और लैब टेक्नीशियन, मानव शृंखला बना जताया विरोध

Bihar News: बिहार के पटना में मानव शृंखला बनाकर प्रदर्शन किया गया. पारा मेडिकल छात्र और संविदा पर बहाल लैब टेक्नीशियन सड़क पर उतर प्रदर्शन किए. छात्रों का कहना है कि लैब टेक्नीशियन का मानदेय बढ़ाने के साथ नौकरी स्थायी की जाए और पारा मेडिकल छात्रों को हॉस्टल की सुविधा के साथ छात्रवृति दी जाए. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jan 21, 2023, 5:39 PM IST

पटना में मानव शृंखला बनाकर प्रदर्शन करते छात्र

पटनाः बिहार के पटना में लैब टेक्नीशियन और पारा मेडिकल छात्र (Lab Technician And Para Medical Student Protest In patna) सड़क पर उतर आए. इस दौरान उन्होंने तारामंडल के पास मानव शृंखला बनाकर बिहार सरकार के खिलाफ विरोध जताया. संविदा पर काम कर रहे लैब टेक्नीशियन और पारा मेडिकल छात्र ने मांगे पूरी करने की मांग की. लैब टेक्नीशियन मानदेय बढ़ाने के साथ नौकरी को स्थाई करने की मां कर रहे हैं. वहीं पारा मेडिकल छात्र होस्टल और छात्रवृति की मांग कर रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः Tejashwi On Balyawi : तेजस्वी यादव की दो टूक- 'बिहार में कट्टरपंथ के लिए जगह नहीं'

स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियां निकाली जाएः प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द लैब टेक्नीशियन सहित पारा मेडिकल कोर्स से उत्तीर्ण हुए छात्रों के लिए स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियां निकाली जाए. उसे बहाल किया जाए, साथ ही पारा मेडिकल के जो छात्र को हॉस्टल की सुविधा और छात्रवृत्ति देने की घोषणा की जाए. छात्रों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती है, इस तरह का आंदोलन होते रहेगा. सरकार जल्द हमारी मांग को पूरा करे.

पारा मेडिकल काउंसिल का गठन होः पारा मेडिकल के छात्र ने मानव शृंखला बनाकर सड़क पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे भारत भूषण का कहना है कि बिहार में पारा मेडिकल की पढ़ाई तो हो रही है लेकिन अभी तक पारा मेडिकल काउंसिल का गठन नहीं हुआ. साथ ही पारा मेडिकल इंस्टिट्यूट में अच्छे शिक्षक नहीं हैं. कई साल से पारा मेडिकल को लेकर जो स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियां होती है, वह भी नहीं निकाली गई है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में छात्र बेरोजगार हो रहे हैं.
लैब टेक्नीशियन का मानदेय बढ़ेः पटना में कार्यरत लैब टेक्नीशियन अजेश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में हम लोग 400 से ज्यादा लैब टेक्नीशियन है. अभी तक जिस मानदेय पर हमारी बहाली हुई थी उसी पर कार्यरत हैं. कोरोना समय में भी हम लोगों ने बहुत काम किया था. बावजूद इसके सरकार अभी तक हमारी मानदेय राशि 12000 रुपए ही रखा है. हम लोगो को मानदेय को राशि बढ़नी चाहिए और सरकार से मांग करते है की हमलोग को स्थाई रूप से विभाग में बहाल किया जाय.

नौकरी स्थायी करने की मांगः दिव्यांग लैब टेक्नीशियन कन्हैया कुमार भी प्रदर्शन में शामिल रहे. कन्हैया कुमार का कहना है कि अभी तक सरकार हम लोगों को मात्र 12000 रुपए मानदेय के रूप में देती है. जो कटकर 10 हजार के करीब आता है. जबकि हम लोग लगातार अस्पताल में काम कर रहे हैं. बावजूद हम लोगों की नौकरी स्थायी नहीं की गई है. जब तक सरकार हमारी नौकरी को अस्थाई नहीं करेगी और हमारे मानदेय को नहीं बढाएगी, हम लोग ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे.

पटना में मानव शृंखला बनाकर प्रदर्शन करते छात्र

पटनाः बिहार के पटना में लैब टेक्नीशियन और पारा मेडिकल छात्र (Lab Technician And Para Medical Student Protest In patna) सड़क पर उतर आए. इस दौरान उन्होंने तारामंडल के पास मानव शृंखला बनाकर बिहार सरकार के खिलाफ विरोध जताया. संविदा पर काम कर रहे लैब टेक्नीशियन और पारा मेडिकल छात्र ने मांगे पूरी करने की मांग की. लैब टेक्नीशियन मानदेय बढ़ाने के साथ नौकरी को स्थाई करने की मां कर रहे हैं. वहीं पारा मेडिकल छात्र होस्टल और छात्रवृति की मांग कर रहे हैं.

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स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियां निकाली जाएः प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द लैब टेक्नीशियन सहित पारा मेडिकल कोर्स से उत्तीर्ण हुए छात्रों के लिए स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियां निकाली जाए. उसे बहाल किया जाए, साथ ही पारा मेडिकल के जो छात्र को हॉस्टल की सुविधा और छात्रवृत्ति देने की घोषणा की जाए. छात्रों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती है, इस तरह का आंदोलन होते रहेगा. सरकार जल्द हमारी मांग को पूरा करे.

पारा मेडिकल काउंसिल का गठन होः पारा मेडिकल के छात्र ने मानव शृंखला बनाकर सड़क पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे भारत भूषण का कहना है कि बिहार में पारा मेडिकल की पढ़ाई तो हो रही है लेकिन अभी तक पारा मेडिकल काउंसिल का गठन नहीं हुआ. साथ ही पारा मेडिकल इंस्टिट्यूट में अच्छे शिक्षक नहीं हैं. कई साल से पारा मेडिकल को लेकर जो स्वास्थ्य विभाग में रिक्तियां होती है, वह भी नहीं निकाली गई है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में छात्र बेरोजगार हो रहे हैं.
लैब टेक्नीशियन का मानदेय बढ़ेः पटना में कार्यरत लैब टेक्नीशियन अजेश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में हम लोग 400 से ज्यादा लैब टेक्नीशियन है. अभी तक जिस मानदेय पर हमारी बहाली हुई थी उसी पर कार्यरत हैं. कोरोना समय में भी हम लोगों ने बहुत काम किया था. बावजूद इसके सरकार अभी तक हमारी मानदेय राशि 12000 रुपए ही रखा है. हम लोगो को मानदेय को राशि बढ़नी चाहिए और सरकार से मांग करते है की हमलोग को स्थाई रूप से विभाग में बहाल किया जाय.

नौकरी स्थायी करने की मांगः दिव्यांग लैब टेक्नीशियन कन्हैया कुमार भी प्रदर्शन में शामिल रहे. कन्हैया कुमार का कहना है कि अभी तक सरकार हम लोगों को मात्र 12000 रुपए मानदेय के रूप में देती है. जो कटकर 10 हजार के करीब आता है. जबकि हम लोग लगातार अस्पताल में काम कर रहे हैं. बावजूद हम लोगों की नौकरी स्थायी नहीं की गई है. जब तक सरकार हमारी नौकरी को अस्थाई नहीं करेगी और हमारे मानदेय को नहीं बढाएगी, हम लोग ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे.

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