तुमकूर/पटना: मक्का और गेहूं दोनों फसलों के लिए बिहार को कृषि कर्मण अवार्ड से नवाजा गया है. वहीं, तिलहन के लिए उत्तर प्रदेश को कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित किया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार को मक्का और गेहूं उत्पादन के लिए कृषि कर्मण अवार्ड प्रदान किया. बिहार को वर्ष 2016-17 में मक्का और वर्ष 2017-18 में गेहूं के उत्पादन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए कृषि कर्मण अवार्ड प्रदान किया गया है.
2 करोड़ रुपये और प्रशस्ति पत्र
बिहार ने यह पांचवां अवार्ड हासिल किया है. सबसे पहले 2011-12 में बिहार को चावल उत्पादन के लिए कृषि कर्मण अवार्ड मिला था. उत्तर प्रदेश को तिलहन उत्पादन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए कृषि कर्मण अवार्ड से नवाजा गया. इस अवार्ड के तहत दो करोड़ रुपये की राशि, ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाते हैं.
दाल उत्पादन को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हार्टिकल्चर के अलावा दाल, तेल और मोटे अनाज के उत्पादन में भी दक्षिण भारत का हिस्सा अधिक है. उन्होंने कहा कि भारत में दाल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बीज हब बनाए गए हैं, जिनमें से 30 से अधिक सेंटर कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में ही हैं.
बिहार में मक्का उत्पादन का रिकॉर्ड
बिहार राज्य में साल 2016-17 में मक्का का कुल उत्पादन 38.46 लाख मीट्रिक टन और उत्पादकता 53.35 क्वींटल प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई थी, जो एक रिकॉर्ड है. वर्ष 2016-17 में राज्य में मक्का का उत्पादकता राष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक हुआ था.
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बिहार को 5वीं बार कृषि कर्मण पुरस्कार
साल 2017-18 में राज्य में गेहूं का कुल उत्पादन 61.04 लाख मीट्रिक टन और उत्पादकता 29.05 कुंतल प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई थी. बिहार को पांचवीं बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है. बिहार को सबसे पहले 2011-12 में चावल में सर्वाधिक उत्पादन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार से नवाजा गया था.