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बिहार में बाढ़ ने मचाई तबाही, जगह-जगह बांध टूटने से सैकड़ों गांवों में घुसा पानी, लोग पलायन को मजबूर

बिहार के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. चारों ओर तबाही का मंजर है. गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदियां लाल निशान के ऊपर बह रही है. प्रदेश के लगभग 11 जिले बाढ़ से प्रभावित है. जिनमें 7 जिले ऐसे हैं, जो नेपाल से सटे हुए हैं. इनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल हैं. इसके अलावे सारण, गोपालगंज, दरभंगा, सिवान में भी बाढ़ के वजह से गंभीर हालात बने हुए है.

बिहार में बाढ़ ने मचाई तबाही
बिहार में बाढ़ ने मचाई तबाही
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Published : Jul 26, 2020, 9:49 PM IST

Updated : Jul 26, 2020, 11:10 PM IST

पटना: बिहार में बाढ़ से हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं. प्रदेश के कई जिले बाढ़ में पूरी तरह डूब चुके हैं. गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. हालत ये है कि कई जिलों में बांध टूट चुके हैं.

इस कारण गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया. लाखों लोग परेशान हैं. किसानों के फसल बाढ़ के पानी में बर्बाद हो चुके हैं. हजारों लोग हर रोज पलायन करने को मजबूर हैं.

सारण के हालात पर एक नजर
बाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने के बाद पानापुर और तरैया के प्रखंड के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. जिसमे सबसे ज्यादा तबाही बसहिया, सलेमपुर, पृथ्वीपुर, रामपुर रुद्र में हुई है. इसके आलावे तरैया प्रखंड के अरदेवा गांव में हालात तो और भी बदतर हो चुके हैं. हालांकि, इन इलाके में अब सरकार के आदेश पर एनडीआरएफ की टीम लगातार लोगों का रेस्क्यू कर रही है. इसके अलावे लोगों को घर-घर जाकर राशन भी बांटा जा रहा है.

सारण

स्थानीय मुखिया के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डीएम के आदेशानुसार सूखा राशन और सामूहिक किचन चलाए जा रहे हैं. इस इलाके में गंडक नदी के कारण कुल 12 पंचायतों के 35 गांव प्रभावित है. इलाके में 42 नावों का परिचालन भी कराया जा रहा है.

सारण
सारण

इसके अलावे सारण-अमनौर प्रखंड के बगही कुआरी सारण तटबंध मुख्य बांध के पास रिसाव हो रहा है. मामले की भनक लगते ही ग्रामीणों ने हड़कंप मच गया. हालांकि, ग्रामीणों की सूचना के बाद जिला प्रशासन ने बांध मरम्मती का कार्य शुरू करवाया.

गोपालगंज की स्थिति पर नजर
सारण तटबन्ध टूटने के कारण जिले के 6 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ का पानी प्रतिदिन अलग-अलग गांव में प्रवेश कर रहा है. ग्रामीणों की मुश्किलें कम होने के बजाए लगातार बढ़ती ही जा रही है. भइसही गांव में और भी विकराल है. इन इलाके के लोगों के सामने भोजन-पानी की समस्या आन पड़ी है. लोग पलायन करने को मजबूर है. ईटीवी भारत की टीम ने जब इलाके का जायजा लिया तो ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया. लोगों ने बताया कि भोजन-राशन तो दूर की बात है. प्रशासन ने एक नाव तक की व्यवस्था नहीं की है.

गोपालगंज

दरभंगा में ठप हो सकता है यातायात
दरभंगा जिले से होकर बढ़ने वाली विभिन्न नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. यहां बाढ़ की स्थिति गंभीर होते जा रही है. बाढ़ का पानी दरभंगा समस्तीपुर मुख्य पथ पर आ पहुंचा है. जिस समस्तीपुर की ओर आने-जाने के लिए यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है. हालांकि, लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर पानी को पार कर रहे है. बता दें कि इससे पहले करेह नदी का पानी दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के हायाघाट के पास रेल पुल के पिलर संख्या 16 के पास जा पहुंचा था. जिसेक बाद रेलवे ने अगले अदेश तक इस मार्ग पर परिचालन को बंद कर दिया है.

दरभंगा थाने में जलजमाव

इसके अलावे बीते दिन हुई बारिश के कारण शहर में जलमाव की समस्या भी बनी हुई है. शहर के कई सरकारी कार्यालयों में लगभग 3 फीट तक पानी जमे हुए है. दरभंगा शहर के बीच में मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित बेता थाना और डाकघर में पिछले एक सप्ताह से जल जमाव है. जिसके चलते वहां पर तैनात अधिकारियों और कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पटना में गंगा नदी बढ़ा सकती है परेशानी
पटना में गंगा नदी के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रहा है. बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 7 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है. नआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में शनिवार की शाम गंगा का जलस्तर 47.970 मीटर दर्ज किया गया.जबकि रविवार को 48.040 दर्ज की गई है. केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार देर रात से गंगा के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. पहले हर घंटे गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा था. लेकिन रविवार की सुबह गंगा नदी का जलस्तर 7 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है.

पटना गंगा नदी में हो रही बढ़ोतरी

गोपालगंज और मोतिहारी के डीएम ने संयुक्त रूप से किया हवाई सर्वेक्षण
गोपालगंज और मोतिहारी में भी बाढ़ से हालात बदतर होते जा रहे हैं. इसी क्रम में बिहार सरकार के निर्देश पर गोपालगंज डीएम और मोतिहारी डीएम ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का संयुक्त रूप से हवाई सर्वेक्षण किया. मौके पर गोपालगंज डीएम अरशद अजीज ने बताया कि जिन जगहों पर बांध टूटा था. वहां पर पानी का दवाब कम हो रहा है. देवापुर में जो बांध टूटा था, वहां से पानी सिवान जिले में प्रवेश कर रहा है. फिलहाल जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के लिए हर संभव कदम उठा रही है.

हवाई सर्वेक्षण
हवाई सर्वेक्षण

सीतामढ़ी में राहत के नाम पर विधायक का फर्जी वीडियो वायरल
सीतामढी में राजद विधायक ने बीते साल चलाए गए बाढ़ रहात कार्यक्रम का एक वीडियो पोस्ट किया. जिसके बाद इलाके के लोगों ने विधायक को जमकर खड़ी-खोटी सुनाई है. दरअसल, लोगों का आरोप है कि राजद विधायक अबू दुजाना सस्ती लोकप्रियता के लिए पिछले साल का वीडियो जारी किया है. इसको लेकर स्थानीय लोगों ने विधायक पर कई गंभीरआरोप भी लगाए हैं.

सीतामढ़ी में विधायक ने जारी किया पिछले साल का वीडियो

बाढ़ को लेकर नेता प्रतिपक्ष भी सरकार पर हमलावर
बाढ़ के बाद बिहार में उपजे हालात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी नीतीश सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ और कोरोना को लेकर स्थिति भयावह है. बिहार जैसे 12.60 करोड़ घनी आबादी वाले राज्य में अभी तक मात्र 0.35% लोगों की जाँच हुई है. प्रति 10 लाख आबादी पर मात्र 3508 लोगों की जांच हो रही है. जो देश में सबसे कम है. यहां 140 दिनों में प्रतिदिन जांच का औसत सिर्फ 3158 है.

तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप देश के इकलौते ऐसे असफल मुख्यमंत्री रहे जो लॉकडाउन में अपने राज्यों के छात्रों, मजदूरों को वापस लाने में नाकाम रहे. जो श्रमिक भाई वापस आए उनकी कोरोना जांच करने, क्वारंटाइन करने, रोजगार और सहायता राशि देने में विफल रहे. शिक्षा, स्वास्थ्य और विधि व्यवस्था बर्बाद करने के बाद अब कोरोना काल और बाढ़ में आपके कुप्रबंधन की सारा देश चर्चा क्यों कर रहा है? उन्होंने कहा कि भूतकाल से निकल कर वर्तमान में आत्मचिंतन करें, ताकि बिहार का भविष्य बचे और आने वाला कल उज्जवल हो.

पप्पू यादव जल संसाधन विभाग पर करेगें हाइकोर्ट में केस
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने सरकार के बाढ़ नियंत्रण को लेकर किये जा रहे उपायों पर सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार बांध टूट रहे हैं. सरकार नेपाल का नाम लेकर रो रही है. यह कार्यप्रणाली अब बिहार में नही चलेगी. इस मामले को लेकर जल्द ही वे पटना हाइकोर्ट में सरकार के बाढ़ नियंत्रण के कार्यों में मचे लूट-खसोट को लेकर केस करेंगे.

पप्पू यादव ने मुजफ्फरपुर में हालातों का लिया जायजा

कहां कहां टूटे बांध : -

  • बीती गुरुवार की देर रात को गोपालगंज में गंडक का मुख्य तटबंध देवापुर में टूट गया था. तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी बरौली और मांझा प्रखंड के 12 से अधिक गांवों में घुसने लगा है. वहीं बाढ़ से अब तक 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हैं.
  • वैशाली प्रखंड क्षेत्र के चकअलहलाद गांव में गंडक नदी से सटे स्लूईस गेट के आगे नहर का बांध टूट चुका है.
  • सरफरा और देवापुर गांव के पास छरकी व सारण बांध में कई स्थलों पर तेज रिसाव हो रहा है. जल संसाधन विभाग तटबंध को बचाने में जुटा है. बाढ़ से सहमे तटवर्ती गांवों के ग्रामीण लगातार पलायन कर रहे हैं. अब तक बाढ़ से 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं.
  • पश्चिम चंपारण के मझौलिया में सिकरहना में जमींदारी बांध टूट गया. इससे इलाके ढ़ाई हजार परिवार बाढ़ के खतरों से घिर गये हैं. सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें डूब गई हैं.
  • पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा में पखनहिया पंचायत के कलिकापुर में तिलावे नदी पर मनरेगा से बना बांध करीब बीस फीट में टूट गया. बांध टूटने से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूब चुकी है. जिले के आठ प्रखंडों में बाढ़ तबाही मचा रही है. सुगौली की पांच पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है. अरेराज और सुगौली में तटबंध पर भारी दबाव बना हुआ है.

पटना: बिहार में बाढ़ से हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं. प्रदेश के कई जिले बाढ़ में पूरी तरह डूब चुके हैं. गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. हालत ये है कि कई जिलों में बांध टूट चुके हैं.

इस कारण गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया. लाखों लोग परेशान हैं. किसानों के फसल बाढ़ के पानी में बर्बाद हो चुके हैं. हजारों लोग हर रोज पलायन करने को मजबूर हैं.

सारण के हालात पर एक नजर
बाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने के बाद पानापुर और तरैया के प्रखंड के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. जिसमे सबसे ज्यादा तबाही बसहिया, सलेमपुर, पृथ्वीपुर, रामपुर रुद्र में हुई है. इसके आलावे तरैया प्रखंड के अरदेवा गांव में हालात तो और भी बदतर हो चुके हैं. हालांकि, इन इलाके में अब सरकार के आदेश पर एनडीआरएफ की टीम लगातार लोगों का रेस्क्यू कर रही है. इसके अलावे लोगों को घर-घर जाकर राशन भी बांटा जा रहा है.

सारण

स्थानीय मुखिया के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डीएम के आदेशानुसार सूखा राशन और सामूहिक किचन चलाए जा रहे हैं. इस इलाके में गंडक नदी के कारण कुल 12 पंचायतों के 35 गांव प्रभावित है. इलाके में 42 नावों का परिचालन भी कराया जा रहा है.

सारण
सारण

इसके अलावे सारण-अमनौर प्रखंड के बगही कुआरी सारण तटबंध मुख्य बांध के पास रिसाव हो रहा है. मामले की भनक लगते ही ग्रामीणों ने हड़कंप मच गया. हालांकि, ग्रामीणों की सूचना के बाद जिला प्रशासन ने बांध मरम्मती का कार्य शुरू करवाया.

गोपालगंज की स्थिति पर नजर
सारण तटबन्ध टूटने के कारण जिले के 6 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ का पानी प्रतिदिन अलग-अलग गांव में प्रवेश कर रहा है. ग्रामीणों की मुश्किलें कम होने के बजाए लगातार बढ़ती ही जा रही है. भइसही गांव में और भी विकराल है. इन इलाके के लोगों के सामने भोजन-पानी की समस्या आन पड़ी है. लोग पलायन करने को मजबूर है. ईटीवी भारत की टीम ने जब इलाके का जायजा लिया तो ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया. लोगों ने बताया कि भोजन-राशन तो दूर की बात है. प्रशासन ने एक नाव तक की व्यवस्था नहीं की है.

गोपालगंज

दरभंगा में ठप हो सकता है यातायात
दरभंगा जिले से होकर बढ़ने वाली विभिन्न नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. यहां बाढ़ की स्थिति गंभीर होते जा रही है. बाढ़ का पानी दरभंगा समस्तीपुर मुख्य पथ पर आ पहुंचा है. जिस समस्तीपुर की ओर आने-जाने के लिए यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है. हालांकि, लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर पानी को पार कर रहे है. बता दें कि इससे पहले करेह नदी का पानी दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के हायाघाट के पास रेल पुल के पिलर संख्या 16 के पास जा पहुंचा था. जिसेक बाद रेलवे ने अगले अदेश तक इस मार्ग पर परिचालन को बंद कर दिया है.

दरभंगा थाने में जलजमाव

इसके अलावे बीते दिन हुई बारिश के कारण शहर में जलमाव की समस्या भी बनी हुई है. शहर के कई सरकारी कार्यालयों में लगभग 3 फीट तक पानी जमे हुए है. दरभंगा शहर के बीच में मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित बेता थाना और डाकघर में पिछले एक सप्ताह से जल जमाव है. जिसके चलते वहां पर तैनात अधिकारियों और कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पटना में गंगा नदी बढ़ा सकती है परेशानी
पटना में गंगा नदी के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रहा है. बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 7 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है. नआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में शनिवार की शाम गंगा का जलस्तर 47.970 मीटर दर्ज किया गया.जबकि रविवार को 48.040 दर्ज की गई है. केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार देर रात से गंगा के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. पहले हर घंटे गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा था. लेकिन रविवार की सुबह गंगा नदी का जलस्तर 7 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है.

पटना गंगा नदी में हो रही बढ़ोतरी

गोपालगंज और मोतिहारी के डीएम ने संयुक्त रूप से किया हवाई सर्वेक्षण
गोपालगंज और मोतिहारी में भी बाढ़ से हालात बदतर होते जा रहे हैं. इसी क्रम में बिहार सरकार के निर्देश पर गोपालगंज डीएम और मोतिहारी डीएम ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का संयुक्त रूप से हवाई सर्वेक्षण किया. मौके पर गोपालगंज डीएम अरशद अजीज ने बताया कि जिन जगहों पर बांध टूटा था. वहां पर पानी का दवाब कम हो रहा है. देवापुर में जो बांध टूटा था, वहां से पानी सिवान जिले में प्रवेश कर रहा है. फिलहाल जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के लिए हर संभव कदम उठा रही है.

हवाई सर्वेक्षण
हवाई सर्वेक्षण

सीतामढ़ी में राहत के नाम पर विधायक का फर्जी वीडियो वायरल
सीतामढी में राजद विधायक ने बीते साल चलाए गए बाढ़ रहात कार्यक्रम का एक वीडियो पोस्ट किया. जिसके बाद इलाके के लोगों ने विधायक को जमकर खड़ी-खोटी सुनाई है. दरअसल, लोगों का आरोप है कि राजद विधायक अबू दुजाना सस्ती लोकप्रियता के लिए पिछले साल का वीडियो जारी किया है. इसको लेकर स्थानीय लोगों ने विधायक पर कई गंभीरआरोप भी लगाए हैं.

सीतामढ़ी में विधायक ने जारी किया पिछले साल का वीडियो

बाढ़ को लेकर नेता प्रतिपक्ष भी सरकार पर हमलावर
बाढ़ के बाद बिहार में उपजे हालात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी नीतीश सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ और कोरोना को लेकर स्थिति भयावह है. बिहार जैसे 12.60 करोड़ घनी आबादी वाले राज्य में अभी तक मात्र 0.35% लोगों की जाँच हुई है. प्रति 10 लाख आबादी पर मात्र 3508 लोगों की जांच हो रही है. जो देश में सबसे कम है. यहां 140 दिनों में प्रतिदिन जांच का औसत सिर्फ 3158 है.

तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप देश के इकलौते ऐसे असफल मुख्यमंत्री रहे जो लॉकडाउन में अपने राज्यों के छात्रों, मजदूरों को वापस लाने में नाकाम रहे. जो श्रमिक भाई वापस आए उनकी कोरोना जांच करने, क्वारंटाइन करने, रोजगार और सहायता राशि देने में विफल रहे. शिक्षा, स्वास्थ्य और विधि व्यवस्था बर्बाद करने के बाद अब कोरोना काल और बाढ़ में आपके कुप्रबंधन की सारा देश चर्चा क्यों कर रहा है? उन्होंने कहा कि भूतकाल से निकल कर वर्तमान में आत्मचिंतन करें, ताकि बिहार का भविष्य बचे और आने वाला कल उज्जवल हो.

पप्पू यादव जल संसाधन विभाग पर करेगें हाइकोर्ट में केस
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने सरकार के बाढ़ नियंत्रण को लेकर किये जा रहे उपायों पर सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार बांध टूट रहे हैं. सरकार नेपाल का नाम लेकर रो रही है. यह कार्यप्रणाली अब बिहार में नही चलेगी. इस मामले को लेकर जल्द ही वे पटना हाइकोर्ट में सरकार के बाढ़ नियंत्रण के कार्यों में मचे लूट-खसोट को लेकर केस करेंगे.

पप्पू यादव ने मुजफ्फरपुर में हालातों का लिया जायजा

कहां कहां टूटे बांध : -

  • बीती गुरुवार की देर रात को गोपालगंज में गंडक का मुख्य तटबंध देवापुर में टूट गया था. तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी बरौली और मांझा प्रखंड के 12 से अधिक गांवों में घुसने लगा है. वहीं बाढ़ से अब तक 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हैं.
  • वैशाली प्रखंड क्षेत्र के चकअलहलाद गांव में गंडक नदी से सटे स्लूईस गेट के आगे नहर का बांध टूट चुका है.
  • सरफरा और देवापुर गांव के पास छरकी व सारण बांध में कई स्थलों पर तेज रिसाव हो रहा है. जल संसाधन विभाग तटबंध को बचाने में जुटा है. बाढ़ से सहमे तटवर्ती गांवों के ग्रामीण लगातार पलायन कर रहे हैं. अब तक बाढ़ से 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं.
  • पश्चिम चंपारण के मझौलिया में सिकरहना में जमींदारी बांध टूट गया. इससे इलाके ढ़ाई हजार परिवार बाढ़ के खतरों से घिर गये हैं. सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें डूब गई हैं.
  • पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा में पखनहिया पंचायत के कलिकापुर में तिलावे नदी पर मनरेगा से बना बांध करीब बीस फीट में टूट गया. बांध टूटने से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूब चुकी है. जिले के आठ प्रखंडों में बाढ़ तबाही मचा रही है. सुगौली की पांच पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है. अरेराज और सुगौली में तटबंध पर भारी दबाव बना हुआ है.
Last Updated : Jul 26, 2020, 11:10 PM IST
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