नई दिल्ली/पटना: कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव को टालने के लिए दाखिल की गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट के बाद पटना हाई कोर्ट ने भी खारिज दिया है. पटना हाई कोर्ट ने भी बिहार विधानसभा चुनाव पर कोरोना महामारी के मद्देनजर रोक लगाने से इनकार कर दिया. इसके बाद जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है.
केसी त्यागी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हम लोग स्वागत करते हैं. कोर्ट ने कहा है कि कोरोना के चलते चुनाव को नहीं टाला जा सकता. जेडीयू नेता ने कहा कि चुनाव से डरे हुए राजनीतिक दल और नेता चाहते थे कि चुनाव को टाला जाए. सुप्रीम कोर्ट का निर्णय उनके लिए बड़ा झटका है. श्रीलंका, सिंगापुर, साउथ कोरिया सहित कई देशों में कोरोना काल में पार्लियामेंट के चुनाव हो चुके हैं. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव समय पर होंगे तो भारत में बिहार में कोरोना काल में चुनाव क्यों नहीं हो सकता? बता दें कोरोना काल में चुनाव ना हो इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी.
'तेजस्वी के नेतृत्व को मानने के लिए कोई तैयार नहीं'
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव ने कहा कि महागठबंधन में जितने दल हैं. वह सत्ता के लिए एकजुट हुए हैं, लेकिन उन दलों की आपस में नहीं बनती है. राजद भी एक परिवार तक ही सीमित है. राजद के कई विधायक व विधान पार्षद जेडीयू में आ चुके हैं. तेजस्वी के नेतृत्व को मानने के लिए कोई तैयार नहीं है. जीतन राम मांझी भी महागठबंधन से अलग हो चुके हैं. मांझी भी एनडीए में आ सकते है. वहीं, रघुवंश प्रसाद सिंह भी राजद में नाराज हैं, उनके अगला कदम का भी सबको इंतजार है.
समय पर ही होनी चाहिए परीक्षा
वहीं, देश भर की विपक्षी पार्टियां मांग कर रही है कि नीट-जेईई की परीक्षा को कोरोना काल में न कराया जाए. इसको स्थगित किया जाए. केसी त्यागी ने कहा है कि समय पर ही यह परीक्षा होनी चाहिए. छात्रों के भविष्य के लिए यही अच्छा रहेगा. कई शिक्षाविद पीएम मोदी से यहीं कहे हैं.