ETV Bharat / state

जस्टिस राकेश कुमार बोले- अब भी अपने स्टैंड पर कायम हूं, किसी के दबाव में नहीं आऊंगा

जस्टिस राकेश कुमार ने कहा है कि न्यायाधीश बनते समय उन्होंने जो शपथ ली थी, उसी के अनुरूप फैसला दिया है. भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Aug 29, 2019, 7:48 PM IST

Updated : Aug 30, 2019, 1:24 AM IST

पटना: हाईकोर्ट के जज राकेश कुमार बैकफुट पर जाने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने साफ कहा है कि वह अपने स्टैंड पर कायम हैं. साथ ही बताया कि न्यायाधीश बनते समय जो शपथ ली थी. उसी के अनुसार फैसला दिया है. भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. वह किसी के दबाव में आनेवाले नहीं हैं.

जस्टिस राकेश कुमार का बयान

जज राकेश कुमार ने की थी तल्ख टिप्पणी
दरअसल, जस्टिस राकेश कुमार ने बुधवार को राज्य की न्यायपालिका की कार्य प्रणाली तीखा प्रहार किया था. इसके अलावा कई दूसरे मामलों में भी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कई सख्त फैसले सुनाए. हाईकोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज राकेश कुमार ने कहा था कि लगता है कि हाईकोर्ट प्रशासन ही भ्रष्ट न्यायिक अधिकारियों को संरक्षण देता है. उन्होंने अपने कुछ सहयोगी जजों पर भी मुख्य न्यायाधीश के आगे पीछे करने का आरोप लगाया था.

विशेष रिपोर्ट

हाईकोर्ट ने लगाई थी फटकार
जिसके बाद गुरुवार को हाईकोर्ट के 11 सदस्यीय जजों की फुल बेंच ने जस्टिस राकेश कुमार के बुधवार के आदेश को रद्द कर दिया है. चीफ जस्टिस एपी शाही की फुल बेंच ने मामले पर सुनवाई करते हुए यह फैसला दिया. कोर्ट ने कहा कि इस आदेश से न्यायपालिका की गरिमा और प्रतिष्ठा गिरी है. संवैधानिक पद आसीन व्यक्ति से ऐसी अपेक्षा नहीं होती है.

  • जस्टिस राकेश कुमार का आदेश रद्द, कोर्ट ने कहा- न्यायपालिका की गरिमा और प्रतिष्ठा गिरी#BiharNews #ETVbharat

    https://t.co/eL3713NUv8

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) August 29, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि जस्टिस राकेश कुमार ने यह बात उनसे मिलने गए वकीलों से कहीं. वकीलों ने उनके निर्णय का स्वागत किया और उनके प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया. वहीं, वकीलों के एक वर्ग में 11 जजों की पीठ के ताजा निर्णय से आक्रोश भी देखा गया.

पटना: हाईकोर्ट के जज राकेश कुमार बैकफुट पर जाने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने साफ कहा है कि वह अपने स्टैंड पर कायम हैं. साथ ही बताया कि न्यायाधीश बनते समय जो शपथ ली थी. उसी के अनुसार फैसला दिया है. भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. वह किसी के दबाव में आनेवाले नहीं हैं.

जस्टिस राकेश कुमार का बयान

जज राकेश कुमार ने की थी तल्ख टिप्पणी
दरअसल, जस्टिस राकेश कुमार ने बुधवार को राज्य की न्यायपालिका की कार्य प्रणाली तीखा प्रहार किया था. इसके अलावा कई दूसरे मामलों में भी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कई सख्त फैसले सुनाए. हाईकोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज राकेश कुमार ने कहा था कि लगता है कि हाईकोर्ट प्रशासन ही भ्रष्ट न्यायिक अधिकारियों को संरक्षण देता है. उन्होंने अपने कुछ सहयोगी जजों पर भी मुख्य न्यायाधीश के आगे पीछे करने का आरोप लगाया था.

विशेष रिपोर्ट

हाईकोर्ट ने लगाई थी फटकार
जिसके बाद गुरुवार को हाईकोर्ट के 11 सदस्यीय जजों की फुल बेंच ने जस्टिस राकेश कुमार के बुधवार के आदेश को रद्द कर दिया है. चीफ जस्टिस एपी शाही की फुल बेंच ने मामले पर सुनवाई करते हुए यह फैसला दिया. कोर्ट ने कहा कि इस आदेश से न्यायपालिका की गरिमा और प्रतिष्ठा गिरी है. संवैधानिक पद आसीन व्यक्ति से ऐसी अपेक्षा नहीं होती है.

  • जस्टिस राकेश कुमार का आदेश रद्द, कोर्ट ने कहा- न्यायपालिका की गरिमा और प्रतिष्ठा गिरी#BiharNews #ETVbharat

    https://t.co/eL3713NUv8

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) August 29, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि जस्टिस राकेश कुमार ने यह बात उनसे मिलने गए वकीलों से कहीं. वकीलों ने उनके निर्णय का स्वागत किया और उनके प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया. वहीं, वकीलों के एक वर्ग में 11 जजों की पीठ के ताजा निर्णय से आक्रोश भी देखा गया.

Intro:Body:

highcourt


Conclusion:
Last Updated : Aug 30, 2019, 1:24 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.