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PMCH में जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल खत्म, सीनियर डॉक्टर अब भी हैं नाराज

पटना में जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल खत्म हो गया है. वे काम पर लौट आए हैं. इससे मरीजों को बड़ी राहत मिली है.

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Published : Jul 9, 2019, 10:20 AM IST

सीनियर डॉक्टर

पटना: पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म कर काम पर तो लौट आए है. मगर जिस शर्त पर हड़ताल खत्म की गई है उससे सीनियर डॉक्टरों में काफी नाराजगी है. वहीं, फेल हुए छात्रों के मामले की जांच सोमवार से शुरू हो गई है. तीन सदस्यीय समिति इस मामले की जांच करेगी. कमेटी ने छात्रों से लिखित में अपनी बात रखने को कहा है.

पीएमसीएच पटना

गौरतलब है कि 3 दिन पूर्व पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर हड़ताल कर रहे थे. इससे इलाज करवाने आये कई मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. लेकिन अब पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आए हैं. वहीं, अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों का कहना है कि क्या पीएमसीएच में कोई छात्र फेल नहीं होगा और अगर फेल होगा तो क्या हर बार विभागाध्यक्ष को हटाया जाएगा. अगर परीक्षा में कोई फेल या पास नहीं होगा तो परीक्षा का मतलब क्या रह जाएगा. साथ ही उनलोगों ने कहा कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के दवाब में स्वास्थ्य विभाग ने एक नई परंपरा स्थापित की है. जिससे चिकित्सा शिक्षा ही शक के घेरे में आ गई है.

छात्रों को लिखित में अपनी बात रखने का निर्देश

बतातें चलें कि मामले की जांच के लिए बानाये गए जांच समिति में पीएमसीएच के हड्डी विभाग, मेडिसिन और महिला एवं प्रसूति विभाग की अध्यक्ष को शामिल किया गया है. वहीं, जांच समिति के अपील के बाद समिति के समक्ष हड्डी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विजय कुमार उपस्थित हुए. कमेटी ने फेल हुए छात्रों को अपनी बात लिखित में रखने का निर्देश दिया था. लेकिन छात्रों ने लिखित में अपनी बात नहीं रखी. इसके बाद पीएमसीएच के प्रचार्य ने छात्रों को मंगलवार को 10 बजे तक कमेटी के समक्ष अपनी बात रखने का निर्देश दिया. प्रचार्य ने कहा कि अगर निर्धारित अवधि तक छात्र अपनी बात लिखित में नहीं देते हैं तो कमेटी आगे की कार्रवाई शुरू कर देगी.

पटना: पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म कर काम पर तो लौट आए है. मगर जिस शर्त पर हड़ताल खत्म की गई है उससे सीनियर डॉक्टरों में काफी नाराजगी है. वहीं, फेल हुए छात्रों के मामले की जांच सोमवार से शुरू हो गई है. तीन सदस्यीय समिति इस मामले की जांच करेगी. कमेटी ने छात्रों से लिखित में अपनी बात रखने को कहा है.

पीएमसीएच पटना

गौरतलब है कि 3 दिन पूर्व पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर हड़ताल कर रहे थे. इससे इलाज करवाने आये कई मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. लेकिन अब पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आए हैं. वहीं, अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों का कहना है कि क्या पीएमसीएच में कोई छात्र फेल नहीं होगा और अगर फेल होगा तो क्या हर बार विभागाध्यक्ष को हटाया जाएगा. अगर परीक्षा में कोई फेल या पास नहीं होगा तो परीक्षा का मतलब क्या रह जाएगा. साथ ही उनलोगों ने कहा कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के दवाब में स्वास्थ्य विभाग ने एक नई परंपरा स्थापित की है. जिससे चिकित्सा शिक्षा ही शक के घेरे में आ गई है.

छात्रों को लिखित में अपनी बात रखने का निर्देश

बतातें चलें कि मामले की जांच के लिए बानाये गए जांच समिति में पीएमसीएच के हड्डी विभाग, मेडिसिन और महिला एवं प्रसूति विभाग की अध्यक्ष को शामिल किया गया है. वहीं, जांच समिति के अपील के बाद समिति के समक्ष हड्डी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विजय कुमार उपस्थित हुए. कमेटी ने फेल हुए छात्रों को अपनी बात लिखित में रखने का निर्देश दिया था. लेकिन छात्रों ने लिखित में अपनी बात नहीं रखी. इसके बाद पीएमसीएच के प्रचार्य ने छात्रों को मंगलवार को 10 बजे तक कमेटी के समक्ष अपनी बात रखने का निर्देश दिया. प्रचार्य ने कहा कि अगर निर्धारित अवधि तक छात्र अपनी बात लिखित में नहीं देते हैं तो कमेटी आगे की कार्रवाई शुरू कर देगी.

Intro: पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म कर काम पर तो लौट आए हैं मगर जिस शर्त पर हड़ताल खत्म की गई है उससे सीनियर डॉक्टरों का एक घड़ा नाराज है


Body: बिते 3 दिन पूर्व पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर हड़ताल चल रही थी, जिससे राज्य भर के सैकडों मरीज परेशान हो उठे थे ,वहीं अब पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आए हैं मगर जिस शर्त पर खत्म हड़ताल खत्म की गई है उसे सीनियर डॉक्टरों का एक घड़ा नाराज है, हड़ताल जिस मुद्दे पर हुई थी वह अभी भी मुंह बाए खड़ा है, सीनियर डॉक्टरों का कहना है कि क्या पीएमसीएच में कोई छात्र फेल नहीं होगा और अगर फेल होगा तो क्या हर बार विभागाध्यक्ष को हटाया जाएगा अगर परीक्षा में कोई फेल पास नहीं होगा तो परीक्षा का मतलब क्या रह जाएगा
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के दवाब में स्वास्थ्य विभाग ने एक नई परंपरा स्थापित की है जिससे चिकित्सा शिक्षा ही शक के घेरे में आ गई है


Conclusion:पीएमसीएच में हड्डी विभाग के 5 छात्रों के फेल होने के मामले की जांच सोमवार से शुरू हो गई है 3 सदस्य समिति में पीएमसीएच के हड्डी विभाग मेडिसिन एवं महिला एवं प्रसूति विभाग की अध्यक्ष को शामिल किया गया है जांच समिति के समक्ष हड्डी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विजय कुमार उपस्थित हुए उन्होंने अपील बाद कमेटी के समक्ष रखी वहीं दूसरी ओर कमेटी ने जब छात्रों से लिखित में अपनी बात रखने को कहा तो वह देर शाम तक नहीं आए इसके बाद कमेटी के सदस्य उठकर चले गए पीएमसीएच के प्राचार्य प्रतीप चौधरी ने मंगलवार 10:00 बजे तक कमेटी के समक्ष अपनी बात रखने का निर्देश दिया है चौधरी ने कहा कि अगर निर्धारित अवधि तक छात्र अपनी बात लिखित में नहीं देते हैं तो कमी थी आगे की कार्रवाई शुरू कर देगी विद्यापति चौधरी की माने तो मंगलवार को रेशन बोर्ड गठित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह करेगा और फेल हुए छात्रों की कॉपी को पुनर्मूल्यांकन का लिए आग्रह करेगा


नोट:-अपरीहार्य कारणवश इसमे किसी कि बाईट नहीं हो सकी है
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