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LJP सांसद प्रिंस राज की अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई से जज ने खुद को किया अलग

रेप मामले लोजपा के सांसद प्रिंस राज की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करने वाले जज ने खुद को अलग कर लिया है. अब प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज सुधीर कुमार जैन 22 सितंबर को इस मामले पर सुनवाई करेंगे.

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Published : Sep 21, 2021, 9:10 PM IST

LJP MP Prince Raj
LJP MP Prince Raj

नई दिल्ली: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) के स्पेशल जज एमके नागपाल (Judge MK Nagpal) ने रेप मामले में लोजपा (LJP) के सांसद प्रिंस राज (MP Prince Raj) की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करने से खुद को अलग कर लिया है. अब प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज सुधीर कुमार जैन 22 सितंबर को इस मामले पर सुनवाई करेंगे.

यह भी पढ़ें - सांसद प्रिंस राज के बचाव में उतरी LJP, कहा- 'राजनीतिक साजिश के तहत लगाया गया आरोप'

दरअसल, एक महिला ने प्रिंस राज के खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि प्रिंस राज ने नशीली ड्रिंक पिलाकर बेहोश किया और फिर बेहोशी की हालत में उसके साथ यौन संबंध बनाया. इसके साथ ही उसने शादी का वादा भी किया. महिला की शिकायत पर कोर्ट ने प्रिंस राज के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया था. जिसके बाद पिछले 9 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने प्रिंस राज के खिलाफ FIR दर्ज की थी. वहीं प्रिंस राज ने गिरफ्तारी से बचने के लिये अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. जिस पर कोर्ट को आज फैसला सुनाना था, लेकिन जज ही इस केस से हट गये.

पिछली सुनवाई 17 सितंबर को हुई थी. तब कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. उस सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने प्रिंस राज की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि आरोपी की हिरासत में लेकर पूछताछ जरुरी है. क्योंकि जो वीडियो है, उसमें आपत्तिजनक कंटेंट हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक ये वीडियो आरोपी के कब्जे में है. प्रिंस राज की ओर से वकील विकास पाहवा ने कहा था कि शिकायतकर्ता ने फर्जी केस दर्ज कराया है. उसका कोई रेप नहीं हुआ है, वह आरोपी से पैसे ऐंठना चाहती है.

बता दें प्रिंस राज ने भी पिछले 10 फरवरी को महिला और उसकी मित्र के खिलाफ रेप केस में फंसाने की धमकी देने की शिकायत की थी. प्रिंस राज की शिकायत पर दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट थान में FIR दर्ज की गई है. FIR में फिरौती मांगने और इसके लिए धमकाने का आरोप लगाया गया है.

प्रिंस राज की शिकायत में कहा गया है कि पिछले साल वो एक महिला से मिले थे, जिसने अपने आपको राजनीतिक कार्यकर्ता बताया था. दोनों ने अपना फोन नंबर एक-दूसरे को दिया और दोनों के बीच दोस्ती हो गई. प्रिंस राज के मुताबिक 18 जून 2020 को महिला ने उन्हें अपने घर बुलाया और दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने. प्रिंस राज महिला के घर कई बार जा चुके हैं.

प्रिंस राज ने अपनी शिकायत में कहा था कि कुछ महीनों के बाद उन्हें पता चला कि महिला किसी पुरुष के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी. उन्होंने महिला से इसके बारे में पूछा था. अगस्त 2020 से प्रिंस राज महिला को नजरअंदाज करने लगा और उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया. एक दिन महिला के मित्र ने महिला के फोन से बात की और धमकी दी कि वो आपत्तिजनक वीडियो लीक कर देगा.

प्रिंस राज की शिकायत के मुताबिक महिला के मित्र ने आपत्तिजनक वीडियो लीक नहीं करने के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की. प्रिंस राज ने उन्हें दो लाख रुपये भी दिया लेकिन उसके बावजूद महिला और उसके मित्र ने एक करोड़ रुपये की मांग जारी रखी. जिसके चलते प्रिंस राज ने पिछले 9 फरवरी को दिल्ली पुलिस से शिकायत की.

यह भी पढ़ें - दुष्कर्म मामला : सांसद प्रिंस राज गिरफ्तारी से बचने को अदालत पहुंचे

नई दिल्ली: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) के स्पेशल जज एमके नागपाल (Judge MK Nagpal) ने रेप मामले में लोजपा (LJP) के सांसद प्रिंस राज (MP Prince Raj) की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करने से खुद को अलग कर लिया है. अब प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज सुधीर कुमार जैन 22 सितंबर को इस मामले पर सुनवाई करेंगे.

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दरअसल, एक महिला ने प्रिंस राज के खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि प्रिंस राज ने नशीली ड्रिंक पिलाकर बेहोश किया और फिर बेहोशी की हालत में उसके साथ यौन संबंध बनाया. इसके साथ ही उसने शादी का वादा भी किया. महिला की शिकायत पर कोर्ट ने प्रिंस राज के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया था. जिसके बाद पिछले 9 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने प्रिंस राज के खिलाफ FIR दर्ज की थी. वहीं प्रिंस राज ने गिरफ्तारी से बचने के लिये अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. जिस पर कोर्ट को आज फैसला सुनाना था, लेकिन जज ही इस केस से हट गये.

पिछली सुनवाई 17 सितंबर को हुई थी. तब कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. उस सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने प्रिंस राज की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि आरोपी की हिरासत में लेकर पूछताछ जरुरी है. क्योंकि जो वीडियो है, उसमें आपत्तिजनक कंटेंट हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक ये वीडियो आरोपी के कब्जे में है. प्रिंस राज की ओर से वकील विकास पाहवा ने कहा था कि शिकायतकर्ता ने फर्जी केस दर्ज कराया है. उसका कोई रेप नहीं हुआ है, वह आरोपी से पैसे ऐंठना चाहती है.

बता दें प्रिंस राज ने भी पिछले 10 फरवरी को महिला और उसकी मित्र के खिलाफ रेप केस में फंसाने की धमकी देने की शिकायत की थी. प्रिंस राज की शिकायत पर दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट थान में FIR दर्ज की गई है. FIR में फिरौती मांगने और इसके लिए धमकाने का आरोप लगाया गया है.

प्रिंस राज की शिकायत में कहा गया है कि पिछले साल वो एक महिला से मिले थे, जिसने अपने आपको राजनीतिक कार्यकर्ता बताया था. दोनों ने अपना फोन नंबर एक-दूसरे को दिया और दोनों के बीच दोस्ती हो गई. प्रिंस राज के मुताबिक 18 जून 2020 को महिला ने उन्हें अपने घर बुलाया और दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने. प्रिंस राज महिला के घर कई बार जा चुके हैं.

प्रिंस राज ने अपनी शिकायत में कहा था कि कुछ महीनों के बाद उन्हें पता चला कि महिला किसी पुरुष के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी. उन्होंने महिला से इसके बारे में पूछा था. अगस्त 2020 से प्रिंस राज महिला को नजरअंदाज करने लगा और उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया. एक दिन महिला के मित्र ने महिला के फोन से बात की और धमकी दी कि वो आपत्तिजनक वीडियो लीक कर देगा.

प्रिंस राज की शिकायत के मुताबिक महिला के मित्र ने आपत्तिजनक वीडियो लीक नहीं करने के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की. प्रिंस राज ने उन्हें दो लाख रुपये भी दिया लेकिन उसके बावजूद महिला और उसके मित्र ने एक करोड़ रुपये की मांग जारी रखी. जिसके चलते प्रिंस राज ने पिछले 9 फरवरी को दिल्ली पुलिस से शिकायत की.

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