पटना: बीजेपी ने अयोध्या में भगवान राम (BJP Stand On Ram Mandir) के भव्य मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाया था. लंबे समय तक राम मंदिर भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा बना रहा. बिहार में भाजपा की सहयोगी पार्टी को भी मुद्दे का लाभ मिला. सूबे में चौथी बार एनडीए को सत्ता में आने का मौका मिला. लेकिन बीते कुछ समय से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi Statement) के बयानों से बीजेपी आने वाले समय में होने वाले नुकसान को लेकर चिंतित है.
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बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल राम के अस्तित्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पहले तो भगवान राम की अस्तित्व को खारिज किया और अब भगवान कृष्ण के अस्तित्व को भी मानने से इंकार कर रहे हैं.
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आपको बता दें कि जीतन राम मांझी के ब्राह्मणों (Manjhi Statement on Brahmins) पर दिए आपत्तिजनक बयान के बाद काफी बवाल हुआ. आरोप-प्रत्यारोप के बीच मांझी पीछे हटे और डैमेज कंट्रोल के लिए ब्राह्मण दलित एकता भोज का आयोजन किया. लेकिन हम पार्टी के स्टैंड से भाजपा खेमे में बेचैनी है. पार्टी नेताओं को वोट बैंक खिसकने का भय सताने लगा है. मांझी अपने बयानों से भाजपा के कोर वोटर को टारगेट कर रहे हैं. मांझी के एक के बाद एक बयान से भाजपा नेतृत्व पशोपेश में है.
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पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, जिसे मैंने नहीं देखा है उसे मैं नहीं मानता हूं. मैंने कृष्ण को नहीं देखा है इसलिए मैं कृष्ण को भी नहीं मानता हूं.
"सत्यनारायण भगवान पूजा भी मैं नहीं कराता हूं. धार्मिक स्थलों पर जाकर दूसरे की भावनाओं की कदर करने के लिए और उन्हें खुश करने के लिए मैं इस तरह का व्यवहार करता हूं."- जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय अध्यक्ष,हम
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जीतन राम मांझी के बयानों पर भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है. पार्टी प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा है कि, मांझी अपने बयान से अपने साथ-साथ एनडीए का भी नुकसान कर रहे हैं.
"जीतन राम मांझी के बयान में दोहरापन है. एक ओर तो वह गोस्वामी तुलसीदास और सबरी को मानते हैं तो दूसरी तरफ भगवान राम को खारिज करते हैं. मैं मांझी जी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने अपने पुरखों को नहीं देखा है, क्या उन्हें भी नहीं मानेंगे."- डॉ राम सागर सिंह, प्रवक्ता,बीजेपी
वहीं, राजनीतिक विश्लेषक डॉ. संजय कुमार का मानना है कि जीतन राम मांझी आइडेंटिटी क्राइसिस के दौर से गुजर रहे हैं. जीतन राम मांझी एनडीए में रहकर एनडीए को टारगेट कर रहे हैं. एनडीए में रहते हुए उसी के खिलाफ ये मांझी का कोई पहला बयान नहीं है. मांझी पिछले कुछ समय से लगातार विवादास्पद बयान दे रहे हैं. इससे पहले मांझी (Manjhi On Modi Photo On Vaccination Certificate) ने पीएम नरेंद्र मोदी को भी टारगेट किया था.
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"मांझी के बयानों से भाजपा के साथ साथ हम पार्टी को भी उठाना पड़ेगा. अगर भाजपा के वोटर उनसे अलग होंगे तो खामियाजा एनडीए के सभी दलों को भुगतना पड़ेगा."-डॉ संजय कुमार,राजनीतिक विश्लेषक
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