पटना: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जीविका समूह लगातार मास्क बनाने का कार्य कर रही हैं. अब तक दो करोड़ से अधिक मास्क बनाया जा चुका है. वहीं राज्य सरकार जीविका समूह को अब जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम से जोड़ रही है. लॉकडाउन के बावजूद भी जीविका दीदियों की ओर से पौधा लगाने का काम युद्धस्तर पर जारी है.
फलदार वृक्ष लगाने का लक्ष्य
जिले में जीविका दीदियां अपने इलाके में फलदार पौधे लगाने का काम शुरू कर दी हैं. इन दीदियों के सामने एक करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इन्हें पहले सभी वृक्षों के लिए गड्ढे तैयार करने होते हैं, उसके बाद उन गड्ढों में पौधे लगाने होते हैं. लेकिन राज्य में पिछले महीने से जारी वर्षा के कारण पृथ्वी दिवस पर एक साथ 2 करोड़ 51 लाख पौधे लगाने कार्यक्रम में बदलाव किया गया है.
श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री 3 लाख से ऊपर लगाए गए पौधेजीविका समूह को पौधारोपण कार्य शुरू करने का निर्देश दे दिया गया है. ग्रामीण विकास विभाग के निर्देश के बाद कुछ ही दिनों में जीविका समूह अपने-अपने इलाके में तकरीबन 3 लाख 50 हजार पौधे लगा दी हैं.
75 लाख तैयार किए गए गड्ढे इन पौधों का देखरेख भी जीविका समूह के माध्यम से किया जाएगा. जीविका दीदियों ने 26 जून को गड्ढा खोदो अभियान के तहत 1 लाख 89 हजार 132 गड्ढे खोदे. गड्ढों में पौधे लगाने के पहले गड्डे खोदकर उसमें खाद आदि डालकर अनुकूल परिस्थिति बनाई जाती है. पृथ्वी दिवस के कार्यक्रम पर जीविका समूह के ने पूरे राज्य में 75 लाख गड्ढे तैयार किए हैं.
भविष्य में मिलेगी मददजीविका समूह को फलदार वृक्ष देने और उसे लगाने के पीछे सरकार का उद्देश्य उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना है. ग्रामीण विकास विभाग का मानना है कि फलदार पौधे से भविष्य में उन्हें न सिर्फ फल प्राप्त होंगे, बल्कि उन फलों की बिक्री से उन्हें अपने परिवार को पालने में काफी मदद हासिल होगी