पटना : केंद्र सरकार द्वारा 'वन नेशन वन इलेक्शन' को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में कमेटी बनाने की बात सामने आ रही है. इस पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने निशाना साधते हुए कहा कि ''वन नेशन वन इलेक्शन इसके पीछे उनकी छिपी हुई मंशा है वन मैन.'' यानी नरेंद्र मोदी को स्थापित करना.
''इनकी मंशा तो साफ है और रामनाथ कोविंद जी को अध्यक्ष बनाया गया है. नए संसद भवन के शिलान्यास के समय क्या राजनीतिक अछूत थे? सच तो यह है इंडिया गठबंधन के बढ़ते आकार और प्रभाव से भयभीत होकर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया हैं.''- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
केंद्र की मंशा पर जेडीयू का सवाल : जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि आखिर क्या विशेष परिस्थिति पैदा हो गयी? क्या मणिपुर में 48 मिनट डबल इंजन की सरकार में विधानसभा चली? या फिर 56 इंच वाले प्रधानमंत्री के देश में चीन की ओर से यह कहा जाना कि अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख मेरा है. या फिर राहुल गांधी ने जो भ्रष्टाचार को लेकर आरोप लगाया हैं उससे भयभीत हैं?
किस लिए बुलाया गया संसद का विशेष सत्र? : नीरज कुमार ने कहा कि क्या पीएम मोदी सफाई देने के लिए संसद का विशेष सत्र बुला रहे हैं. ऐसे समय में जब कर्नाटक का चुनाव आप हार गए, हिमाचल में हार गए, पंजाब में हार गए. पूरे दक्षिण भारत से आपका सफया हो गया. 2019 के घोषणा पत्र में आपने तो वादा नहीं किया था, यह तो व्यापक विमर्श की चीज है. लेकिन ये विशेष सत्र पॉलिटिकल पेन किलर नहीं बन पाएगा.
जेडीयू का वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर क्या रुख है? इस पर नीरज कुमार ने कहा कि पार्टी ने पहले कहा था कि इस पर सभी राजनीतिक दलों से, चुनाव आयोग से विचार विमर्श हो. अब इलेक्शन है तो उनको वन नेशन वन इलेक्शन की याद पड़ी.
''वन नेशन वन इलेक्शन चाहिए तो फिर वन शिक्षा नीति भी, वन स्वास्थ्य नीति कब बनेगी आदरणीय मोदी जी. जदयू अपना रुख कमेटी के पास रखेगी. हमारी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है और इंडिया गठबंधन सामूहिक रूप से इस पर फैसला लेगी और हमारे पार्टी के संसदीय दल के नेता ललन सिंह है वो बात रखेंगे.''- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू