पटनाः बिहार में करोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना की वजह से बिहार में पहले राजनेता की मौत होने के बाद अब विपक्ष ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीजेपी के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह की मौत के बाद नीतीश सरकार से यह पूछा है कि क्या अब भी बिहार में माहौल चुनाव कराने लायक है.
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव की ओर से उठाए गए सवाल पर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव अब सवाल बाज नेता बन गए हैं. बिहार में अब उन्हें कुछ भी अच्छा नहीं लगता है. राज्य सरकार को अधिकार होता है कि जनता की भलाई के लिए वह कुछ भी फैसला ले सकती है. राज्य सरकार चाहे तो जनता की भलाई के लिए बड़ा निर्णय ले सकती है. वहीं राजीव रंजन ने कहा बिहार सरकार अगर जनता के लिए उत्तरदाई है, तो नीतीश सरकार को जनता के लिए बड़े फैसले लेने का अधिकार है.
'तेजस्वी बन गए हैं सवाल बाज नेता'
वहीं एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा को हटाए जाने के मामले पर भी तेजस्वी यादव ने नाराजगी जाहिर की है. तेजस्वी ने कहा है कि एनएमसीएच अधीक्षक ने केंद्रीय टीम के सामने सच कहा और अपनी पोल खुलने के बाद सरकार ने उनके ऊपर कार्रवाई कर दी.
'तेजस्वी अपनी हताशा को दर्शाने का कर रहे काम'
इस पर जवाब देते हुए राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव टीका टिप्पणी करके अपनी हताशा और बौखलाहट को दर्शाने का काम कर रहे हैं. तेजस्वी यादव मुश्किल वक्त में जनता के दुःख दर्द में शामिल होने की बजाय बयानबाजी कर रहे हैं.