पटना: एनडीए के घटक दल भाजपा और जदयू की ओर से धन संग्रह अभियान चलाया जा रहा है. जदयू ने एक पखवाड़े में रिकॉर्ड धन संग्रह किया है. वहीं भाजपा की रफ्तार जदयू के मुकाबले काफी धीमी है. अभियान को लेकर बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. जदयू ने चंदे से 100 करोड़ रुपए इकट्ठा (JDU Received 100 Crore Donation in 15 days) किए. 15 दिनों में औसतन हर रोज 7 करोड़ रुपए मिले. जदयू ने मार्च तक 300 करोड़ धन संग्रह का लक्ष्य रखा है.
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बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल धन संग्रह अभियान चला रहे हैं. जदयू की ओर से भी अभियान की शुरुआत की गई है. नए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी को मजबूत करने के लिए अभियान की शुरुआत की है. पार्टी में महज 15 दिनों में ही 100 करोड़ रुपए इकट्ठा कर लिए हैं. औसतन जदयू को चंदे के रूप में हर रोज 7 करोड़ रुपए की राशि मिले जदयू की ओर से मार्च तक 300 करोड़ धन संग्रह का लक्ष्य रखा गया है.
पार्टी 2000 रुपए से कम की राशि रसीद के जरिए इकट्ठा कर रही है, तो उससे अधिक की राशि चेक के जरिए लिया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी भी माइक्रो डोनेशन कैंप के जरिए जहां धन इकट्ठा कर रही है, वहीं आम लोगों को भी पार्टी से जोड़ा जा रहा है. पार्टी की ओर से हर कार्यकर्ताओं को टारगेट दिया गया है कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को मोटिवेट कर पार्टी से जोड़ें. भारतीय जनता पार्टी 5 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक का चंदा कार्यकर्ताओं से ले रही है.
बिहार में भाजपा के नेता नमो ऐप के जरिए कार्यकर्ताओं को जोड़ने में जोर आजमाइश कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर सबसे आगे सीआर पाटिल चल रहे हैं, जिन्होंने अब तक 14 लाख 2 हजार लोगों को मोटिवेट कर पार्टी से जोड़ा है. बिहार भाजपा के नेताओं की अगर बात करें तो सबसे आगे बिहारशरीफ के एमएलए डॉ. सुनील कुमार हैं, जिन्होंने 977 लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम किया है. बिहार भाजपा के कार्यालय प्रभारी सतपाल नरोत्तम ने 663 लोगों का डोनेशन करवाया है. भाजपा के विधान पार्षद देवेश कुमार ने 263 लोगों का डोनेशन कराया है.
इधर, डोनेशन अभियान पर राजद ने सवाल खड़े किए हैं. पार्टी की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि डोनेशन के जरिए काले धन की उगाही की जा रही है. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि भाजपा इतनी बड़ी पार्टी है, फिर भी राष्ट्रीय स्तर पर 1 महीने में 12 करोड़ इकट्ठा किया जा सका, लेकिन जदयू ने 15 दिनों में 100 करोड़ इकट्ठा कर लिया, यह जांच का विषय है.
जदयू ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा है कि राजद बेबुनियाद आरोप लगा रही है. हम कार्यकर्ताओं से रसीद और चेक के जरिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं, जो पूरे तौर पर पारदर्शी है.
भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि हमारे लिए धन संग्रह से ज्यादा महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं को जोड़ना है. हम 5 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक कार्यकर्ताओं से माइक्रो डोनेशन के तहत ले रहे हैं. पारदर्शी तरीके से हम अपने कार्यकर्ताओं से चंदा इकट्ठा कर रहे हैं और उनके अंदर राष्ट्रवाद का भाव भी जगा रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय ने कहा है कि चंदा अधिक मिलने का तात्पर्य यह नहीं है कि जदयू नेता की लोकप्रियता ज्यादा है. वैसे भी राजनीतिक दलों को मिले चंदे का ऑडिट नहीं होता है और इसका लाभ राजनीतिक दल उठाते हैं. चंदा को लेकर लग रहे आरोपों की जांच के बाद ही असलियत सामने आ सकती है.
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