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खेला होने वाला है क्या? BJP ने JDU की 43 सीटों को अपने 'मिशन बिहार' में नहीं दी जगह - JDU not involved in BJP mission

क्या बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि बिहार में पहली बार बीजेपी की सातों मोर्चों की बैठक (BJP Mission In Bihar) होने वाली है. वहीं बीजेपी 200 विधानसभा क्षेत्रों का फीड बैक भी लेगी लेकिन जदयू की 2020 में जीती हुई 43 सीटों का फीड बैक नहीं लिया जाएगा. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

Meeting Of All Seven Fronts Of BJP In Patna
Meeting Of All Seven Fronts Of BJP In Patna
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Published : Jul 29, 2022, 6:52 PM IST

Updated : Jul 29, 2022, 7:53 PM IST

पटना: बिहार में बीजेपी की पहली बार संयुक्त रूप से सातों मोर्चा की बैठक (Meeting Of All Seven Fronts Of BJP In Patna) 30 और 31 जुलाई को होने जा रही है. BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Home Minister Amit Shah) भी आएंगे. बीजेपी कार्यालय सहित पूरा पटना भगवा रंग में रंग चुका है लेकिन सबसे खास बात कि बीजेपी ने 200 विधानसभा क्षेत्रों में अपने सभी मोर्चा के देश भर के पदाधिकारियों का 2 दिनों का प्रवास रखा है.

पढ़ें- एक क्लिक में जानिए जेपी नड्डा और अमित शाह का पटना में मिनट टू मिनट कार्यक्रम

बीजेपी लेगी 200 विधानसभा क्षेत्रों का फीडबैक: बीजेपी की सातों मोर्चा की संयुक्त बैठक को लेकर राजधानी में हलचल बढ़ी हुई हैं. सातों मोर्चा के देशभर के पदाधिकारी बिहार पहुंच चुके हैं और 2 दिनों के प्रवास पर भी हैं जिसमें 200 विधानसभा क्षेत्रों में फीडबैक ले रहे हैं. बीजेपी ने इस प्रवास कार्यक्रम में जदयू (JDU Not Involved In BJP Mission ) के उन 43 सीटों को छोड़ दिया है जिसे जदयू ने 2020 के चुनाव में जीता था.

जदयू की 43 सीटों को छोड़ने पर कयासों का बाजार गर्म: जदयू के 43 सीटों को नजरअंदाज करने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. बीजेपी की मंशा पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. सहयोगी हम के प्रवक्ता विजय यादव का कहना है बीजेपी को 243 सीटों पर तैयारी करना चाहिए था क्योंकि हम सभी गठबंधन में है. वहीं बीजेपी इसको लेकर गोलमोल जवाब देती नजर आ रही है. जबकि विपक्ष को बैठ बिठाए एक और मुद्दा हाथ लग गया है.

"बीजेपी ने 43 सीट छोड़कर जिस प्रकार से कार्यक्रम किया है दाल में कुछ काला लगता है. जब हम लोग गठबंधन में हैं तो बीजेपी को सभी सीटों पर तैयारी करनी चाहिए. जिससे गठबंधन को लाभ होता. यदि बीजेपी यह सोच रही है कि बिहार में नीतीश कुमार को माइनस कर कामयाब हो जाएगी तो वह मंसूबा पूरा नहीं हो सकता है."- विजय यादव, प्रवक्ता, हम

"200 विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास कार्यक्रम इसलिए किया गया क्योंकि पिछले तीन चार चुनावों में हम लोगों का प्रदर्शन वहां बेहतर था. सभी पदाधिकारियों बिहार सरकार और केंद्र सरकार के कामकाज का फीड बैक लेंगे और चुनावी तैयारी की भी जानकारी लेंगे."- प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता

"नीतीश कुमार ने 17 सालों में जो कार्य किए हैं प्रवास के दौरान उसका अनुभव उन्हें मिलेगा. पहले मुंबई में मरीन ड्राइव का लोग लुफ्त उठाते थे अब पटना में उठा रहे हैं. बिहार में जदयू और नीतीश कुमार ने अपनी सार्थकता सिद्ध कर दी है. हम लोग भी कार्यक्रम करते हैं तो सभी जिला में कार्यक्रम करते हैं. हमें कोई क्या मैसेज देगा जनता तो हर बार मैसेज देती है नीतीश कुमार को चुनकर भेजती है."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद जदयू



अंदरखाने जदयू भी कर रही तैयारी!: बता दें कि बीजेपी के 200 गेम प्लान को लेकर जदयू के अंदर खलबली जरूर है इसीलिए पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सभी विधायकों से भी बैठक में फीडबैक लिया था. प्रवक्ताओं की भी बैठक में इस पर चर्चा हुई है. एक तरह से जदयू भी अपनी तैयारी कर रही है.

30 से कार्यसमिति की शुरुआत : देश में पहली बार सात मोर्चे की संयुक्त बैठक आयोजित की जा रही है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक के लिए राजधानी पटना को चुना है. प्रदेश स्तर पर नेता बैठक को लेकर तैयारियों में जुटे हैं. आपको बता दें कि मोर्चे की कार्यसमिति की शुरुआत 30 जुलाई को होगी और 31 जुलाई को समाप्त होगी.

200 विधानसभाओं में मोर्चे के पदाधिकारी : 30 जुलाई को तमाम मोर्चे के पदाधिकारियों को 200 विधानसभाओं में भेजे जाएंगे. जहां वह 11 प्रकार के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. मिसाल के तौर पर विधानसभाओं में पदाधिकारी लाभार्थियों से मिलेंगे. कार्यकर्ताओं से मिलने के अलावा मठ मंदिर के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे और जो पहली बार वोटर होने जा रहे हैं उनसे भी मिलने की योजना है.

30-31 को है यह कार्यक्रम : 30 जुलाई को जेपी नड्डा पटना पहुंचेंगे और पटना के प्रमुख सड़कों पर वह रोड शो करेंगे. रोड शो के बाद 3:00 बजे कार्यसमिति में हिस्सा लेने ज्ञान भवन पहुंचेंगे. राष्ट्रीय कार्यसमिति में मोर्चा के प्रतिनिधियों के अलावा पार्टी के सारे महामंत्री सह संगठन प्रभारी हिस्सा लेंगे. 30 जुलाई को 2:00 बजे उद्घाटन सत्र होगा. 31 जुलाई को सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक बैठक चलेगी.


30 जुलाई को जेपी नड्डा का कार्यक्रमः पहले दिन (30 जुलाई) को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सुबह 10:30 पर पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे. उसके बाद पटना हाई कोर्ट के समीप अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद वह वहां से जेपी गोलंबर तक रोड शो करेंगे. इस दौरान जेपी नड्डा के साथ भारत सरकार के कई मंत्री और बिहार सरकार में भाजपा के कई मंत्री भी रोड शो में भाग लेंगे. उसके बाद जेपी नड्डा 30 जुलाई को ही 4:00 बजे से संयुक्त मोर्चा के कार्यक्रम को पटना के ज्ञान भवन में संबोधित करेंगे.

31 जुलाई को अमित शाह का कार्यक्रमः दूसरे दिन समापन समारोह में गृह मंत्री अमित शाह पटना पहुंचेंगे और समापन समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह दोनों मौजूद रहेंगे. उसी दिन शाम में 6:00 से 8:00 बजे तक अन्य राज्यों के जो नेता यहां पहुंचेंगे वे उनसे मुलाकात करेंगे. साथ ही संयुक्त मोर्चा की बैठक में भाग लेने जो बाहर से पहुंचेंगे उनसे भी मुलाकात का कार्यक्रम है. उसी दिन रात में 10:00 बजे गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली वापस लौट जाएंगे.



पटना: बिहार में बीजेपी की पहली बार संयुक्त रूप से सातों मोर्चा की बैठक (Meeting Of All Seven Fronts Of BJP In Patna) 30 और 31 जुलाई को होने जा रही है. BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Home Minister Amit Shah) भी आएंगे. बीजेपी कार्यालय सहित पूरा पटना भगवा रंग में रंग चुका है लेकिन सबसे खास बात कि बीजेपी ने 200 विधानसभा क्षेत्रों में अपने सभी मोर्चा के देश भर के पदाधिकारियों का 2 दिनों का प्रवास रखा है.

पढ़ें- एक क्लिक में जानिए जेपी नड्डा और अमित शाह का पटना में मिनट टू मिनट कार्यक्रम

बीजेपी लेगी 200 विधानसभा क्षेत्रों का फीडबैक: बीजेपी की सातों मोर्चा की संयुक्त बैठक को लेकर राजधानी में हलचल बढ़ी हुई हैं. सातों मोर्चा के देशभर के पदाधिकारी बिहार पहुंच चुके हैं और 2 दिनों के प्रवास पर भी हैं जिसमें 200 विधानसभा क्षेत्रों में फीडबैक ले रहे हैं. बीजेपी ने इस प्रवास कार्यक्रम में जदयू (JDU Not Involved In BJP Mission ) के उन 43 सीटों को छोड़ दिया है जिसे जदयू ने 2020 के चुनाव में जीता था.

जदयू की 43 सीटों को छोड़ने पर कयासों का बाजार गर्म: जदयू के 43 सीटों को नजरअंदाज करने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. बीजेपी की मंशा पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. सहयोगी हम के प्रवक्ता विजय यादव का कहना है बीजेपी को 243 सीटों पर तैयारी करना चाहिए था क्योंकि हम सभी गठबंधन में है. वहीं बीजेपी इसको लेकर गोलमोल जवाब देती नजर आ रही है. जबकि विपक्ष को बैठ बिठाए एक और मुद्दा हाथ लग गया है.

"बीजेपी ने 43 सीट छोड़कर जिस प्रकार से कार्यक्रम किया है दाल में कुछ काला लगता है. जब हम लोग गठबंधन में हैं तो बीजेपी को सभी सीटों पर तैयारी करनी चाहिए. जिससे गठबंधन को लाभ होता. यदि बीजेपी यह सोच रही है कि बिहार में नीतीश कुमार को माइनस कर कामयाब हो जाएगी तो वह मंसूबा पूरा नहीं हो सकता है."- विजय यादव, प्रवक्ता, हम

"200 विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास कार्यक्रम इसलिए किया गया क्योंकि पिछले तीन चार चुनावों में हम लोगों का प्रदर्शन वहां बेहतर था. सभी पदाधिकारियों बिहार सरकार और केंद्र सरकार के कामकाज का फीड बैक लेंगे और चुनावी तैयारी की भी जानकारी लेंगे."- प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता

"नीतीश कुमार ने 17 सालों में जो कार्य किए हैं प्रवास के दौरान उसका अनुभव उन्हें मिलेगा. पहले मुंबई में मरीन ड्राइव का लोग लुफ्त उठाते थे अब पटना में उठा रहे हैं. बिहार में जदयू और नीतीश कुमार ने अपनी सार्थकता सिद्ध कर दी है. हम लोग भी कार्यक्रम करते हैं तो सभी जिला में कार्यक्रम करते हैं. हमें कोई क्या मैसेज देगा जनता तो हर बार मैसेज देती है नीतीश कुमार को चुनकर भेजती है."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद जदयू



अंदरखाने जदयू भी कर रही तैयारी!: बता दें कि बीजेपी के 200 गेम प्लान को लेकर जदयू के अंदर खलबली जरूर है इसीलिए पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सभी विधायकों से भी बैठक में फीडबैक लिया था. प्रवक्ताओं की भी बैठक में इस पर चर्चा हुई है. एक तरह से जदयू भी अपनी तैयारी कर रही है.

30 से कार्यसमिति की शुरुआत : देश में पहली बार सात मोर्चे की संयुक्त बैठक आयोजित की जा रही है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक के लिए राजधानी पटना को चुना है. प्रदेश स्तर पर नेता बैठक को लेकर तैयारियों में जुटे हैं. आपको बता दें कि मोर्चे की कार्यसमिति की शुरुआत 30 जुलाई को होगी और 31 जुलाई को समाप्त होगी.

200 विधानसभाओं में मोर्चे के पदाधिकारी : 30 जुलाई को तमाम मोर्चे के पदाधिकारियों को 200 विधानसभाओं में भेजे जाएंगे. जहां वह 11 प्रकार के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. मिसाल के तौर पर विधानसभाओं में पदाधिकारी लाभार्थियों से मिलेंगे. कार्यकर्ताओं से मिलने के अलावा मठ मंदिर के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे और जो पहली बार वोटर होने जा रहे हैं उनसे भी मिलने की योजना है.

30-31 को है यह कार्यक्रम : 30 जुलाई को जेपी नड्डा पटना पहुंचेंगे और पटना के प्रमुख सड़कों पर वह रोड शो करेंगे. रोड शो के बाद 3:00 बजे कार्यसमिति में हिस्सा लेने ज्ञान भवन पहुंचेंगे. राष्ट्रीय कार्यसमिति में मोर्चा के प्रतिनिधियों के अलावा पार्टी के सारे महामंत्री सह संगठन प्रभारी हिस्सा लेंगे. 30 जुलाई को 2:00 बजे उद्घाटन सत्र होगा. 31 जुलाई को सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक बैठक चलेगी.


30 जुलाई को जेपी नड्डा का कार्यक्रमः पहले दिन (30 जुलाई) को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सुबह 10:30 पर पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे. उसके बाद पटना हाई कोर्ट के समीप अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद वह वहां से जेपी गोलंबर तक रोड शो करेंगे. इस दौरान जेपी नड्डा के साथ भारत सरकार के कई मंत्री और बिहार सरकार में भाजपा के कई मंत्री भी रोड शो में भाग लेंगे. उसके बाद जेपी नड्डा 30 जुलाई को ही 4:00 बजे से संयुक्त मोर्चा के कार्यक्रम को पटना के ज्ञान भवन में संबोधित करेंगे.

31 जुलाई को अमित शाह का कार्यक्रमः दूसरे दिन समापन समारोह में गृह मंत्री अमित शाह पटना पहुंचेंगे और समापन समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह दोनों मौजूद रहेंगे. उसी दिन शाम में 6:00 से 8:00 बजे तक अन्य राज्यों के जो नेता यहां पहुंचेंगे वे उनसे मुलाकात करेंगे. साथ ही संयुक्त मोर्चा की बैठक में भाग लेने जो बाहर से पहुंचेंगे उनसे भी मुलाकात का कार्यक्रम है. उसी दिन रात में 10:00 बजे गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली वापस लौट जाएंगे.



Last Updated : Jul 29, 2022, 7:53 PM IST
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