पटनाः दरभंगा के कुशेश्वरस्थान सीट से जदयू के विधायक शशिभूषण हजारी ( JDU MLA Shashi Bhushan Hajari) का बीमारी के कारण गुरुवार को निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके निधन पर सीएम नीतीश, बिहार विधासभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी सहित अन्य नेताओं ने शोक जताया है.
कई बीमारियों से ग्रसित थे 'हजारी'
शशिभूषण हजारी कई बीमारियों से ग्रसित थे. वे हेपेटाइटिस बी की बीमारी से भी जूझ रहे थे. उनके लीवर में संक्रमण था. तबीयत खराब होने के बाद पिछले कई दिनों से उनका इलाज दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उनकी तबीयत में किसी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा था और गुरुवार की सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली.
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सीएम नीतीश ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शशिभूषण हजारी के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि 'स्वर्गीय शशि भूषण हजारी एक कुशल राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे. वे गरीबों के उत्थान के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे. सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी. वे अपने क्षेत्र में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे. उन्होंने कहा कि शशि भूषण हजारी से मैं मर्माहत हूं"
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
सीएम ने आगे कहा कि उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. स्वर्गीय शशि भूषण हजारी का अंतिम संस्कार कोविड के प्रोटोकॉल के अनुरूप राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
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जदयू के लिए बड़ा झटका
विधायक शशिभूषण हजारी के निधन से जदयू को एक बड़ा झटका लगा है. इससे पहले विधायक मेवालाल चौधरी का भी निधन हो चुका है. इस तरह 2 विधायकों का निधन अब तक हुआ है. जदयू के विधायकों की संख्या घटकर अब फिर 43 हो गई है.
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कौन थे शशिभूषण हजारी?
शशिभूषण हजारी ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट से 2010 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद 2020 में जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई थी. 2015 का चुनाव वे जदयू के टिकट पर लड़े थे. इसके बाद 2020 में भी जदयू के टिकट पर फिर जीत दर्ज की थी. बता दें कि साल 2010 के विधानसभा चुनाव में शशिभूषण हजारी ने लोक जनशक्ति पार्टी के दिवंगत नेता रामचंद्र पासवान को हराया था.