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BJP को JDU विधायक की दो टूक- 'साथ छोड़ना है तो छोड़ दीजिए, कौन कह रहा है रहने के लिए'

शराबबंदी पर जेडीयू और बीजेपी में तकरार (Dispute Between JDU and BJP on Prohibition) बढ़ती जा रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जहां जेडीयू को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि बिहार सरकार अच्छे वातावरण में शांति से चले यह सिर्फ हमारी जिम्मेवारी नहीं, बल्कि आप की भी है. वहीं, अब जेडीयू विधायक संजीव कुमार (JDU MLA Sanjeev Kumar) ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर इतनी प्रॉब्लम है तो सरकार में क्यों बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि साथ छोड़ना है तो छोड़ दीजिए ना, कौन साथ बने रहने के लिए कह रहा है.

शराबबंदी पर जेडीयू और बीजेपी में तकरार
शराबबंदी पर जेडीयू और बीजेपी में तकरार
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Published : Jan 17, 2022, 5:06 PM IST

पटना: नालंदा में जहरीली शराब से मौत (Death Due to Poisonous Liquor) के बाद बीजेपी और जेडीयू के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. पहले बीजेपी की ओर से शराबबंदी कानून को लेकर सरकार पर सवाल उठाए गए, जिसके बाद जेडीयू ने भी तल्ख लहजे में पलटवार किया है. वहीं, इस बीच जेडीयू विधायक संजीव कुमार (JDU MLA Sanjeev Kumar) ने बीजेपी को इस तरह से खुलेआम बयानबाजी न करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को बिहार में कड़ाई से लागू किया जा रहा है. नालंदा में भी पुलिस कार्रवाई कर रही है. ऐसे में बीजेपी नेता गठबंधन में रहकर जिस तरह से सरकार के विरोध में बयानबाजी कर रहे हैं, वह ठीक नहीं है.

ये भी पढ़ें: बिहार BJP अध्यक्ष की सियासी 'धमकी', '.. ऐसा ना हो कि नीतीश कुमार की कुर्सी ही चली जाए'

जेडीयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होगी या नहीं होगी, यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तय करेंगे. हमारी पार्टी के सभी नेता सीएम के साथ हैं. शुरू से ही बिहार में शराबबंदी कानून का सभी लोग पक्षधर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में नालंदा में जो घटना हुई है, वह बेहद दुखद है. बावजूद इसके शराबबंदी कानून को बिहार में कड़ाई से लागू किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी भी इस सरकार में शामिल है. अब ऐसे में उनके नेता अगर खुलेआम बयानबाजी करते हैं तो यह कहीं से भी उचित नहीं है.

"शराबबंदी कानून की समीक्षा होगी या नहीं, यह मुख्यमंत्री तय करेंगे. हम लोग सीएम नीतीश कुमार के साथ हैं. शुरू से ही बिहार में शराबबंदी कानून का पक्षधर सभी दल के लोग रहे हैं. शराबबंदी कानून को बिहार में कड़ाई से लागू किया जा रहा है. इसको लेकर नालंदा में भी पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है. ऐसे में बीजेपी नेता गठबंधन में रहकर जिस तरह बयानबाजी कर रहे हैं, वो ठीक नहीं है"- डॉ. संजीव कुमार, विधायक, जेडीयू

जेडीयू विधायक ने साफ-साफ कहा कि बीजेपी के नेताओं को मीडिया में आकर शराबबंदी कानून को लेकर इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए और ना ही हो-हल्ला करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें किसी भी तरह की बात कहनी है तो वह सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर कहें, यही अच्छा होगा. संजीव कुमार ने कहा कि जिस तरह का माहौल बीजेपी के नेताओं ने बिहार में बना दिया है, वह ठीक नहीं है. अगर उन्हें अलग होना है तो उन्हें किसने रोका है लेकिन इस तरह से मीडिया में आ कर बात करना ठीक नहीं है.

ये भी पढ़ें: 'इतनी ही दिक्कत है तो क्यों नहीं नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेती BJP?'

आपको बताएं कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक बार फिर जेडीयू को चेताया है. उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि जनता दल यूनाइटेड को गठबंधन धर्म का पालन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्विटर-ट्विटर खेलना बंद करना चाहिए. अगर प्रधानमंत्री के साथ जेडीयू के नेता ट्विटर-ट्विटर खेलेंगे, तो बिहार के 76 लाख बीजेपी कार्यकर्ता इसका जवाब देना जानते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी का जिक्र करते हुए कहा कि माननीय जी को यह समझ आ गया कि एनडीए गठबंधन का निर्णय केंद्र द्वारा है और बिल्कुल मजबूत है, इसलिए हम सभी को साथ चलना है. फिर बार-बार महोदय मुझे और केंद्रीय नेतृत्व को टैग करके ना जाने क्यों प्रश्न करते हैं.

इससे पहले जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि संजय जायसवाल क्या बोलते हैं, कई बार उनको भी समझ में नहीं आता होगा. अब शराबबंदी को लेकर उन्होंने पूछा है कि पार्टी कार्रवाई करेगी कि नहीं. उन्हें बताना चाहता हूं कि शराबबंदी मामले में पार्टी नहीं सरकार कार्रवाई करती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जरूर कार्रवाई करेंगे और सरकार में तो उनकी पार्टी भी शामिल है. जिसके जवाब में बिहार बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा की मंथरा से तुलना (Upendra Kushwaha Compared to Manthara) करते हुए कहा कि वे बीजेपी और जेडीयू के बीच 'मंथरा' का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वे किसी दूसरे दल का सुपारी लेकर जेडीयू में बैठे हैं और एनडीए का सर्वनाश करने पर तुले हैं.

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पटना: नालंदा में जहरीली शराब से मौत (Death Due to Poisonous Liquor) के बाद बीजेपी और जेडीयू के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. पहले बीजेपी की ओर से शराबबंदी कानून को लेकर सरकार पर सवाल उठाए गए, जिसके बाद जेडीयू ने भी तल्ख लहजे में पलटवार किया है. वहीं, इस बीच जेडीयू विधायक संजीव कुमार (JDU MLA Sanjeev Kumar) ने बीजेपी को इस तरह से खुलेआम बयानबाजी न करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को बिहार में कड़ाई से लागू किया जा रहा है. नालंदा में भी पुलिस कार्रवाई कर रही है. ऐसे में बीजेपी नेता गठबंधन में रहकर जिस तरह से सरकार के विरोध में बयानबाजी कर रहे हैं, वह ठीक नहीं है.

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जेडीयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होगी या नहीं होगी, यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तय करेंगे. हमारी पार्टी के सभी नेता सीएम के साथ हैं. शुरू से ही बिहार में शराबबंदी कानून का सभी लोग पक्षधर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में नालंदा में जो घटना हुई है, वह बेहद दुखद है. बावजूद इसके शराबबंदी कानून को बिहार में कड़ाई से लागू किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी भी इस सरकार में शामिल है. अब ऐसे में उनके नेता अगर खुलेआम बयानबाजी करते हैं तो यह कहीं से भी उचित नहीं है.

"शराबबंदी कानून की समीक्षा होगी या नहीं, यह मुख्यमंत्री तय करेंगे. हम लोग सीएम नीतीश कुमार के साथ हैं. शुरू से ही बिहार में शराबबंदी कानून का पक्षधर सभी दल के लोग रहे हैं. शराबबंदी कानून को बिहार में कड़ाई से लागू किया जा रहा है. इसको लेकर नालंदा में भी पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है. ऐसे में बीजेपी नेता गठबंधन में रहकर जिस तरह बयानबाजी कर रहे हैं, वो ठीक नहीं है"- डॉ. संजीव कुमार, विधायक, जेडीयू

जेडीयू विधायक ने साफ-साफ कहा कि बीजेपी के नेताओं को मीडिया में आकर शराबबंदी कानून को लेकर इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए और ना ही हो-हल्ला करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें किसी भी तरह की बात कहनी है तो वह सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर कहें, यही अच्छा होगा. संजीव कुमार ने कहा कि जिस तरह का माहौल बीजेपी के नेताओं ने बिहार में बना दिया है, वह ठीक नहीं है. अगर उन्हें अलग होना है तो उन्हें किसने रोका है लेकिन इस तरह से मीडिया में आ कर बात करना ठीक नहीं है.

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आपको बताएं कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक बार फिर जेडीयू को चेताया है. उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि जनता दल यूनाइटेड को गठबंधन धर्म का पालन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्विटर-ट्विटर खेलना बंद करना चाहिए. अगर प्रधानमंत्री के साथ जेडीयू के नेता ट्विटर-ट्विटर खेलेंगे, तो बिहार के 76 लाख बीजेपी कार्यकर्ता इसका जवाब देना जानते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी का जिक्र करते हुए कहा कि माननीय जी को यह समझ आ गया कि एनडीए गठबंधन का निर्णय केंद्र द्वारा है और बिल्कुल मजबूत है, इसलिए हम सभी को साथ चलना है. फिर बार-बार महोदय मुझे और केंद्रीय नेतृत्व को टैग करके ना जाने क्यों प्रश्न करते हैं.

इससे पहले जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि संजय जायसवाल क्या बोलते हैं, कई बार उनको भी समझ में नहीं आता होगा. अब शराबबंदी को लेकर उन्होंने पूछा है कि पार्टी कार्रवाई करेगी कि नहीं. उन्हें बताना चाहता हूं कि शराबबंदी मामले में पार्टी नहीं सरकार कार्रवाई करती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जरूर कार्रवाई करेंगे और सरकार में तो उनकी पार्टी भी शामिल है. जिसके जवाब में बिहार बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा की मंथरा से तुलना (Upendra Kushwaha Compared to Manthara) करते हुए कहा कि वे बीजेपी और जेडीयू के बीच 'मंथरा' का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वे किसी दूसरे दल का सुपारी लेकर जेडीयू में बैठे हैं और एनडीए का सर्वनाश करने पर तुले हैं.

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