पटना (बाढ़): बिहार इन दिनों कोरोना महामारी और बाढ़ के कारण संकट झेल रहा है. कई सियासी दल तय समय पर बिहार विधानसभा चुनाव का विरोध भी कर रहे हैं. इन सब के बीच निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. चुनाव आयोग से आहट मिलने के बाद बिहार के विभिन्न विधानसभा सीट पर दावेदारी भी शुरू हो गई है.
इसी क्रम में पटना जिला अंतर्गत बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से रणवीर सिंह पंकज ने अपनी दावेदारी और चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि जनता के हित के लिए वे चुनावी मैदान में एकबार फिर से उतरेगें. इस बार कोई समझौता नही होगा.
'आलाकमान का निर्णय होगा सर्वमान्य'
इस संबंध में ईटीवी भारत संवाददाता ने रणवीर सिंह पंकज से बात की तो उन्होंने कहा कि जनता की मांग पर वे चुनाव लड़ने का विचार कर रहे हैं. गठबंधन से आगे तय होगा किसी कहां से चुनाव लड़ने के लिए सीट मिलेगा. हमलोग इससे पहले भी लोकसभा चुनाव के दौरान जदयू के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किया था. वे पार्टी के सच्चे सिपाही है. उनको पार्टी जो निर्णय सुनाएगी. वे उसका पालन करेगें.
भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के करीबी
बता दें कि रणवीर सिंह पंकज भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के करीबी में से एक रहे हैं. पिछले तमाम चुनावों में उन्होंने ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के लिए रणनीतिकार की भूमिका निभाते रहे हैं. बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में रोचक मुकाबला रहा था. यहां बीजेपी के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू और जेडीयू के मनोज कुमार के बीच सीधा मुकाबला था. इस विधानसभी सीट पर काफी जेद्देजहद के बाद ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू अंत में जीत गए थे.
बाढ़ विधानसभा का चुनावी मुद्दा
राजनीति के जानकार की माने तो इस बार बाढ़ विधानसभा क्षेत्र में जिला निर्माण का मुद्दा सबसे अहम रहने वाला है. बीते दो दशक से इसी मुद्दे के सहारे प्रत्याशी जीत कर सदन में पहुंचते रहे हैं. इसके अलावे विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण, जल निकासी के साथ-साथ नाला निर्माण भी चुनावी मुद्दे बनने वाले हैं.