नई दिल्ली/पटना : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी किया था कि लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे छात्र, मजदूर, पर्यटक अपने घर जा सकते हैं, सभी को बसों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए ले जाना होगा. वहीं, बिहार सरकार ने कहा था कि बिहार से बाहर 25 लाख बिहारी मजदूर फंसे हैं और भारी संख्या में छात्र भी हैं.
सभी को बसों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए बिहार लाया गया तो 1 लाख 70 हजार बसों की जरुरत पड़ेगी और इतनी बसें बिहार सरकार के पास नहीं है. इसलिए केंद्र सरकार स्पेशल ट्रेन चलाये. इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है और स्पेशल ट्रेन से दूसरे राज्यों में फंसे बिहारी मजदूरों व छात्रों को बिहार लाने का काम भी शुरू हो गया है.
बिहारियों को वापस लाने में नीतीश ने नहीं की जल्दबाजी
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जल्दबाजी में गैर जिम्मेदाराना निर्णय लिया था और महाराष्ट्र के नांदेड़ गुरुद्वारे से अपने राज्य के लोगों को बसों से वापस बुलाया और किसी की अच्छे से जांच नहीं हुई. पंजाब वापस लौटे कई लोगों को कोरोना हो गया और पंजाब में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
PM से सीएम नीतीश ने की थी मांग
केसी त्यागी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाहर फंसे बिहारियों को वापस लाने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की. नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से मांग की थी कि जो लोग दूसरे राज्य में फंसे हैं. वह सब अपने घर जा सकें. इसके लिये केंद्र सरकार लॉकडाउन के नियमों में संसोधन करें. सरकार नया गाइडलाइन जारी करें और लोगों को अपने घर भेजने के लिये सरकारी संसाधन मुहैया कराये. केंद्र सरकार ने सीएम नीतीश की इन बातों को माना.
सियासत चमकाने के लिए विपक्षी दलों के नेता बना रहे थे बात
केसी त्यागी ने कहा कि स्पेशल ट्रेन चलाने के निर्णय का हम लोग स्वागत करते हैं. स्पेशल ट्रेनों से बिहार से बाहर फंसे बिहारी मजदूरों-छात्रों को वापस बिहार लाने का काम शुरू हो गया है. ट्रेनों में भोजन की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि बिहार के विपक्षी दल इस संकट के दौर में भी सियासत कर रहे हैं. बिहार के विपक्षी दल कह रहे थे कि प्राइवेट बस वह लोग देने के लिए तैयार हैं और बिहार सरकार इन बसों से दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों को वापस लाए. मैं कहना चाहता हूं कि ऐसे गंभीर मामलों में प्राइवेट प्लेयर्स का कोई रोल नहीं रहता. अपनी सियासत चमकाने और लोकप्रियता पाने के लिए विपक्षी दलों के नेता इस तरह की बात कर रहे थे.
नई गाइडलाइन का अच्छे से करें पालन
केसी त्यागी ने कहा कि बिहार में कोरोना का संक्रमण बाहर से आए लोगों के कारण तेजी से फैला. बिहार में अब बाहर से लोगों के आने का सिलसिला फिर शुरु हो गया है. इसलिये बिहार सरकार हरसंभव कदम उठा रही है और बिहार सरकार की कोशिश है कि बाहर से आने वालों के कारण अब बिहार में संक्रमण न फैले. बाहर से बिहार आ रहे बिहारियों से मेरा आग्रह है कि नई गाइडलाइन का अच्छे से पालन करें.