पटनाः बिहार के पटना स्थित हज भवन में आज इफ्तार पार्टी है. इस इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो शामिल होंगे ही साथ ही लालू परिवार और महागठबंधन के घटक दल के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. जदयू की ओर से बीजेपी नेताओं को आमंत्रित किया गया है कि नहीं इस पर सलीम परवेज ने कहा कि पार्टी मुख्यालय की तरफ से ही निमंत्रण भेजा जा रहा है, मेरी जानकारी में नहीं है कि भेजा गया है या नहीं.
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महागठबंधन के कई नेता होंगे शामिलः पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से सीएम आवास में 7 अप्रैल को दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया था जिसमें महागठबंधन के घटक दल के नेता शामिल हुए थे, हालांकि बीजेपी के तरफ से मुख्यमंत्री आवास में आयोजित किए गए इफ्तार पार्टी का बहिष्कार किया गया. इस पर भी बयानबाजी शुरू है. लालू परिवार से केवल तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री के इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे. आज जदयू की ओर से दावते इफ्तार में महागठबंधन के घटक दल के प्रमुख नेता शामिल होंगे या तो तय है.
लालू परिवार ने रखी 9 अप्रैल को दावत-ए-इफ्तारः वहीं, बीजेपी के किसी नेता के आने की उम्मीद कम ही है. आरजेडी की तरफ से लालू परिवार ने 9 अप्रैल को दावते इफ्तार का आयोजन किया है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं और तैयारियों पर नजर रख रहे हैं. बिहार की दो प्रमुख सत्ताधारी दल जदयू और आरजेडी के इफ्तार में कौन-कौन से चेहरे शामिल होते हैं, इस पर सबकी नजर बनी रहेगी. जदयू की तरफ से इफ्तार को लेकर जो आमंत्रण भेजा गया है उसमें मुख्यमंत्री के शामिल होने की बात कही गई है और सलीम परवेज के साथ मंत्री जमा खान का आयोजक में नाम है.
बिहार में इफ्तार के बहाने सियासत ः बिहार में दावत-ए-इफ्तार के बहाने लंबे समय से सियासत हो रही है. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने से पहले इफ्तार पार्टी से ही नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच नजदीकियां बढ़ी थी. इस बार बीजेपी के तरफ से यह आरोप लगाया जा रहा है कि बिहार में एक तरफ नालंदा और सासाराम में माहौल खराब है, दूसरी तरफ तुष्टीकरण के लिए नीतीश कुमार इफ्तार का आयोजन कर रहे हैं. कुल मिलाकर देखें तो सियासत के बीच सबकी नजर जरूर उस पर रहेगी कि कौन-कौन लोग इसमें शामिल होते हैं और कौन-कौन लोग अनुपस्थित रहते हैं.