पटनाः बिहार में जदयू का भीम संसद को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा कह रही है कि जिस कांग्रेस ने भीमराव अंबेडकर को तकलीफ दी, उसी कांग्रेस की गोद में बैठने वाले लोग भीम संसद मना रहे हैं. भाजपा विधायक ने कहा कि उनको भीम संसद मनाने को कोई अधिकार नहीं है. दूसरी ओर जदयू का दावा है कि भीम संसद में काफी संख्या में दलित लोग पहुंचे हैं.
"जो कांग्रेस के गोद में बैठे हैं, उनको भीम संसद करने का कोई अधिकार नहीं है. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी को कांग्रेस के लोगों ने कितना तकलीफ दिया. जो इस देश के संविधान निर्माता थे, कांग्रेस ने उनको चुनाव तक नहीं जीतने दिया था. उसी कांग्रेस की गोद में बैठकर भीम संसद मनाने वाले लोग किसी ठग रहे हैं, ये बात उनसे पूछिए." -जिवेश मिश्रा, पूर्व मंत्री सह बीजेपी विधायक
कांग्रेस ने दलितों का अपमान कियाः पूर्व मंत्री सह बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड कभी भी दलितों का सम्मान कर ही नहीं सकता है, क्योंकि जनता दल यूनाइटेड अभी कांग्रेस की गोद में खेल रही है. कांग्रेस वैसी पार्टी है, जो लगातार बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया है. बाबा साहब अंबेडकर को सदन में नहीं जाने दिया था. उन्होंने कहा कि उसे दिन को याद कीजिए और उसके बाद पता चलेगा कि कांग्रेस किस तरह से दलितों का अपमान किया है.
भाजपा की जीत का दावाः इस दौरान भाजपा विधायक ने कहा कि पता नहीं किस मुंह से जनता दल यूनाइटेड के लोग दलित समाज के हित की बात करते हैं. दलित समाज के लोग कभी भी उनके झांसे में आने वाले नहीं हैं. लगातार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलित समाज को लेकर कई काम कर रहे हैं. कहीं न कहीं दलित समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही रहने का मन बना लिया है.
स्वतंत्रता सेनानी और महापुरुषों को हथियार बना रही पार्टीः पटना में रविवार को भीम संसद का आयोजन किया गया. बता दें कि इससे पहले भाजपा ने पहले यादव सम्मेलन और इसके बाद झलकारी बाई की जयंती मना कर अति पिछड़ा वोट को साधने की कोशिश की. भाजपा ने झलकारी बाई की जयंती में 20 हजार लोगों के पहुंचने का दावा किया था, लेकिन 200 लोग भी मुश्किल से पहुंचे थे. दूसरी ओर राजद भी अल्पसंख्यक को साधने के लिए स्वतंत्रता सेनानी युसूफ मेहर के नाम पर कार्यक्रम का आयोजन कर रही है.