पटना: राजधानी पटना स्थित में आज शुक्रवार 13 अक्टूबर सुबह से ही हलचल थी. कहीं ढोल बज रहा था तो ही कहीं नारेबाजी हो रही थी कि 'देश का प्रधानमंत्री कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो'. दरअसल जातीय गणना रिपोर्ट आने की खुशी में आज जदयू कार्यालय कर्पूरी सभागार में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में पूरे बिहार से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे. इनमें सबसे अधिक संख्या पिछड़ा और अति पिछड़ा कार्यकर्ताओं की थी.
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नीतीश कुमार पीएम बनेंः पूरे कार्यक्रम के दौरान कर्पूरी सभागार के बाहर नारेबाजी होती रही. राज्य के कोने-कोने से आए कार्यकर्ताओं ने कहा-'नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक काम किया है.'सीतामढ़ी से जदयू कार्यालय पहुंचे बबलू मंडल का कहना था- "नीतीश कुमार ने गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया है. जन-जन चाहता है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री हों. अति पिछड़ा के लिए बिहार में कर्पूरी ठाकुर के बाद किसी ने काम किया है तो वह नीतीश कुमार ही हैं."
नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक काम कियाः भोजपुर से आए दुर्गा शंकर प्रसाद का कहना है नीतीश कुमार ने ऐतिहासिक काम किया है. इस लिए हम लोग अभिनंदन समारोह कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं. जदयू एमएलसी संजय गांधी ने कहा कि बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ पहुंची है. नीतीश कुमार ने जो जातीय गाणना करायी है उसको लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह है.
जाति गणना रिपोर्ट को भुनाने की कोशिश: 2024 चुनाव को लेकर जदयू ने कमर कस लिया है. सरकार के स्तर पर नीतीश कुमार कई फैसले ले रहे हैं जो सीधे चुनाव पर प्रभाव डालेगा. तो वहीं पार्टी स्तर पर भी कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. जातीय गणना की रिपोर्ट के बाद पार्टी की ओर से इसे भुनाने की कोशिश शुरू हो गई है. नवंबर में सभी जिलों में अभिनंदन समारोह का आयोजन करने की तैयारी है. इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
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