पटना: राजधानी पटना में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) के कार्यालय में मंगलवार को जनता दरबार (Janta Darbar) का आयोजन किया गया. इस मौके पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के साथ मंत्री संतोष कुमार सुमन (Minister Santosh Kumar Suman) ने फरियादियों की समस्याएं सुनी. साथ ही फरियादियों की शिकायत को लेकर कई अधिकारियों से बातचीत भी की.
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इस दौरान जनता दरबार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि ''लोगों की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान करने का अवसर हम लोगों को मिलता है. यही कारण है कि हमारी पार्टी के तरफ से भी जनता दरबार शुरू किया गया है, जो कि हर मंगलवार को पार्टी कार्यालय में लगाया जाएगा.''
जीतन राम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा जाति जनगणना (Caste Census) के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को फिर से पत्र लिखने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि प्रधानमंत्री के सामने हम लोगों ने अपनी बातें रखी हैं और अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है, बहुत कम ही दिन हुए हैं. ऐसे में राजद के लोगों को अभी रिमाइंडर लेटर नहीं भेजना चाहिए.
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''जाति जनगणना का मुद्दा सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उठाया था और राजद के लोग क्रेडिट लेने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते हैं जो कि उचित नहीं है. प्रधानमंत्री को कम से कम इस मुद्दे पर विचार करने के लिए 6 महीने का समय देना चाहिए.''- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
बता दें कि बिहार में एनडीए गठबंधन (NDA Alliance) की सहयोगी पार्टियों में जनता दरबार लगाने की होड़ मची हुई है. बीजेपी (BJP) और जदयू (JDU) के मंत्रियों के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने भी जनता दरबार लगाकर लोगों की फरियाद सुनी.