पटना: साक्षरता दिवस के अवसर पर बिहार के जेल प्रशासन ने एक नई पहल की शुरुआत की है. प्रशासन बिहार के जेलों में बंद अनपढ़ कैदियों को साक्षर बनाएगा. इसके लिए जेल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.
शुरुआती दौर में पटना स्थित बेउर जेल और फुलवारी जेल में बंद निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाया जाएगा. उसके बाद धीरे-धीरे बिहार के सभी जिलों में बंद है कैदियों को साक्षर बनाने की कवायद शुरू हो जाएगी.
'दो पालियों में चलेगी कक्षाएं'
बता दें कि राजधानी पटना स्थित बेउर जेल और फुलवारी जेल में 1431 बंदी अनपढ़ हैं. इन सभी कैदियों को पढ़ाने के लिए जेल में ही सजा काट रहे 15 शिक्षित कैदियों का चयन कर लिया गया है. दो पालियो में कक्षाएं चलेंगी. करोना काल के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत इन कैदियों का पठन-पाठन का कार्य किया जाएगा.
‘चलाया जाएगा अभियान’
राजधानी में यह प्रयोग सफल होने के बाद बिहार के अन्य जिलों में बंद सभी कैदियों को भी साक्षर बनाया जाएगा. प्रशासन की मानें तो बेउर जेल में 3800 बंदी हैं, जबकी फुलवारी शरीफ जेल में 800 बंदी हैं. जिनमे से बेउर जेल में 1264 कैदी और फुलवारी शरीफ जेल में 167 बंदी निरक्षर है.
'तैयारी में जुटा जेल प्रशासन'
इस इस मामले पर जेल प्रशासन का कहना है कि कैदियों को साक्षर बनाने के लिए जेल में बने हॉल में कक्षा चलाई जाएगी. इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से कॉपी-किताब की व्यवस्था कर ली गई है.