पटना: भाजपा के खिलाफ एकजुट होने को लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों को एक पत्र लिखा है. इस पत्र को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने ममता की बात से सहमति जताई है और कहा है कि यह पहल तो काफी पहले लालू यादव कर चुके है. अगर तब सभी दल इस बात को समझ जाते तो आज यह नौबत नहीं आती.
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'बिहार में जिस तरह से विधानसभा चुनाव में जीती हुई बाजी षड्यंत्र के तहत भाजपा ने पलट दी. वह इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि ममता बनर्जी क्या कहना चाहती हैं. लालू यादव काफी पहले से सारी परिस्थितियां समझ कर सबको साथ लेकर चलने की बात कहते रहे हैं. अगर पहले सभी विपक्षी दल इस बात को समझ जाते तो आज यह नौबत नहीं आती. हम सब ममता बनर्जी की बातों से सहमत हैं और उनके साथ हैं.' - जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी
जगदानंद सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी को इस बात की आशंका है कि जो बिहार में हुआ, वैसे ही स्थिति पश्चिम बंगाल चुनाव में भी हो सकती है. क्योंकि भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने में माहिर है.
ममता की अपील
बता दें कि ममता बनर्जी ने भाजपा को छोड़कर सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं को पत्र लिखा है. ममता ने सभी नेताओं से एकजुट होने की अपील की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने पत्र में लिखा है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी पार्टियों कोे एकजुट होना जरूरी है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच ममता बनर्जी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, शिवसेना प्रमुख व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, 'आप' संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बीजेडी अध्यक्ष व ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और सीपीआई (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य को पत्र लिखा है.