पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन अपील को राजधानीवासी बखूबी निभा रहे हैं. लोग इस दौरान बैंक में भी आने से परहेज कर रहे हैं. देश में बैंकिंग गतिविधियों में कमी देखने को मिली है. इसके प्रतिफल के रूप में डिजिटल लेनदेन में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है. लोग अपने घर से ही डिजिटल पेमेंट के माध्यम से पैसों की लेनदेन कर रहे हैं. हालांकि, लॉकडाउन के दौरान साइबर फ्रॉड के मामले में भी बढ़ोतरी हुई है.
'सुरक्षा मानकों का किया जा रहा पालन'
इस मामले पर राजधानी स्थित स्टेट बैंक मेन ब्रांच के बैंक मैनेजर दिनेश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री की अपील के बाद लोग घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं. पहले जहां बैंक में 5 सौ से 1 हजार बैंक पहुंचा करते थे. वहीं, वर्तमान समय में मात्र 50 से 100 लोग बैंक बस मजबूरी से आ रहे हैं.आम जनता के सुरक्षा को मद्देनजर देखते हुए बैंक मैं भी सोशल डिस्टेंस बनाकर काम हो रहा है. पैसों को लेनदेन के समय आम जनता के हाथों को बैंक सेनिटाइज करवा रही है. उन्होंने बताया कि बैंक के अधिकतर ग्राहक नेट बैंकिग या फिर डिजिटल पेमेंंट के विभिन्न माध्यामों का उपयोग कर रहे हैं. इसके अलावे बैंक केवल वही लोग आ रहे है, जिनका खाता जन धन योजना के तहत खोली गाई है या फिर जिन्हें डिजिटल पेमेंट के बारे में जानकारी नहीं हैं.
डिजिटल पेमेंट पर जोर
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को हराने के लिए पूरे प्रदेशभर के लोग अपने घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं. जिस वजह से डिजिटल पेमेंट में काफी बढ़ोतरी देखी गई है. हालांकि, बैंक खुला सामान्य दिनों की तरह खुला तो है. लेकिन बैंक में कम लोग पहुंच रहे हैं. सुरक्षा के मद्देनजर बैंकों में सोशल डिस्टेंस नियम का पालन कर कार्य किया जा रहा है.बैंकों को भी समय-समय पर पूरी तरह से सेनेटाइज किया जा रहा है. बैंक मैनेजर ने लोगों से डिजिटल लेन-देन पर निर्भरता बढ़ाने की अपील की.