पटना: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव के बयान के कारण चिकित्सकों (Doctors) पर हिंसा बढ़ी है.
उनके बयान के कारण देशभर में टीकाकरण (Vaccination) कार्य बहुत प्रभावित हुआ है. बाबा रामदेव का बयान कानूनी रूप से भी गलत और दंडनीय अपराध है. योगगुरू रामदेव के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आईएमए (IMA) आगामी 18 जून को देशभर में सभी निजी और सरकारी ओपीडी (OPD) कार्य का बहिष्कार करेगा.
रामदेव के बयान ने भ्रम पैदा किया- डॉ अजय कुमार
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) बिहार ने पटना (Patna) के गांधी मैदान स्थित आईएमए भवन में मंगलवार को मीडिया को संबोधित किया. इस मौके पर आईएमए बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ अजय कुमार कहा कि कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) के लिए दुनिया (World) ने काफी खर्च किया है.
बाबा रामदेव के बयान के कारण वैज्ञानिकों पर भी लोगों ने शक किया है. रामदेव के बयान के कारण ही ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी वैक्सीनेशन को लेकर भ्रम की स्थिति है. बहुत सारे लोग वैक्सीन लेने से इंकार कर रहे हैं. डॉक्टर वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने जा रहे हैं तो कई जगहों पर उनके साथ मारपीट की खबर है.
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बाबा रामदेव द्वारा पिछले दिनों आधुनिक चिकित्सा पद्धति को लेकर दिए गए अनर्गल बयान के विरोध में प्रदेश भर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में 18 जून को चिकित्सक विरोध प्रदर्शन करेंगे. इस विरोध प्रदर्शन के तहत 18 जून को प्रदेश भर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं सुबह 8:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक बाधित रहेंगी.- आईएमए, बिहार
बाबा रामदेव ने एक अपनी नकली दवा कोरोनील को बेचने के लिए आधुनिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े डॉक्टरों के बारे में भ्रामक प्रचार किया है. आईएमए की मांग है कि बाबा रामदेव पर सरकार कड़ी कार्रवाई करें. ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार का बाबा आकर चिकित्सा विज्ञान पद्धति के बारे में लोगों में भ्रम पैदा ना कर सकें.- डॉ अजय कुमार, बिहार आईएमए अध्यक्ष
वैक्सीनेशन अभियान को गहरा धक्का
वहीं, आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा, 'बाबा रामदेव ने जो यह बयान दिया है कि जो चिकित्सक अपनी जान नहीं बचा पाए वे दूसरों की जान क्या बचा पाएंगे. वैक्सीन के बारे में यह कहा कि दोनों डोज लेने के बावजूद कई लोग मर गए हैं. एलोपैथ स्टूपिड साइंस है. बाबा रामदेव के इन वक्तव्यों से देश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान को गहरा धक्का लगा है'.
वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में भ्रम
उन्होंने आरोप लगाया कि इन बयानों के चलते ही वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में भ्रम पैदा हुआ है. कोरोना के इलाज में भी बाबा रामदेव के बयान से काफी प्रभाव पड़ा है. लोग समय पर चिकित्सकों के पास दिखाने नहीं पहुंच रहे हैं. जब स्थिति बिगड़ने लगती है तब पहुंच रहे हैं. जिस वजह से मोर्टिलिटी रेट बढ़ी है.
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रामदेव के बयान से देश को नुकसान
बाबा रामदेव के बयान से देश को काफी नुकसान हुआ है. देश विकास की दिशा में 20 साल पीछे चला गया है. रामदेव पर कार्रवाई की मांग को लेकर देशभर में आईएमए द्वारा एफआईआर दर्ज कराया गया है.
बयान के बाद डॉक्टरों पर हमला बढ़ा
सहजानंद ने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव के बयान के कारण हाल के दिनों में चिकित्सकों पर हमले में 20% बढ़ोतरी देखने को मिली है. वह केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि डॉक्टरों पर हो रहे हमले को रोकने के लिए सरकार कड़ा कानून बनाए. इस प्रकार की घटना में शामिल लोगों को कम से कम 10 साल की जेल हो.