पटना: पीएमसीएच के नर्सिंग के दर्जनों छात्राएं हॉस्टल की मांग को लेकर गर्दनीबाग में तीन दिन से भूख हड़ताल (Hunger Strike Of PMCH Nursing Student) पर बैठी हैं. बुधवार को अचानक चार छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई. प्रशासन ने बीमार छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया है. दरअसल, छात्राओं का कॉलेज वैशाली के राजापाकर में शिफ्ट किया जा रहा है. जबकि प्रदर्शनकारियों नर्सिंग छात्राओं का कहना है कि हमलोगों ने PMCH में एडमिशन लिया है. ऐसे में हमलोगों को पटना में ही हॉस्टल देकर पीएमसीएच में पढ़ाई कराई जाए.
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छात्राओं को चढ़ाया जा रहा स्लाइन: पिछले तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी है. कई छात्राओं को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है. वहीं चार छात्राओं की तबीयत अधिक बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है. प्रदर्शनकारियों छात्रा प्रेरणा का कहना है कि यह सरकार 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा देती है लेकिन हमलोग आज नर्सिंग की छात्रा होकर सड़क पर बैठकर भूख हड़ताल कर रहे हैं लेकिन सरकार किसी भी तरह से संज्ञान नहीं ले रही है, जोकि काफी दुखद है. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी चाहे कुछ भी हो जाए धरनास्थल पर बैठकर भूख हड़ताल जारी रखेंगे. उनका कहना है कि वे लोग किसी भी हालत में वैशाली नहीं जाएंगे.
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छात्राओं का पटना में हॉस्टल देने की मांग: प्रदर्शनकारी छात्राओं का कहना है कि पटना में हमलोगों ने एडमिशन लिया था और हमलोग पीएमसीएच में पढ़ाई करेंगे. सरकार को चाहिए कि पटना में ही कहीं हॉस्टल की व्यवस्था करें. उनका कहना है कि भले ही हमलोग मर जाएं लेकिन अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे. बता दें कि पीएमसीएच में पुराने बिल्डिंगों का पुर्नर्निमाण किया जा रहा है. ऐसे में नर्सिंग कॉलेज को पटना से वैशाली के राजापाकर में शिफ्ट किया जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि पटना में ही हॉस्टल की व्यवस्था कर दी जाए, ताकि पीएमसीएच से उनकी पढ़ाई पूरी हो सके. यही मांग को लेकर छात्राएं पिछले 17 दिन से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर बैठी हैं.
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