ETV Bharat / state

BPSC Exam: बदले पैटर्न में नेगेटिव मार्किंग के क्या हैं फायदे-नुकसान? एक्सपर्ट से जानें कैसे करें तैयारी

author img

By

Published : Jan 28, 2023, 12:00 AM IST

बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission ) इस बार बदले हुए परीक्षा पैटर्न पर 68वीं प्रीलिम्स परीक्षा का 12 फरवरी को प्रदेश के 38 जिले के 805 केंद्रों पर आयोजित करने जा रहा है. इस संबंध में आयोग ने सूचना जारी की है कि आज आयोग के आधिकारिक वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर परीक्षा को लेकर एडमिट कार्ड जारी कर दिया जाएगा. इस बार नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान है. ऐसे में इसकी तैयारी कैसी की जाए. पढ़िए पूरी रिपोर्ट..

बीपीएससी परीक्षा
बीपीएससी परीक्षा
बीपीएससी परीक्षा की तैयारी पर गुरु रहमान से बातचीत

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग इस बार बदले हुए पैटर्न में 68वीं प्रीलिम्स की परीक्षा आयोजित कर रहा है. पहली बार बीपीएससी की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है. परीक्षा में 150 प्रश्नों पर नेगेटिव मार्किंग होंगे, जहां प्रत्येक सही उत्तर पर 1 अंक और प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काट लिए जाएंगे. ऐसे में इस बार परीक्षा की तैयारी कैसे की (How to prepare for BPSC exam) जाए और इस नेगेटिव मार्किंग के क्या फायदे और नुकसान हैं? इस पर पटना में बीपीएससी की तैयारी कराने वाले प्रख्यात शिक्षाविद गुरु रहमान ने ईटीवी भारत से बातचीत की.

ये भी पढ़ेंः 67वीं BPSC रिजल्ट में धांधली के आरोप: बोले गुरु रहमान- 'पूछे गए थे गलत प्रश्न'

नेगेटिव मार्किंग से मेहनती छात्रों को फायदाः बातचीत के क्रम में गुरु रहमान ने कहा कि बीपीएससी 67वीं प्रीलिम्स की पहली परीक्षा में जिस प्रकार क्वेश्चन पेपर लीक हो गया. उसके बाद से आयोग ने कई बदलाव किए. आयोग ने मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन में चार विकल्प के जगह 5 विकल्प कर दिए और 'ई' ऑप्शन का विकल्प शुरू किया. इसके अलावा नेगेटिव मार्किंग कि इस बार से शुरुआत की गई है. नेगेटिव मार्किंग से मेहनती छात्रों को कोई नुकसान नहीं है और जो अच्छी तैयारी किए हुए हैं उन्हें फायदा ही है.

अब सिर्फ आंसर पता होने पर ही करें टिकः गुरु रहमान ने बताया कि कई बार ऐसा होता था, जब नेगेटिव मार्किंग नहीं रहने से तैयारी अच्छी नहीं है, फिर भी टिक लगा देते थे. ऐसे में कुछ सही भी टिक लग जाता था. अब इसकी गुंजाइश काफी कम होगी. हालांकि छात्रों को यदि किसी क्वेश्चन को लेकर आंसर में दुविधा है और जिस पर अधिक उनका मत जा रहा है. उस पर रिस्क लेना चाहिए. वहीं जो बिल्कुल नहीं समझ आ रहा है, उसे टच ना करें. लेकिन जिस पर थोड़ा बहुत डाउट है उसे टच कर सकते है.

'ई' ऑप्शन से आयोग ने गेंद अपने पाले में डाला: गुरु रहमान ने कहा कि बीपीएससी में जो 'ई' ऑप्शन है, उसका मतलब है 'इनमें से एक से अधिक, अथवा इनमें से कोई नहीं'. इस ऑप्शन को डालकर आयोग ने सभी गेंद को अपने पाले में डाल दिया है. प्रश्न कोई गलत नहीं होते हैं. उसके उत्तर गलत होते हैं और इसी प्रकार बीपीएससी 67वीं प्रीलिम्स में सात प्रश्नों को उन्होंने गलत साबित किया था. उसके उत्तर क्वेश्चन में सही नहीं लिखे गए थे. रिजल्ट के बाद अभ्यर्थियों ने इसको लेकर प्रोटेस्ट किया जिसके बाद आयोग ने भी माना और अतिरिक्त 15 छात्रों के रिजल्ट जारी किए.प्रश्न गलत पाए जाने के बाद से आयोग ने अपनी फजीहत को बचाने के लिए 'ई' ऑप्शन लाया है. ताकि कोई छात्र क्लेम ना कर सके कि प्रश्न के उत्तर में ऑप्शन सही नहीं थे.

गुरु रहमान
गुरु रहमान

"बीपीएससी में जो 'ई' ऑप्शन है, उसका मतलब है 'इनमें से एक से अधिक, अथवा इनमें से कोई नहीं'. इस ऑप्शन को डालकर आयोग ने सभी गेंद को अपने पाले में डाल दिया है. प्रश्न कोई गलत नहीं होते हैं. ब मुश्किल से 2 सप्ताह का समय बच गया है. ऐसे में अंतिम समय में छात्र कुछ नया ना पढ़े और जो कुछ पढ़े हुए हैं. उसी को रिवाइज करें. नया अगर पढ़ना है तो करंट अफेयर्स को पढ़ें" - गुरु रहमान

अब कुछ नया न पढ़ें, करंट अफेयर्स पर कमांड मजबूत करेंः गुरु रहमान ने कहा कि अब मुश्किल से 2 सप्ताह का समय बच गया है. ऐसे में अंतिम समय में छात्र कुछ नया ना पढ़े और जो कुछ पढ़े हुए हैं. उसी को रिवाइज करें. नया अगर पढ़ना है तो करंट अफेयर्स को पढ़ें. दिसंबर 2021 से लेकर जनवरी 2023 तक के करंट अफेयर्स पर अपनी कमांड मजबूत करें. करंट अफेयर्स में इकोनामिक्स से रिलेटेड जो कुछ टॉपिक हैं. उसे बेहतर तरीके से पढ़ें और याद रखें.

कम से कम तीन सेट रोज बनाएंः गुरु रहमान ने कहा कि सभी अभ्यर्थियों के लिए जरूरी है कि प्रतिदिन कम से कम 3 क्वेश्चन सेट को सॉल्व करें. मार्केट से क्वेश्चन सेट को लेकर के सॉल्व करें या विभिन्न कोचिंग संस्थान वाले जो टेस्ट सीरीज चलाते हैं उसे ज्वाइन करें. अगर संभव हो तो कम से कम एक टेस्ट सीरीज घर से बाहर निकल कर किसी संस्थान में बैठ कर अधिक से अधिक अभ्यर्थियों के बीच में बैठ कर दें. इससे आप खुद का मूल्यांकन कर पाएंगे और जान पाएंगे कि आपकी कहां कमियां है जिसे दूर करने की आवश्यकता है और किस टॉपिक पर अधिक फोकस करने की आवश्यकता पड़ रही है.

बीपीएससी परीक्षा की तैयारी पर गुरु रहमान से बातचीत

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग इस बार बदले हुए पैटर्न में 68वीं प्रीलिम्स की परीक्षा आयोजित कर रहा है. पहली बार बीपीएससी की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है. परीक्षा में 150 प्रश्नों पर नेगेटिव मार्किंग होंगे, जहां प्रत्येक सही उत्तर पर 1 अंक और प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक काट लिए जाएंगे. ऐसे में इस बार परीक्षा की तैयारी कैसे की (How to prepare for BPSC exam) जाए और इस नेगेटिव मार्किंग के क्या फायदे और नुकसान हैं? इस पर पटना में बीपीएससी की तैयारी कराने वाले प्रख्यात शिक्षाविद गुरु रहमान ने ईटीवी भारत से बातचीत की.

ये भी पढ़ेंः 67वीं BPSC रिजल्ट में धांधली के आरोप: बोले गुरु रहमान- 'पूछे गए थे गलत प्रश्न'

नेगेटिव मार्किंग से मेहनती छात्रों को फायदाः बातचीत के क्रम में गुरु रहमान ने कहा कि बीपीएससी 67वीं प्रीलिम्स की पहली परीक्षा में जिस प्रकार क्वेश्चन पेपर लीक हो गया. उसके बाद से आयोग ने कई बदलाव किए. आयोग ने मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन में चार विकल्प के जगह 5 विकल्प कर दिए और 'ई' ऑप्शन का विकल्प शुरू किया. इसके अलावा नेगेटिव मार्किंग कि इस बार से शुरुआत की गई है. नेगेटिव मार्किंग से मेहनती छात्रों को कोई नुकसान नहीं है और जो अच्छी तैयारी किए हुए हैं उन्हें फायदा ही है.

अब सिर्फ आंसर पता होने पर ही करें टिकः गुरु रहमान ने बताया कि कई बार ऐसा होता था, जब नेगेटिव मार्किंग नहीं रहने से तैयारी अच्छी नहीं है, फिर भी टिक लगा देते थे. ऐसे में कुछ सही भी टिक लग जाता था. अब इसकी गुंजाइश काफी कम होगी. हालांकि छात्रों को यदि किसी क्वेश्चन को लेकर आंसर में दुविधा है और जिस पर अधिक उनका मत जा रहा है. उस पर रिस्क लेना चाहिए. वहीं जो बिल्कुल नहीं समझ आ रहा है, उसे टच ना करें. लेकिन जिस पर थोड़ा बहुत डाउट है उसे टच कर सकते है.

'ई' ऑप्शन से आयोग ने गेंद अपने पाले में डाला: गुरु रहमान ने कहा कि बीपीएससी में जो 'ई' ऑप्शन है, उसका मतलब है 'इनमें से एक से अधिक, अथवा इनमें से कोई नहीं'. इस ऑप्शन को डालकर आयोग ने सभी गेंद को अपने पाले में डाल दिया है. प्रश्न कोई गलत नहीं होते हैं. उसके उत्तर गलत होते हैं और इसी प्रकार बीपीएससी 67वीं प्रीलिम्स में सात प्रश्नों को उन्होंने गलत साबित किया था. उसके उत्तर क्वेश्चन में सही नहीं लिखे गए थे. रिजल्ट के बाद अभ्यर्थियों ने इसको लेकर प्रोटेस्ट किया जिसके बाद आयोग ने भी माना और अतिरिक्त 15 छात्रों के रिजल्ट जारी किए.प्रश्न गलत पाए जाने के बाद से आयोग ने अपनी फजीहत को बचाने के लिए 'ई' ऑप्शन लाया है. ताकि कोई छात्र क्लेम ना कर सके कि प्रश्न के उत्तर में ऑप्शन सही नहीं थे.

गुरु रहमान
गुरु रहमान

"बीपीएससी में जो 'ई' ऑप्शन है, उसका मतलब है 'इनमें से एक से अधिक, अथवा इनमें से कोई नहीं'. इस ऑप्शन को डालकर आयोग ने सभी गेंद को अपने पाले में डाल दिया है. प्रश्न कोई गलत नहीं होते हैं. ब मुश्किल से 2 सप्ताह का समय बच गया है. ऐसे में अंतिम समय में छात्र कुछ नया ना पढ़े और जो कुछ पढ़े हुए हैं. उसी को रिवाइज करें. नया अगर पढ़ना है तो करंट अफेयर्स को पढ़ें" - गुरु रहमान

अब कुछ नया न पढ़ें, करंट अफेयर्स पर कमांड मजबूत करेंः गुरु रहमान ने कहा कि अब मुश्किल से 2 सप्ताह का समय बच गया है. ऐसे में अंतिम समय में छात्र कुछ नया ना पढ़े और जो कुछ पढ़े हुए हैं. उसी को रिवाइज करें. नया अगर पढ़ना है तो करंट अफेयर्स को पढ़ें. दिसंबर 2021 से लेकर जनवरी 2023 तक के करंट अफेयर्स पर अपनी कमांड मजबूत करें. करंट अफेयर्स में इकोनामिक्स से रिलेटेड जो कुछ टॉपिक हैं. उसे बेहतर तरीके से पढ़ें और याद रखें.

कम से कम तीन सेट रोज बनाएंः गुरु रहमान ने कहा कि सभी अभ्यर्थियों के लिए जरूरी है कि प्रतिदिन कम से कम 3 क्वेश्चन सेट को सॉल्व करें. मार्केट से क्वेश्चन सेट को लेकर के सॉल्व करें या विभिन्न कोचिंग संस्थान वाले जो टेस्ट सीरीज चलाते हैं उसे ज्वाइन करें. अगर संभव हो तो कम से कम एक टेस्ट सीरीज घर से बाहर निकल कर किसी संस्थान में बैठ कर अधिक से अधिक अभ्यर्थियों के बीच में बैठ कर दें. इससे आप खुद का मूल्यांकन कर पाएंगे और जान पाएंगे कि आपकी कहां कमियां है जिसे दूर करने की आवश्यकता है और किस टॉपिक पर अधिक फोकस करने की आवश्यकता पड़ रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.