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बिहार में शराबबंदी की समीक्षा की मांग तेज, HAM ने कहा- गुजरात मॉडल की तर्ज पर लागू हो कानून - Demand for review of prohibition

हम प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी की समीक्षा की मांग (Demand for review of prohibition) की है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी जिन गरीबों को शराब पीने से रोकने के लिए लागू की गई थी, आज वही कानून गरीब के लिए आफत बन गया है, क्योंकि जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं. ऐसे में गुजरात मॉडल की तर्ज पर शराबबंदी कानून लागू किया जाए.

शराबबंदी की समीक्षा की मांग
शराबबंदी की समीक्षा की मांग
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Published : Jan 19, 2022, 3:19 PM IST

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लेकर सियासत जारी है. जेडीयू को छोड़कर एनडीए के सभी घटक दलों ने शराबबंदी की समीक्षा की मांग (Demand for Review of Prohibition) की है. पहले से ही जहां बीजेपी इसको लेकर काफी मुखर है. वहीं इन दिनों हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) ने भी इसको लेकर जोर-शोर से आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है. हम प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने कहा कि हमारे सुप्रीमो जीतनराम मांझी शुरू से ही यह कहते आए हैं कि बिहार में जो शराबबंदी कानून है, उससे कहीं ना कहीं गरीब आदमी ही ज्यादा से ज्यादा जेल जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बोले JDU प्रवक्ता- 'शराबबंदी कानून में संशोधन की मुझे कोई जानकारी नहीं, कानून पर सरकार अडिग'

हम प्रवक्ता विजय यादव ने जीतनराम मांझी के बयान को याद दिलाते हुए कहा कि अमीर आदमी सुरक्षित शराब पी रहे हैं, जबकि गरीब आदमी अगर शराब का सेवन करते हैं तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती है. सबसे ज्यादा गरीब आदमी ही जेल में है, इसीलिए इस कानून का समीक्षा होनी जरूरी है. उन्होंने कहा कि बिहार में गुजरात मॉडल शराबबंदी अगर हो तो बहुत अच्छी बात है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से शराबबंदी कानून में संशोधन के प्रस्ताव को लेकर सरकार जो बात कह रही है, उसके लिए मुझे लगता है कि सबसे पहले इसमें जनता की राय लेनी चाहिए कि आम जनता किस तरह का शराबबंदी कानून चाहती है.

विजय यादव ने कहा कि जिस तरह से जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की मौत हो रही है, वह काफी दुखद है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लगातार ऐसी घटना को लेकर चिंतित नजर आते हैं. यही कारण है कि वह लगातार शराबबंदी कानून की समीक्षा के बाद करते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई बार उन्होंने अपील भी की है. हम अभी भी यह चाहते हैं कि बिहार में गुजरात मॉडल शराबबंदी हो, जिससे कि जहरीली शराब की बिक्री कम होगी.

ये भी पढ़ें: वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को बताया छोटा भाई, कहा- खिचड़ी पकेगी तो सभी खायेंगे

इस दौरान हम प्रवक्ता विजय यादव ने वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के उस बयान को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें सहनी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताया था. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी की अपनी राय है. उनकी इन बातों से हमारी पार्टी से लेना देना नहीं है लेकिन हम एनडीए के साथ हैं और मजबूती से मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में बिहार की सरकार काम कर रही है.

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पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लेकर सियासत जारी है. जेडीयू को छोड़कर एनडीए के सभी घटक दलों ने शराबबंदी की समीक्षा की मांग (Demand for Review of Prohibition) की है. पहले से ही जहां बीजेपी इसको लेकर काफी मुखर है. वहीं इन दिनों हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) ने भी इसको लेकर जोर-शोर से आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है. हम प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने कहा कि हमारे सुप्रीमो जीतनराम मांझी शुरू से ही यह कहते आए हैं कि बिहार में जो शराबबंदी कानून है, उससे कहीं ना कहीं गरीब आदमी ही ज्यादा से ज्यादा जेल जा रहे हैं.

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हम प्रवक्ता विजय यादव ने जीतनराम मांझी के बयान को याद दिलाते हुए कहा कि अमीर आदमी सुरक्षित शराब पी रहे हैं, जबकि गरीब आदमी अगर शराब का सेवन करते हैं तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती है. सबसे ज्यादा गरीब आदमी ही जेल में है, इसीलिए इस कानून का समीक्षा होनी जरूरी है. उन्होंने कहा कि बिहार में गुजरात मॉडल शराबबंदी अगर हो तो बहुत अच्छी बात है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से शराबबंदी कानून में संशोधन के प्रस्ताव को लेकर सरकार जो बात कह रही है, उसके लिए मुझे लगता है कि सबसे पहले इसमें जनता की राय लेनी चाहिए कि आम जनता किस तरह का शराबबंदी कानून चाहती है.

विजय यादव ने कहा कि जिस तरह से जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की मौत हो रही है, वह काफी दुखद है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लगातार ऐसी घटना को लेकर चिंतित नजर आते हैं. यही कारण है कि वह लगातार शराबबंदी कानून की समीक्षा के बाद करते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई बार उन्होंने अपील भी की है. हम अभी भी यह चाहते हैं कि बिहार में गुजरात मॉडल शराबबंदी हो, जिससे कि जहरीली शराब की बिक्री कम होगी.

ये भी पढ़ें: वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को बताया छोटा भाई, कहा- खिचड़ी पकेगी तो सभी खायेंगे

इस दौरान हम प्रवक्ता विजय यादव ने वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के उस बयान को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें सहनी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताया था. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी की अपनी राय है. उनकी इन बातों से हमारी पार्टी से लेना देना नहीं है लेकिन हम एनडीए के साथ हैं और मजबूती से मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में बिहार की सरकार काम कर रही है.

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