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बेऊर जेल में 1 हिंदू और 107 मुस्लिम कैदी रख रहे रोजा, चैती छठ पूजा की भी है तैयारी - etv bharat news

राजधानी पटना के बेउर जेल (Beur Jail Patna) में 101 मुस्लिम पुरुष और 6 मुस्लिम महिलाएं भी रोजा रख रही हैं. वहीं, जेल में बंद एक हिंदू कैदी संतोष कुमार चौरसिया भी रोजे रख रहे हैं. जेल प्रशासन की ओर से इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है.

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Published : Apr 4, 2022, 6:27 PM IST

पटनाः पूरी दुनिया में इस्लामिक महीने रमजान की शुरूआत (One Month Ramadan start) हो चुकी है. भारत में भी 3 अप्रैल से मुसलमान रोजे रख रहे हैं. इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग इस पूरे महीने में रोजा रखेंगे. रमजान को लेकर बेऊर जेल पटना में भी चहल-पहल बढ़ गई है, जेल में बंद 107 मुस्लिम कैदी रोजा (Hindu And Muslim Prisoners Fasting For Ramadan) रख रहे हैं, जिसमें 1 हिंदू भी शामिल हैं, जो पूरी आस्था के साथ फास्टिंग कर रहे हैं. जेल जेल प्रशासन की ओर से भी इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है.

ये भी पढ़ेंः Ramadan 2022 : देश के कई हिस्सों में नजर आया रमजान का चांद, रविवार को पहला रोजा

जेल में हिंदू कैदी रख रहा रोजाः राजधानी पटना के बेउर जेल में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रोजा रख रहे हैं. जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जेल में बंद एक हिंदू कैदी संतोष कुमार चौरसिया भी रोजे रख रहे हैं. वहीं, 101 मुस्लिम पुरुष और 6 मुस्लिम महिलाएं भी रोजा रख रही हैं. रमज़ान के पूरे महीने कैदी रोजा रखेंगे और सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक कुछ ना खाएंगे ना पीएंगे. जेल प्रशासन की ओर से इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है. आम कैदियों के द्वारा भी इन लोगों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने खोला पहला रोजा, मांगी दुआ- सबका रोजा कबूल हो

आचरण और नियत सही रखने की हिदायतः दरअसल रमजान पूरे 1 महीने तक चलने वाला त्यौहार है. जिसमें इस्लामिक मान्यता के अनुसार सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने तक कुछ भी खाया पिया नहीं जा सकता है. रोजे का मतलब सिर्फ यह नहीं है कि बस कुछ खाया पिया नहीं जाए. रोजा कबूल हो जाएगा. इस्लाम में रोजे का मतलब सिर्फ भूखे रहना नहीं है. रोजे की काबुलियत तभी है, जब इंसान दिन भर भूखे रह कर आचरण और नियत भी सही रखे. उन तमाम बुराईयों से दूर रहे, जिसे धार्मिक और नैतिक अधार पर सही नहीं माना जाता. रमजान में पाक-साफ रहकर रोजे की पवित्रता का ख्याल रखना भी जरूरी है.

ये भी पढ़ेंः Chaiti Chhath Pooja 2022: माहे रमजान और नवरात्र साथ-साथ, छठ घाट की सफाई में जुटे मुस्लिम समुदाय के लोग

5 अप्रैल से चैती छठ की शुरुआतः वहीं, कल से यानी कि 5 अप्रैल से चैती छठ की शुरुआत हो रही है. चार दिनों तक चलने वाला ये महत्वपूर्ण त्यौहार होता है. जिसमें आम लोगों के साथ-साथ राजधानी पटना के बेउर जेल में बंद 10 महिला कैदी और 8 पुरुष के कैदी भी चैती छठ पूजा कर रहे हैं. जिसके लिए बेऊर जेल के तालाब को पूरी तरह से साफ सुथरा किया गया है और इनके लिए पूरी व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जा रही है. दरअसल यह पर्व कल नहाए खाए से शुरू होगा और 6 तारीख को श्रद्धालु खरना का प्रसाद ग्रहण करेंगे, उसके बाद इस तपती गर्मी में 48 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाएगा.

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पटनाः पूरी दुनिया में इस्लामिक महीने रमजान की शुरूआत (One Month Ramadan start) हो चुकी है. भारत में भी 3 अप्रैल से मुसलमान रोजे रख रहे हैं. इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग इस पूरे महीने में रोजा रखेंगे. रमजान को लेकर बेऊर जेल पटना में भी चहल-पहल बढ़ गई है, जेल में बंद 107 मुस्लिम कैदी रोजा (Hindu And Muslim Prisoners Fasting For Ramadan) रख रहे हैं, जिसमें 1 हिंदू भी शामिल हैं, जो पूरी आस्था के साथ फास्टिंग कर रहे हैं. जेल जेल प्रशासन की ओर से भी इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है.

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जेल में हिंदू कैदी रख रहा रोजाः राजधानी पटना के बेउर जेल में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रोजा रख रहे हैं. जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जेल में बंद एक हिंदू कैदी संतोष कुमार चौरसिया भी रोजे रख रहे हैं. वहीं, 101 मुस्लिम पुरुष और 6 मुस्लिम महिलाएं भी रोजा रख रही हैं. रमज़ान के पूरे महीने कैदी रोजा रखेंगे और सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक कुछ ना खाएंगे ना पीएंगे. जेल प्रशासन की ओर से इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है. आम कैदियों के द्वारा भी इन लोगों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है.

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आचरण और नियत सही रखने की हिदायतः दरअसल रमजान पूरे 1 महीने तक चलने वाला त्यौहार है. जिसमें इस्लामिक मान्यता के अनुसार सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने तक कुछ भी खाया पिया नहीं जा सकता है. रोजे का मतलब सिर्फ यह नहीं है कि बस कुछ खाया पिया नहीं जाए. रोजा कबूल हो जाएगा. इस्लाम में रोजे का मतलब सिर्फ भूखे रहना नहीं है. रोजे की काबुलियत तभी है, जब इंसान दिन भर भूखे रह कर आचरण और नियत भी सही रखे. उन तमाम बुराईयों से दूर रहे, जिसे धार्मिक और नैतिक अधार पर सही नहीं माना जाता. रमजान में पाक-साफ रहकर रोजे की पवित्रता का ख्याल रखना भी जरूरी है.

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5 अप्रैल से चैती छठ की शुरुआतः वहीं, कल से यानी कि 5 अप्रैल से चैती छठ की शुरुआत हो रही है. चार दिनों तक चलने वाला ये महत्वपूर्ण त्यौहार होता है. जिसमें आम लोगों के साथ-साथ राजधानी पटना के बेउर जेल में बंद 10 महिला कैदी और 8 पुरुष के कैदी भी चैती छठ पूजा कर रहे हैं. जिसके लिए बेऊर जेल के तालाब को पूरी तरह से साफ सुथरा किया गया है और इनके लिए पूरी व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जा रही है. दरअसल यह पर्व कल नहाए खाए से शुरू होगा और 6 तारीख को श्रद्धालु खरना का प्रसाद ग्रहण करेंगे, उसके बाद इस तपती गर्मी में 48 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाएगा.

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