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रेलवे की आपत्ति के बाद जेपी सेतु पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक

परिवहन मंत्री संतोष निराला के मुताबिक जेपी सेतु पर भारी वाहनों की आवाजाही रेलवे की आपत्ति के कारण बंद करनी पड़ी है. हालांकि प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था पर काम कर रही है.

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परिवहन मंत्री संतोष निराला
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Published : Feb 28, 2020, 3:11 PM IST

पटनाः गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु के जर्जर होने के कारण पटना के जेपी सेतु से भारी वाहनों की आवाजाही शुरू हुई थी. लेकिन अब रेलवे की आपत्ति की वजह से सरकार ने जेपी सेतु पर भी भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है. हालांकि, इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

परिवहन मंत्री संतोष निराला ने बताया कि रेलवे के डीआरएम ने निरीक्षण किया था. जिसके बाद मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया. पत्र के आधार पर पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद करने का फैसला लिया गया है. इससे पहले पुल पर रेलवे की ओर से आपत्ति जताने के बाद भी भारी वाहन की आवाजाही पर मंत्री ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि बैठक में रेलवे के अधिकारी भी शामिल थे. उसके बाद ही भारी वाहनों की आवाजाही शुरू करने का फैसला लिया गया था. वहीं, परिवहन मंत्री ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिया गया है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः PK के खिलाफ 10 करोड़ के डैमेज शूट का मुकदमा, बोले शाश्वत- मांफी मांग लें मामला हो जायेगा खत्म

बता दें कि गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है. गांधी सेतु के एक तरफ का हिस्सा बन कर 2020 में तैयार होते ही इसे चालू कर दिया जायेगा. इससे बड़ी राहत मिलेगी. हालांकि फिलहाल भारी वाहनों की आवाजाही नहीं होने से परेशानी बढ़ने वाली है. वहीं, ट्रक व्यवसायियों को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

पटनाः गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु के जर्जर होने के कारण पटना के जेपी सेतु से भारी वाहनों की आवाजाही शुरू हुई थी. लेकिन अब रेलवे की आपत्ति की वजह से सरकार ने जेपी सेतु पर भी भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है. हालांकि, इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.

परिवहन मंत्री संतोष निराला ने बताया कि रेलवे के डीआरएम ने निरीक्षण किया था. जिसके बाद मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया. पत्र के आधार पर पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद करने का फैसला लिया गया है. इससे पहले पुल पर रेलवे की ओर से आपत्ति जताने के बाद भी भारी वाहन की आवाजाही पर मंत्री ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि बैठक में रेलवे के अधिकारी भी शामिल थे. उसके बाद ही भारी वाहनों की आवाजाही शुरू करने का फैसला लिया गया था. वहीं, परिवहन मंत्री ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिया गया है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

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बता दें कि गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है. गांधी सेतु के एक तरफ का हिस्सा बन कर 2020 में तैयार होते ही इसे चालू कर दिया जायेगा. इससे बड़ी राहत मिलेगी. हालांकि फिलहाल भारी वाहनों की आवाजाही नहीं होने से परेशानी बढ़ने वाली है. वहीं, ट्रक व्यवसायियों को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

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