पटना: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में सही तरीके से कामकाज किये जाने को लेकर तदर्थ कमेटी बनाने के लिए एक पीआईएल पर पटना हाईकोर्ट में एक सप्ताह बाद सुनवाई की जाएगी (Bihar Cricket Association). याचिकाकर्ता अजय नारायण शर्मा की पीआईएल दायर पर चीफ जस्टिस केवी चन्द्रन की खंडपीठ सुनवाई कर रही है.
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खिलाड़ियों का सही तौर से नहीं हो रहा चयन: इस जनहित याचिका में चयनकर्ताओं, सपोर्ट स्टाफ और बीसीसी आई द्वारा संचालित घरेलू टूर्नामेंट में विभिन्न उम्र के राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को सही तौर से चयन करने को लेकर आदेश देने की मांग की गई है. पीआईएल में यह आरोप लगाया गया है कि प्रबंधन कमेटी में अवैध रूप से कुर्सी पर लोग बैठ गये हैं. बैठे लोग ही ऐसा कर रहे हैं.
खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट में भी कामयाब नहीं हो रहे : जनहित याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि बड़े पोस्ट पर कथित रूप से अवैध तौर पर बैठ गये हैं. ये लोग प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों के दावों को हतोत्साहित कर रहे हैं. खिलाड़ियों के मनमाने और अनुचित तौर से चयन कर क्रिकेट को बेचने पर उतारू हैं. इसलिए राज्य में खिलाड़ियों की स्थिति और भी खराब होते जा रही है. साथ ही इस से खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट में भी कामयाब नहीं हो रहे हैं.
अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद की जाएगी: सुप्रीम कोर्ट द्वारा बोर्ड ऑफ कंट्रोल फोर क्रिकेट इन इंडिया एंड अदर्स बनाम क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार व अन्य के मामले में सिविल अपील संख्या-4235 में 9 अगस्त, 2018 को दिये गए फैसले में दिया गया था. इसके अनुसार जस्टिस आरएम लोढ़ा कमेटी द्वारा की गई. अनुशंसा के आलोक में खिलाड़ियों का सही तौर से चयन करने हेतु क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के गठन करने को लेकर आदेश देने का अनुरोध किया गया है. इस मामलें पर अब अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद की जाएगी.