ETV Bharat / state

सिलेबस में रामायण शामिल कराने पर बोले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे- 'इतिहास की जानकारी सबको होनी चाहिए' - patna news

मध्य प्रदेश के स्कूलों में रामायण महाभारत और गीता का पाठ पढ़ाए जाने के फैसले के बाद अब बिहार में भी इसको लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. बीजेपी नेताओं ने 'धार्मिक इतिहास' की जानकारी सबको होने की बात कही.

मंगल पांडे,
मंगल पांडे
author img

By

Published : Sep 21, 2021, 8:30 PM IST

पटनाः स्कूली बच्चों में रामायण महाभारत और गीता की जानकारी हो इसे लेकर बहस शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश में स्कूल सिलेबस(school syllabus) में रामायण महाभारत को शामिल किया जा चुका है और बिहार में भी इसकी मांग जोर पकड़ने लगी है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे(Health MinisterMangal Pandey) ने कहा है कि होनहार बच्चे देश की परंपराएं धर्म और शास्त्र को समझें यह बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़ेंः 'अब्बा जान' वाले बयान पर मुश्किल में CM योगी, सीजेएम कोर्ट ने स्वीकारा परिवाद, अब होगी सुनवाई

दरअसल मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को धर्म और परंपरा का ज्ञान और उसके लिए रामायण महाभारत और गीता को सिलेबस में शामिल कराया गया है. बिहार में भी बच्चे परंपराओं से रूबरू हों, इसे लेकर रामायण और गीता को सिलेबस में शामिल किए जाने की मांग उठने लगी है. भाजपा कोटे के मंत्री इस विषय को सिलेबस में शामिल किए जाने के पक्ष में उतर आए हैं.

बयान देते स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे

'होनहार बच्चे देश की परंपराएं धर्म और शास्त्र को समझे यह बेहद जरूरी है. रामायण महाभारत और गीता के बारे में हर किसी को जानकारी होनी चाहिए. मैं शिक्षा मंत्री नहीं हूं. लेकिन इस ज्ञान को बच्चों के लिए जरूरी मानता हूं'- मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री

वहीं, वन पर्यावरण मंत्री नीरज बबलू ने भी कहा है कि बच्चों को रामायण गीता और महाभारत पढ़ाया जाना चाहिए और इसके लिए अगर सिलेबस में शामिल करने की जरूरत हो तो उसे भी करना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः तेजस्वी का बड़ा हमला, बोले- 'शराब माफिया और हथियार तस्करों को कौन देता है संरक्षण..सभी जानते हैं'

बता दें कि मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने फैसला किया है कि स्कूलों में अब रामायण का पाठ भी पढ़ाया जाएगा. सरकार ने हाल ही में जो पाठ्यक्रम जारी किया है, उसके मुताबिक रामचरितमानस का व्यावहारिक ज्ञान के नाम से एक पूरा पेपर होगा. जिसमें छात्रों को रामचरितमानस से जुड़े आदर्शों का अध्ययन कराया जाएगा. मध्य प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद बिहार में भी बीजेपी के नेताओं ने इसकी मांग शुरू कर दी है.

पटनाः स्कूली बच्चों में रामायण महाभारत और गीता की जानकारी हो इसे लेकर बहस शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश में स्कूल सिलेबस(school syllabus) में रामायण महाभारत को शामिल किया जा चुका है और बिहार में भी इसकी मांग जोर पकड़ने लगी है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे(Health MinisterMangal Pandey) ने कहा है कि होनहार बच्चे देश की परंपराएं धर्म और शास्त्र को समझें यह बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़ेंः 'अब्बा जान' वाले बयान पर मुश्किल में CM योगी, सीजेएम कोर्ट ने स्वीकारा परिवाद, अब होगी सुनवाई

दरअसल मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को धर्म और परंपरा का ज्ञान और उसके लिए रामायण महाभारत और गीता को सिलेबस में शामिल कराया गया है. बिहार में भी बच्चे परंपराओं से रूबरू हों, इसे लेकर रामायण और गीता को सिलेबस में शामिल किए जाने की मांग उठने लगी है. भाजपा कोटे के मंत्री इस विषय को सिलेबस में शामिल किए जाने के पक्ष में उतर आए हैं.

बयान देते स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे

'होनहार बच्चे देश की परंपराएं धर्म और शास्त्र को समझे यह बेहद जरूरी है. रामायण महाभारत और गीता के बारे में हर किसी को जानकारी होनी चाहिए. मैं शिक्षा मंत्री नहीं हूं. लेकिन इस ज्ञान को बच्चों के लिए जरूरी मानता हूं'- मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री

वहीं, वन पर्यावरण मंत्री नीरज बबलू ने भी कहा है कि बच्चों को रामायण गीता और महाभारत पढ़ाया जाना चाहिए और इसके लिए अगर सिलेबस में शामिल करने की जरूरत हो तो उसे भी करना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः तेजस्वी का बड़ा हमला, बोले- 'शराब माफिया और हथियार तस्करों को कौन देता है संरक्षण..सभी जानते हैं'

बता दें कि मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने फैसला किया है कि स्कूलों में अब रामायण का पाठ भी पढ़ाया जाएगा. सरकार ने हाल ही में जो पाठ्यक्रम जारी किया है, उसके मुताबिक रामचरितमानस का व्यावहारिक ज्ञान के नाम से एक पूरा पेपर होगा. जिसमें छात्रों को रामचरितमानस से जुड़े आदर्शों का अध्ययन कराया जाएगा. मध्य प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद बिहार में भी बीजेपी के नेताओं ने इसकी मांग शुरू कर दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.