पटनाः कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा बिहार के लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. जिसे लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान (Danish Rizwan) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वहां बिहारी अपने रोजी रोजगार के लिए जाते हैं. लेकिन आतंकी उन्हें निशाना बना रहे हैं. जो भी हो रहा है गलत है. दानिश ने स्थानीय लोगों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बिहार के लोगों की हत्या (Murder) का सिलसिला बंद नहीं हुआ तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा.
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हम प्रवक्ता ने आतंकवादियों को आश्रय देने वालों को चेतावनी दी है और कहा है कि संरक्षण देने वाले भी समझ लें अगर बिहार के लोग जाग गए तो फिर क्या होगा वो दुनिया देखेगी. इसीलिए बिहारियों को कमतर नहीं आंके और अपने इस करतूत को रोकें.
'मैं स्थानीय लोगों को भी कहना चाहता हूं कि आतंकवादी का साथ नहीं दें. नहीं तो इसका अंजाम भी अच्छा नहीं होगा'- दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता
दानिश रिजवान ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से बिहारियों के साथ हो रहे इस तरह के व्यवहार पर ध्यान देने का आग्रह किया है. साथ ही मांग की है कि कश्मीर को मात्र 15 दिनों के लिए बिहारियों के हवाले कर दिया जाए. बिहारी किस तरह आतंकवादी का सफाया करते हैं ये पता चल जायेगा. उन्होंने दावा किया कि बिहार के लोग आतंकवादियों से लड़ना जानते हैं और इसका बदला कैसे लिया जाएगा ये भी जानते हैं.
इससे पहले हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने भी ट्वीट कर घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि "कश्मीर में लगातार हमारे निहत्थे बिहारी भाईयों की हत्या की जा रही है, जिससे मन व्यथित है. अगर हालात में बदलाव नहीं हो पा रहे हैं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से आग्रह है कि कश्मीर को सुधारने की जिम्मेवारी हम बिहारियों पर छोड़ दीजिए. 15 दिन में सुधार नहीं दिया तो कहिएगा."
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बता दें कि कश्मीर में बिहारी मूल के नागरिकों को आतंकवादी लगातार अपना निशाना बना रहे हैं. हाल के कुछ ही दिनों में चार बिहारियों को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया है. बीते 5 अक्टूबर को भागलपुर के जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की श्रीनगर के लाल बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वीरेंद्र वहां ठेला लगाकर रोजी रोटी कमाने का काम करता था.
इसके बाद शनिवार को बांका के परघड़ी गांव के रहने वाले अरविंद कुमार साह की श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र स्थित एक पार्क के बाहर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक अरविंद वहां पिछले 15 वर्षों से ठेला पर गोलगप्पे बेचने का काम करता था. फिर आतंकियों ने रविवार यानी 17 अक्टूबर की शाम कुलगाम के वनपोह इलाके में अररिया जिले के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेंद्र ऋषिदेव को मौत के घाट उतार दिया. लगातार हो रही इस घटना को लेकर बिहार की तमाम राजनीतिक पार्टियों ने सरकार से इस तरह के आतंकवादी हमले को जल्द रोकना का आग्रह किया है.