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'तेज प्रताप से छीनी जा रही है हिस्सेदारी.. परिवार में हकमारी कर रहे हैं लालू.. नतीजा बगावत'

अपनी ही पार्टी से अलग-थलग पड़े तेजप्रताप यादव पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव परिवार की हकमारी कर रहे हैं. तेजस्वी सारी संपत्ति हड़पना चाहते हैं. पढ़ें पूरी खबर..

तेजप्रताप यादव
तेजप्रताप यादव
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Published : Oct 17, 2021, 2:33 PM IST

पटनाः बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के उपचुनाव में स्टैंड को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रवक्ता दानिश रिजवान (Danish Rizwan) ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव ने जिस तरह से बिहार की जनता के साथ अन्याय किया, उसी तरह से परिवार में भी अन्याय कर रहे हैं. इसी का नतीजा बगावत है.

इसे भी पढ़ें- ये तेजप्रताप यादव ने महाभारत का आगाज कर दिया, धृतराष्ट्र नहीं बनें लालू यादव: भाजपा

"परिवार में अगर किसी को मान-सम्मान नहीं मिलेगा तो वो बगावत करेगा ही. तेजस्वी यादव चाहते हैं कि पूरी संपत्ति को हड़प लें, पार्टी को हड़प लें. सब कुछ हड़पकर अगर तेजस्वी यादव मालिक बनेंगे तो परिवार में बगावत होगा ही. लालू जी के परिवार में यही हो रहा है. अगर न्याय होता तो लालू प्रसाद यादव अपने बड़े बेटे को राजनीति में सक्रिय कर पाते. लेकिन अब उनसे भी हिस्सेदारी छीन रहे हैं. लालू प्रसाद यादव अब परिवार में भी हकमारी कर रहे हैं."- दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

देखें वीडियो

बता दें कि बिहार में विधानसभा की कुशेश्वरस्थान सीट पर होने वाले उपचुनाव में तेजप्रताप यादव ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. तेजप्रताप ने बकायदा पत्र जारी कर अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है. माना जा रहा है कि तेजप्रताप के इस कदम के कारण कांग्रेस को फायदा पहुंचेगा. जबकि उनकी पार्टी आरजेडी भी इस सीट पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है.

इसे भी पढ़ें- तेजप्रताप ने खड़ा किया तारापुर उपचुनाव का प्रत्याशी.. तेजस्वी ने मिला लिया

गौरतलब है कि तेजप्रताप यादव इन दिनों अपनी ही पार्टी से अलग-थलग पड़े हुए हैं. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से खुले तौर पर नाराजगी के बाद अब उनकी अपने भाई तेजस्वी यादव से भी नहीं बन रही है. दोनों एक दूसरे पर कुछ भी बोलने से हमेशा बचते नजर आते हैं. ये अलग बात है कि खुद राबड़ी देवी या आरजेडी का कोई नेता इसे स्वीकार नहीं कर रहा है. बहरहाल, तेजप्रताप के बगावती तेवर के कारण आरजेडी को नुकसान न झेलना पड़े, इसे लेकर आरजेडी के नेताओं में डर है.

आपको याद होगा कि तेजप्रताप यादव समर्थित उम्मीदवार संजय यादव ने निर्दलीय तारापुर सीट से नामांकन किया था लेकिन तेजस्वी यादव ने उन्हें आरजेडी की सदस्यता दिला दी. माना जा रहा है कि तेजप्रताप यादव की नाराजगी इस कारण से और बढ़ गई है. इसके बाद अब उन्होंने खुले तौर पर कुशेश्वरस्थानस सीट से कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है.

पटनाः बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के उपचुनाव में स्टैंड को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रवक्ता दानिश रिजवान (Danish Rizwan) ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद यादव ने जिस तरह से बिहार की जनता के साथ अन्याय किया, उसी तरह से परिवार में भी अन्याय कर रहे हैं. इसी का नतीजा बगावत है.

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"परिवार में अगर किसी को मान-सम्मान नहीं मिलेगा तो वो बगावत करेगा ही. तेजस्वी यादव चाहते हैं कि पूरी संपत्ति को हड़प लें, पार्टी को हड़प लें. सब कुछ हड़पकर अगर तेजस्वी यादव मालिक बनेंगे तो परिवार में बगावत होगा ही. लालू जी के परिवार में यही हो रहा है. अगर न्याय होता तो लालू प्रसाद यादव अपने बड़े बेटे को राजनीति में सक्रिय कर पाते. लेकिन अब उनसे भी हिस्सेदारी छीन रहे हैं. लालू प्रसाद यादव अब परिवार में भी हकमारी कर रहे हैं."- दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

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बता दें कि बिहार में विधानसभा की कुशेश्वरस्थान सीट पर होने वाले उपचुनाव में तेजप्रताप यादव ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. तेजप्रताप ने बकायदा पत्र जारी कर अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है. माना जा रहा है कि तेजप्रताप के इस कदम के कारण कांग्रेस को फायदा पहुंचेगा. जबकि उनकी पार्टी आरजेडी भी इस सीट पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है.

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गौरतलब है कि तेजप्रताप यादव इन दिनों अपनी ही पार्टी से अलग-थलग पड़े हुए हैं. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से खुले तौर पर नाराजगी के बाद अब उनकी अपने भाई तेजस्वी यादव से भी नहीं बन रही है. दोनों एक दूसरे पर कुछ भी बोलने से हमेशा बचते नजर आते हैं. ये अलग बात है कि खुद राबड़ी देवी या आरजेडी का कोई नेता इसे स्वीकार नहीं कर रहा है. बहरहाल, तेजप्रताप के बगावती तेवर के कारण आरजेडी को नुकसान न झेलना पड़े, इसे लेकर आरजेडी के नेताओं में डर है.

आपको याद होगा कि तेजप्रताप यादव समर्थित उम्मीदवार संजय यादव ने निर्दलीय तारापुर सीट से नामांकन किया था लेकिन तेजस्वी यादव ने उन्हें आरजेडी की सदस्यता दिला दी. माना जा रहा है कि तेजप्रताप यादव की नाराजगी इस कारण से और बढ़ गई है. इसके बाद अब उन्होंने खुले तौर पर कुशेश्वरस्थानस सीट से कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है.

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