पटना: बिहार के सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी एक बड़ी समस्या है. विशेष रुप से अंग्रेजी, गणित और साइंस के टीचर्स की कमी को देखते हुए सरकार बिहार के स्कूलों में गेस्ट टीचर की सेवाएं ले रही है.
बिहार सरकार ने लॉकडाउन की वजह से उपस्थित मानते हुए सभी गेस्ट टीचर्स को बड़ी राहत देते हुए जुलाई का पारिश्रमिक जारी करने का आदेश दिया है. अहम बात यह है कि सरकार ने इन गेस्ट टीचर्स को छठे चरण के नियोजन में विशेष तरह की प्राथमिकता देने का निर्देश भी दिया है.
'अतिथि शिक्षकों को दी जाएगी विशेष वरीयता'
माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह ने आज सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को इसको लेकर निर्देश जारी किया है. कोविड-19 के कारण राज्य सरकार द्वारा घोषित माह जुलाई में लॉकडाउन अवधि का निर्धारित पारिश्रमिक अतिथि शिक्षकों को दिया जाएगा. इसके अलावे छठे चरण के नियोजन में भी इन शिक्षकों को नियोजन में विशेष वरीयता दिया जाएगा.
'शिक्षक नियोजन में दिया जाएगा वरीयता'
बता दें कि बिहार में छठे चरण के माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया चल रही है. शिक्षा विभाग ने इस छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया के दौरान उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पदस्थापन में वैसे उच्च माध्यमिक विद्यालय जहां अतिथि शिक्षक कार्यरत नहीं हैं, वहां पर नए शिक्षकों के पदस्थापन का आदेश जारी किया है.
अतिथि शिक्षकों को बड़ी राहत
गौरतलब है कि छठे चरण के माध्यमिक उच्च माध्यमिक नियोजन में करीब 30 हजार शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया चल रही है. लॉकडाउन की वजह से नियोजन पत्र बांटने के शेड्यूल में परिवर्तन किया गया है. इस बीच सरकार के इस आदेश से जहां अतिथि शिक्षकों को राहत मिली है, वहीं प्राथमिकता को लेकर एक बार फिर नया बवाल खड़ा हो सकता है.