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महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन, सरकारी अनदेखी से परिजनों का फूटा गुस्सा

वशिष्ठ बाबू के परिजनों ने भी पूरे घटनाक्रम पर अपनी नाराजगी जाहिर की.उनके भतीजे ने तो यहां तक कह दिया कि भारत में हुनर की कोई कद्र नहीं है. पूरा विश्व जिसकी प्रतिभा का लोहा मानता है उसके अपने देश ने ही उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया.

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Published : Nov 15, 2019, 12:10 AM IST

Updated : Nov 15, 2019, 12:33 AM IST

वशिष्ठ नारायण सिंह, गणितज्ञ

पटना: बिहार ने महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के रूप में आज अपना एक नायाब हीरा खो दिया. इस नुकसान पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम नीतीश कुमार तक ने गहरी संवेदना जताई है. आज पूरा देश इस विभूति के आगे नतमस्तक है, जिन्होंने अपने ज्ञान से पूरे विश्व को अपनी प्रतिभा का लोहा मानने पर मजबूर किया.

vashistha narayan singh
वशिष्ठ नारायण सिंह का पार्थिव शरीर

अपने देश में ही पराए हो गए वशिष्ठ बाबू
हालांकि दुखद ये है कि नासा में बतौर गणितज्ञ काम करने वाले और आइंस्टीन के सापेक्षता के सिद्धांत को चुनौती देने वाले वशिष्ठ नारायण सिंह को उनके अपने देश ने ही पराया कर दिया. प्रदेश में भी निधन के बाद पीएमसीएच प्रबंधन तक तय समय पर उन्हें एंबुलेंस भी मुहैया नहीं करवा सका. काफी देर तक उनका शव खुले आसमान के नीचे यूं ही पड़ा रहा. बाद में किरकिरी होती देख अस्पताल प्रबंधन ने जांच करने का रटा-रटाया जवाब देते हुए लीपापोती करने की कोशिश की..

वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन

'भारत में हुनर की कोई कद्र नहीं'
वशिष्ठ बाबू के परिजनों ने भी पूरे घटनाक्रम पर अपनी नाराजगी जाहिर की.उनके भतीजे ने तो यहां तक कह दिया कि भारत में हुनर की कोई कद्र नहीं है. पूरा विश्व जिसकी प्रतिभा का लोहा मानता है उसके अपने देश ने ही उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया.

vashistha narayan singh
राजीव रंजन, अधीक्षक, पीएमसीएच

सरकारी अनदेखी पर फूटा सबका गुस्सा
वहीं, वशिष्ठ बाबू के आखिरी लम्हों में सरकारी अनदेखी पर पप्पू यादव ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया, तो रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट के जरिए सीएम नीतीश, पीएमसीएच और पूरे सिस्टम को जमकर लताड़ लगाई. जाने-माने कवि और लेखक कुमार विश्वास ने भी इस महान शख्सियत की इतनी बड़ी उपेक्षा पर बिहार सरकार की तुलना पत्थर से कर डाली.

पटना: बिहार ने महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के रूप में आज अपना एक नायाब हीरा खो दिया. इस नुकसान पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम नीतीश कुमार तक ने गहरी संवेदना जताई है. आज पूरा देश इस विभूति के आगे नतमस्तक है, जिन्होंने अपने ज्ञान से पूरे विश्व को अपनी प्रतिभा का लोहा मानने पर मजबूर किया.

vashistha narayan singh
वशिष्ठ नारायण सिंह का पार्थिव शरीर

अपने देश में ही पराए हो गए वशिष्ठ बाबू
हालांकि दुखद ये है कि नासा में बतौर गणितज्ञ काम करने वाले और आइंस्टीन के सापेक्षता के सिद्धांत को चुनौती देने वाले वशिष्ठ नारायण सिंह को उनके अपने देश ने ही पराया कर दिया. प्रदेश में भी निधन के बाद पीएमसीएच प्रबंधन तक तय समय पर उन्हें एंबुलेंस भी मुहैया नहीं करवा सका. काफी देर तक उनका शव खुले आसमान के नीचे यूं ही पड़ा रहा. बाद में किरकिरी होती देख अस्पताल प्रबंधन ने जांच करने का रटा-रटाया जवाब देते हुए लीपापोती करने की कोशिश की..

वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन

'भारत में हुनर की कोई कद्र नहीं'
वशिष्ठ बाबू के परिजनों ने भी पूरे घटनाक्रम पर अपनी नाराजगी जाहिर की.उनके भतीजे ने तो यहां तक कह दिया कि भारत में हुनर की कोई कद्र नहीं है. पूरा विश्व जिसकी प्रतिभा का लोहा मानता है उसके अपने देश ने ही उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया.

vashistha narayan singh
राजीव रंजन, अधीक्षक, पीएमसीएच

सरकारी अनदेखी पर फूटा सबका गुस्सा
वहीं, वशिष्ठ बाबू के आखिरी लम्हों में सरकारी अनदेखी पर पप्पू यादव ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया, तो रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट के जरिए सीएम नीतीश, पीएमसीएच और पूरे सिस्टम को जमकर लताड़ लगाई. जाने-माने कवि और लेखक कुमार विश्वास ने भी इस महान शख्सियत की इतनी बड़ी उपेक्षा पर बिहार सरकार की तुलना पत्थर से कर डाली.

Intro:देश के जाने-माने गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन आज पटना के पीएमसीएच में सुबह 8:30 हो गया और इसके बाद करीब 2 घंटे तक वशिष्ठ नारायण सिंह का पार्थिव शरीर पटना के पीएमसीएच परिसर में ही स्ट्रेचर पर रखा रहा और इसको लेकर वशिष्ठ नारायण सिंह के परिजनों ने पीएमसीएच प्रशासन पर एंबुलेंस उपलब्ध ना करवाने के आरोप भी लगाए थे और इस पूरे मामले में सफाई देते हुए पीएमसीएच अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि वशिष्ठ नारायण सिंह का सम्मान पूरा पीएमसीएच प्रशासन करता है और पीएमसीएच पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार है और अगर कहीं चूक हुई भी है तो इस मामले की जांच करवा कर दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी....


Body:दरअसल देश के जाने-माने गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन गुरुवार को सुबह पटना के पीएमसीएच में हो गया और उनके परिजनों ने वशिष्ट नारायण सिंह की मौत के बाद पीएमसीएच प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पीएमसीएच प्रशासन ने वशिष्ठ नारायण सिंह के पार्थिव शरीर को घर ले जाने के लिए एंबुलेंस तक मुहैया नहीं करवाया इस मामले पर बोलते हुए पीएमसीएच अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि वशिष्ठ नारायण सिंह के परिजनों ने उन्हें मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया था और पहले भी जब वह बीमार पड़े थे तो उनका इलाज पीएमसीएच में ही हुआ था और आज भी इनका डेट सर्टिफिकेट पीएमसीएच प्रशासन ने पूरे सम्मान के साथ जारी किया है....


Conclusion:हालांकि कई घंटों तक एंबुलेंस मुहैया नहीं कराए जाने के आरोप का खंडन करते हुए पीएमसीएच अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि करीब पंद्रह से बीस मिनट के अंदर ही परिजनों द्वारा एंबुलेंस के मांग किए जाने के बाद ही वशिष्ठ नारायण सिंह के परिजनों को एंबुलेंस मुहैया करवा दी गई थी और अगर इस मामले में कहीं कोई चूक हुई है तो जांच करवाकर दोषियों पर मुकम्मल कार्रवाई की जाएगी....
Last Updated : Nov 15, 2019, 12:33 AM IST
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