ETV Bharat / state

पटना में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का राज्यपाल और सीएम ने किया स्वागत

पटना एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम ने स्वागत किया. यहां से राष्ट्रपति सीधे राजगीर के लिए रवाना हो गए हैं. उनके राजगीर आगमन पर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये गए हैं.

author img

By

Published : Oct 25, 2019, 10:58 AM IST

Updated : Oct 25, 2019, 12:25 PM IST

पटना एयरपोर्ट जाता सीएम का काफिला

पटनाः विश्व शांति स्तूप की 50 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. जहां मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिरकत कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति पटना एयरपोर्ट पहुंचे. पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से राजगीर के लिए रवाना हो गए.

patna
पटना एयरपोर्ट पर मौजूद सुरक्षाकर्मी

आपको बता दें कि राजगीर के रत्नागिरी में भव्य कार्यक्रम होगा. जिसमें इनके अलावा 8 देशों के 300 से अधिक बौद्ध धर्मावलंबी मौजूद रहेंगे. मंच पर पहली पंक्ति में राष्ट्रपति के साथ 7 अन्य लोग रहेंगे. राष्ट्रपति का पटना एयरपोर्ट पर राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम ने स्वागत किया. राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राजगीर के लिए रवाना हो गए. शेड्यूल के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजगीर में एक घंटा 25 मिनट तक रुकेंगे. इस दौरान 10 मिनट भाषण देंगे.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

बौद्ध मंत्रों से राजगीर रहेगा गूंजायमान
समारोह में राष्ट्रपति के अलावा उनकी पत्नी, राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान यहां बुद्धम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि और ना मु म्यो हो रें गे क्यो के बौद्ध मंत्रों से पूरा राजगीर गूंजायमान होता रहेगा.

nalanda
विश्व शांति स्तूप का मुख्य द्वार

विदेशों से भी आते हैं भक्त
जापान के फुजि गुरुजी के प्रेरणा से विश्व शांति स्तूप का निर्माण कराया गया था. इस स्तूप का डिजाइन वास्तुकार उपेंद्र महारथी ने तैयार किया था. विश्व शांति स्तूप का गुंबद 72 फीट ऊंचा है. रत्नागिरी पर्वत पर स्थित विश्व शांति स्तूप को देखने के लिए बड़ी संख्या में भारत और विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं. भगवान बुद्ध ने इसी स्थल से विश्व को शांति का उपदेश दिया था. विश्व शांति स्तूप का शिलान्यास 6 मार्च 1965 को तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन ने किया था.

nalanda
विश्व शांति स्तूप

सुरक्षा के कड़े इंतेजाम
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर यहां सड़क से लेकर पहाड़ तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. नालंदा ही नहीं आसपास के जिलों के सीमा को सील कर दिया गया है. आज ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे.

पटनाः विश्व शांति स्तूप की 50 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. जहां मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिरकत कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति पटना एयरपोर्ट पहुंचे. पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से राजगीर के लिए रवाना हो गए.

patna
पटना एयरपोर्ट पर मौजूद सुरक्षाकर्मी

आपको बता दें कि राजगीर के रत्नागिरी में भव्य कार्यक्रम होगा. जिसमें इनके अलावा 8 देशों के 300 से अधिक बौद्ध धर्मावलंबी मौजूद रहेंगे. मंच पर पहली पंक्ति में राष्ट्रपति के साथ 7 अन्य लोग रहेंगे. राष्ट्रपति का पटना एयरपोर्ट पर राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम ने स्वागत किया. राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राजगीर के लिए रवाना हो गए. शेड्यूल के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजगीर में एक घंटा 25 मिनट तक रुकेंगे. इस दौरान 10 मिनट भाषण देंगे.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

बौद्ध मंत्रों से राजगीर रहेगा गूंजायमान
समारोह में राष्ट्रपति के अलावा उनकी पत्नी, राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान यहां बुद्धम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि और ना मु म्यो हो रें गे क्यो के बौद्ध मंत्रों से पूरा राजगीर गूंजायमान होता रहेगा.

nalanda
विश्व शांति स्तूप का मुख्य द्वार

विदेशों से भी आते हैं भक्त
जापान के फुजि गुरुजी के प्रेरणा से विश्व शांति स्तूप का निर्माण कराया गया था. इस स्तूप का डिजाइन वास्तुकार उपेंद्र महारथी ने तैयार किया था. विश्व शांति स्तूप का गुंबद 72 फीट ऊंचा है. रत्नागिरी पर्वत पर स्थित विश्व शांति स्तूप को देखने के लिए बड़ी संख्या में भारत और विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं. भगवान बुद्ध ने इसी स्थल से विश्व को शांति का उपदेश दिया था. विश्व शांति स्तूप का शिलान्यास 6 मार्च 1965 को तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन ने किया था.

nalanda
विश्व शांति स्तूप

सुरक्षा के कड़े इंतेजाम
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर यहां सड़क से लेकर पहाड़ तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. नालंदा ही नहीं आसपास के जिलों के सीमा को सील कर दिया गया है. आज ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे.

Intro:एंकर विश्व शांति स्तूप की 50 वीं वर्षगांठ पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज राजगीर जा रहे हैं आपको बता दें कि राजगीर के रत्नागिरी में भव्य कार्यक्रम होगा जिसमें इनके अलावा 8 देशों के 300 से अधिक बौद्ध धर्मावलंबी मौजूद रहेंगे मंच पर पहली पंक्ति में राष्ट्रपति के साथ 7 अन्य लोग होंगे राष्ट्रपति पटना एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं और यहां से एयरपोर्ट के विमान से राजगीर के लिए रवाना हो गए हैं उनके साथ राज्यपाल फागू चौहान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राजगीर के लिए रवाना हो गए हैं


Body:शेड्यूल के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजगीर में एक घंटा 25 मिनट रुकेंगे और 10 मिनट भाषण देंगे आज ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद फिर पटना आकर दिल्ली के लिए रवाना होंगे वॉक थ्रू कुन्दन कुमार


Conclusion:
Last Updated : Oct 25, 2019, 12:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.