पटनाः विश्व शांति स्तूप की 50 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. जहां मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिरकत कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति पटना एयरपोर्ट पहुंचे. पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से राजगीर के लिए रवाना हो गए.
आपको बता दें कि राजगीर के रत्नागिरी में भव्य कार्यक्रम होगा. जिसमें इनके अलावा 8 देशों के 300 से अधिक बौद्ध धर्मावलंबी मौजूद रहेंगे. मंच पर पहली पंक्ति में राष्ट्रपति के साथ 7 अन्य लोग रहेंगे. राष्ट्रपति का पटना एयरपोर्ट पर राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम ने स्वागत किया. राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी राजगीर के लिए रवाना हो गए. शेड्यूल के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजगीर में एक घंटा 25 मिनट तक रुकेंगे. इस दौरान 10 मिनट भाषण देंगे.
बौद्ध मंत्रों से राजगीर रहेगा गूंजायमान
समारोह में राष्ट्रपति के अलावा उनकी पत्नी, राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान यहां बुद्धम शरणम गच्छामि, संघम शरणम गच्छामि और ना मु म्यो हो रें गे क्यो के बौद्ध मंत्रों से पूरा राजगीर गूंजायमान होता रहेगा.
विदेशों से भी आते हैं भक्त
जापान के फुजि गुरुजी के प्रेरणा से विश्व शांति स्तूप का निर्माण कराया गया था. इस स्तूप का डिजाइन वास्तुकार उपेंद्र महारथी ने तैयार किया था. विश्व शांति स्तूप का गुंबद 72 फीट ऊंचा है. रत्नागिरी पर्वत पर स्थित विश्व शांति स्तूप को देखने के लिए बड़ी संख्या में भारत और विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं. भगवान बुद्ध ने इसी स्थल से विश्व को शांति का उपदेश दिया था. विश्व शांति स्तूप का शिलान्यास 6 मार्च 1965 को तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन ने किया था.
सुरक्षा के कड़े इंतेजाम
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर यहां सड़क से लेकर पहाड़ तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. नालंदा ही नहीं आसपास के जिलों के सीमा को सील कर दिया गया है. आज ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे.