पटना: राजधानी पटना के तारामंडल सभागार में सिल्क इंडिया प्रदर्शनी (Silk India Exhibition Patna) का आयोजन चल रहा है. इस प्रदर्शनी में देश के 14 राज्यों के बुनकर अपने सिल्क के उत्पादों को लेकर पहुंचे हुए हैं. प्रदर्शनी में बेंगलुरु के कारीगर विश्वा के द्वारा सोने ( Gold Embroidered Sarees In Patna) और चांदी ( Silver Embroidered Sarees In Patna) की कारीगरी कर तैयार की गयी साड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
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सोने-चांदी की कढ़ाई वाली साड़ी बनी आकर्षण का केंद्र: इस प्रदर्शनी में आने वाले लोग साड़ी को लेकर काफी उत्सुकता से जानकारी ले रहे हैं. विश्वा ने इसके अलावा मलबरी सिल्क पर चांदी की कढ़ाई से साड़ियां तैयार की है और यह स्टॉल पूरे सिल्क प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र है. विश्वा ने बताया कि उनके पास 4 ग्राम सोना और 120 ग्राम चांदी की कढ़ाई से तैयार की गयी मलबरी सिल्क की साड़ी है. इस साड़ी की कीमत 1.20 लाख रुपए है.
"इसकी कढ़ाई मेरे परिवार वालों ने अपने हाथों से की है. एक साड़ी को बनाने में 45 दिन का समय लगता है. इस पूरे साड़ी की वजन 1 किलो 100 ग्राम है. इस प्रकार की साड़ियां आर्डर मिलने पर ही हम बनाते हैं. यदि सोना अधिक इस्तेमाल किया जाता है तो साड़ी की कीमत भी बढ़ जाती है."- विश्वा, बेंगलुरु से आए हुए कारीगर
'जब चाहें साड़ी से सोना-चांदी अलग कर सकते हैं': विश्वा ने बताया कि इसे भूल से भी पानी से नहीं धोना होता है. इसे साफ कराने के लिए ड्राई क्लीनिंग में दीजिए और पोलिश कराइए. उन्होंने बताया कि यह साड़ी 20-25 साल पुरानी हो जाने के बाद टूटने लगेगी. ऐसे में सिल्क टूटने लगे तो किसी भी कांजीवरम दुकान वाले को जाकर इस साड़ी का सोना और चांदी पूरी तरह से अलग निकलवाया जा सकता है. बाजार में उस समय सोना और चांदी का जो भाव होगा वह मिल जाएगा. इसके अलावा उनके पास ₹35000 की एक और साड़ी है जिस पर 40 ग्राम चांदी से बॉर्डर की कढ़ाई की गई है. डिस्काउंट में यहां अभी ₹25000 में उपलब्ध है.
महिलाओं के मन भा रही साड़ियां: प्रदर्शनी में सिल्क की साड़ियों के स्टॉल का भ्रमण कर रही मीना कुमारी ने बताया कि यहां काफी वैरायटी की साड़ियां नजर आ रही हैं. कई साड़ियां उन्हें काफी पसंद भी आ रही है लेकिन उनके हिसाब से बजट काफी अधिक हो रहा है. सिल्क में यहां बहुत अच्छे उत्पाद मौजूद हैं. सभी काफी आकर्षित कर रहे हैं.
"साड़ी की एक से बढ़कर एक वैरायटी है. साड़ियां बहुत खूबसूरत हैं लेकिन बजट ज्यादा हो रहा है."- मीना कुमारी, ग्राहक
"हर साल मैं दशहरा के पहले सिल्क इंडिया के प्रदर्शनी में आती हूं. सिल्क के उत्पाद खरीदती हूं. इस बार भी सिल्क की साड़ियां खरीदने आई हुई हूं और कई साड़ियां पसंद आ रही हैं. जब साड़ियां पसंद आ जाती है तो मोलभाव करके उसे ले ही लेती हूं. इस बार सिल्क की नई वैरायटी काफी सारे आए हुए हैं और सभी आकर्षक हैं."- गुंजा कुमारी, ग्राहक
"स्टॉल पर ₹1000 से लेकर ₹25000 तक की साड़ियां है. मूंगा, मलबरी सिल्क में कई वैरायटी की साड़ियां उपलब्ध है. तीक्षणा सिल्क में इस बार नए प्रोडक्ट आए हैं और यह ₹25000 तक के हैं. सिल्क इंडिया प्रदर्शनी की शुरुआत में ही पटनावासियों का रिस्पांस अच्छा मिल रहा है. जितनी भी साड़ियां इंस्टॉल पर हैं, उसे बनाने मे डेढ़ महीने से 2 महीने तक लग जाता है."- जुनेद अहमद, बनारस से आए हुए कारीगर