पटना: कोरोना के बीच बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इनदिनों गंगा के जलस्तर में भी काफी तेजी से वद्धि दर्ज की जा रही है. मानसून के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. इसके अलावा नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियों में पानी छोड़े जाने से राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.
राजधानी के गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. पटना के एनआईटी घाट पर केंद्रीय जल आयोग की ओर से लगे मीटर में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है. गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल से 10 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा है.
डूब गई घाट की कई सीढ़ियां
बता दें कि पटना में पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है. एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में सुबह गंगा का जलस्तर 48.69 मीटर दर्ज किया गया. जिससे साफ दिख रही घाट की सीढ़ियां पानी में पूरी तरह डूबी नजर आ रही है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी के जलस्तर में प्रति 4 घंटे 1 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है. साथ-साथ सोमवार को गंगा नदी के जलस्तर डेंजर लेवल 48.060 से 9 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा है. वहीं मंगलवार को केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 48.69 दर्ज किया गया है.