पटना: जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) इन दिनों चर्चा में हैं और वो जिस प्रकार से बयान दे रहे हैं, पार्टी नेतृत्व की मुश्किल बना रखे हैं. वो लगातार पार्टी नेतृत्व से सवाल पूछ रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी जवाब दिया है. ललन सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी में पूरा सम्मान दिया गया है, उनके लोगों को संगठन में जहां उन्होंने कहा, वहां जगह दी गई. अब उनकी मंशा क्या है, यह तो वही बता सकते हैं.
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"उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी में पूरा सम्मान दिया गया है, संगठन में जहां उन्होंने कहा, वहां उनके लोगों को जगह दी गई. अब उनकी मंशा क्या है, यह तो वही बता सकते हैं. यदि कोई बात है तो पार्टी मंच पर अपनी बात रख सकते हैं. लेकिन जिस तरह से सार्वजनिक बयान दे रहे हैं, इसका मतलब कुछ न कुछ मामला है. ऐसे आगे की उनकी क्या योजना है यह तो वहीं बता सकते हैं."- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू
कुशवाहा को मिल रहा पूरा सम्मान: ललन सिंह ने कहा कि एमएलसी का पद लॉलीपॉप थोड़े हो सकता है और उनकी सहमति के बाद ही उन्हें एमएलसी बनाया गया था. एक बाद उन्होंने जरूर कही है कि जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनसे सलाह नहीं ली गई. लेकिन सच्चाई नहीं है, वो गलत बोल रहे हैं. राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में अनिल हेगड़े का जब चयन किया गया और विधान परिषद के उम्मीदवार के रूप में अफाक खान और रविंद्र सिंह का चयन किया गया तो मैने खुद जाकर उन्हें बताया था. नामों की घोषणा करने से पहले उन्हें जानकारी दी गई थी. पार्टी क्या नोटिस भेजेगी, इस पर ललन सिंह कुछ भी बोलने से बचते दिखे.
कुशवाहा लगातार लगा रहे आरोप: एक तरफ उपेंद्र कुशवाहा लगातार बयान दे रहे हैं कि उन्हें जदयू संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर एक झुनझुना थमा दिया गया और एमएलसी का पद देकर लॉलीपॉप थमा दिया गया. कुशवाहा ये भी कह रहे हैं कि उनसे पार्टी में कोई राय नहीं ली जाती है और न ही उन्हें कुछ करने के लिए अधिकार दिया गया है. जदयू के कमजोर होने के साथ वो नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश करने का भी आरोप लगा रहे हैं, लेकिन ललन सिंह का साफ कहना है कि पार्टी में उन्हें पूरा सम्मान दिया गया है, ललन सिंह उपेंद्र कुशवाहा जिस प्रकार से सार्वजनिक बयान दे रहे हैं, उनकी मंशा पर भी सवाल खड़ा हो रहा है.