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3 सूत्री मांगों को लेकर जगदेव पथ पर धरने पर बैठे पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि

पटना में पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि (Former Union Minister Nagmani) ने प्रदर्शन किया और अपनी तीन सूत्रीय मांगों को रखा. उन्होंने मांग कि है कि देश में आबादी के हिसाब से आरक्षण दिया जाए. इसके अलावा सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लागू करने और ज्यूडिशरी सर्विसेज कमिशन बनाने की मांग की है. पढ़ें पूरी खबर..

पटना में धरने पर बैठे पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि
पटना में धरने पर बैठे पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि
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Published : Jun 15, 2022, 8:32 PM IST

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि शोषित इंकलाब पार्टी के बैनर तले बुधवार को जगदेव पथ पर स्थित जगदीश स्मृति के नीचे अपनी 3 सूत्री मांगों को लेकर घंटों धरने पर बैठे (Protest In Patna) रहें. जगदेव प्रसाद के पुत्र और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि के साथ सैकड़ों की तादाद में उनके समर्थक भी धरने पर मौजूद रहें. नागमणि ने कहा कि शोषित इंकलाब पार्टी में सोच और नए मुद्दों को लेकर प्रदेश में काम करेगी. यह पार्टी शहीद जगदेव प्रसाद और बाबा साहब अंबेडकर की नीति और सिद्धांत पर चलेगी.

यह भी पढ़ें: पटना: संयुक्त किसान मोर्चा का विरोध प्रदर्शन, 8 सूत्री मांग नहीं मानने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

पूर्व मंत्री ने किया तीन सूत्रीय मांग: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने 3 सूत्री मांग की है. उनकी पहला मांग है कि देश में आबादी के हिसाब से आरक्षण की नीति लागू की जाए. उन्होंने कहा कि देश में दस प्रतिशत सवर्णों को लिए 10% का आरक्षण दिया गया है, जबकि 52 फीसदी ओबीसी को 27% आरक्षण मिला हुआ है. उनकी दूसरी मांग है कि देश में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया जाए, क्योंकि दलितों और अति पिछड़ों के जैसे देश में मुसलमानों की भी स्थिति है. मुसलमानों की स्थिति सुधारने और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए यह जरूरी है.



ज्यूडिशरी सर्विसेज कमिशन की मांग: पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी तीसरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति कॉलेजियम सिस्टम को हटाकर के ज्यूडिशरी सर्विसेज कमिशन बनाने की मांग की है, ताकि मेरिट के आधार पर जज की नियुक्ति हो सके. उन्होंने कहा कि देश में 90 फीसदी ओबीसी, अति पिछड़ा और मुस्लिम समाज के लोग हैं, लेकिन हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जो जज हैं उनमें 98% ऊंची जाति के हैं. सच्चाई यह है कि अभी के समय ऊंची जाति के मेरिट वालों की भी नियुक्ति नहीं होती है.

उन्होंने कहा कि कॉलेजियम सिस्टम में मनमानी तरीके से जज के लिए अपने लोगों की नियुक्ति की जाती है. उन्होंने कहा कि वह कॉलेजियम सिस्टम के खिलाफ खेत खलियान से लेकर प्रखंड, जिला, प्रदेश मुख्यालय और संसद तक धरना देंगे, ताकि आम जनता जागृत हो. उन्होंने कहा कि वह प्रदेश में राजद, जदयू, भाजपा और कांग्रेस जैसे राजनीतिक दलों का विकल्प बनने की लड़ाई लड़ रहे हैं.

यह भी पढ़ें: अररिया में किसान मजदूर संगठनों ने किया पीएम मोदी का पुतला दहन

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पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि शोषित इंकलाब पार्टी के बैनर तले बुधवार को जगदेव पथ पर स्थित जगदीश स्मृति के नीचे अपनी 3 सूत्री मांगों को लेकर घंटों धरने पर बैठे (Protest In Patna) रहें. जगदेव प्रसाद के पुत्र और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि के साथ सैकड़ों की तादाद में उनके समर्थक भी धरने पर मौजूद रहें. नागमणि ने कहा कि शोषित इंकलाब पार्टी में सोच और नए मुद्दों को लेकर प्रदेश में काम करेगी. यह पार्टी शहीद जगदेव प्रसाद और बाबा साहब अंबेडकर की नीति और सिद्धांत पर चलेगी.

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पूर्व मंत्री ने किया तीन सूत्रीय मांग: पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने 3 सूत्री मांग की है. उनकी पहला मांग है कि देश में आबादी के हिसाब से आरक्षण की नीति लागू की जाए. उन्होंने कहा कि देश में दस प्रतिशत सवर्णों को लिए 10% का आरक्षण दिया गया है, जबकि 52 फीसदी ओबीसी को 27% आरक्षण मिला हुआ है. उनकी दूसरी मांग है कि देश में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया जाए, क्योंकि दलितों और अति पिछड़ों के जैसे देश में मुसलमानों की भी स्थिति है. मुसलमानों की स्थिति सुधारने और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए यह जरूरी है.



ज्यूडिशरी सर्विसेज कमिशन की मांग: पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी तीसरी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति कॉलेजियम सिस्टम को हटाकर के ज्यूडिशरी सर्विसेज कमिशन बनाने की मांग की है, ताकि मेरिट के आधार पर जज की नियुक्ति हो सके. उन्होंने कहा कि देश में 90 फीसदी ओबीसी, अति पिछड़ा और मुस्लिम समाज के लोग हैं, लेकिन हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जो जज हैं उनमें 98% ऊंची जाति के हैं. सच्चाई यह है कि अभी के समय ऊंची जाति के मेरिट वालों की भी नियुक्ति नहीं होती है.

उन्होंने कहा कि कॉलेजियम सिस्टम में मनमानी तरीके से जज के लिए अपने लोगों की नियुक्ति की जाती है. उन्होंने कहा कि वह कॉलेजियम सिस्टम के खिलाफ खेत खलियान से लेकर प्रखंड, जिला, प्रदेश मुख्यालय और संसद तक धरना देंगे, ताकि आम जनता जागृत हो. उन्होंने कहा कि वह प्रदेश में राजद, जदयू, भाजपा और कांग्रेस जैसे राजनीतिक दलों का विकल्प बनने की लड़ाई लड़ रहे हैं.

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