पटना: पूर्व विधान पार्षद रणवीर नंदन ने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उनके इस्तीफा देने के बाद पार्टी ने भी उनको 6 साल के लिए बर्खास्त करने का पत्र जारी किया है. इस बीच पूर्व एमएलसी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा उनके बारे में लगातार कुछ न कुछ टिप्पणी की जाती थी, जोकि बर्दाश्त से ज्यादा हो रहा था. इसीलिए उन्होंने मजबूर होकर जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है.
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रणवीर नंदन ने जेडीयू क्यों छोड़ा?: रणवीर नंदन ने कहा कि मामला सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है. दरअसल, जी-20 की बैठक के दौरान डिनर से जुड़ी एक तस्वीर सामने आई थी. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक साथ थे. उस पर उन्होंने कॉमेंट करते हुए लिखा था देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास कार्य करने के लिए जाने जाते हैं. कभी भी दोनों ने परिवार की राजनीति नहीं की है. इसी पर ललन सिंह ने हमें बहुत भला-बुरा कहा.
रणवीर नंदन ने ललन सिंह पर मनमानी का आरोप लगाया: रणवीर नंदन ने ये भी आरोप लगाया कि ललन सिंह ने मुझे बुलाकर कहा कि आप आरसीपी सिंह के गुट के आदमी हो. उन्हीं के साथ आप ज्यादा रहते थे. साथ ही उन्होंने हमें पार्टी को लेकर भी कई बातें कही, जिससे मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची. यही कारण था कि मैंने जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
"हम किसी भी पार्टी में रहकर अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं कर सकते हैं. हमने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है और आरसीपी सिंह को लेकर जो बात आज ललन सिंह का रहे हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही उस समय में हमें आरसीपी सिंह के यहां भेजते थे. सीएम कहते थे कि पार्टी के लिए काम करो, संगठन को लेकर काम करना है. ललन सिंह ने मेरे ऊपर जिस तरह से आरोप लगाया है, वह कहीं से भी उचित नहीं है. यही कारण है कि मैंने जनता दल यूनाइटेडा छोड़ दिया है"- रणवीर नंदन, पूर्व नेता, जेडीयू
किस पार्टी में जाएंगे रणवीर नंदन?: वहीं अपने भविष्य को लेकर पूर्व विधान पार्षद रणवीर नंदन ने पत्ता नहीं खोला है. उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को ही हम उसको लेकर कुछ बता पाएंगे. 2 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है, उसी दिन इस बारे में ऐलान करेंगे.