पटना: सूबे में कई जिले बाढ़ ग्रस्त हैं. हाल के दिनों में पटना के गंगा नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि दर्ज की गई थी. जिसके बाद पटना के आसपास के इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा. मगर अब यह खतरा कम होता हुआ नजर आ रहा है. विगत 2 दिनों से जिले में गंगा के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी. वहीं पिछले 24 घंटे में यह सिलसिला थमता हुआ नजर आया.
![गंगा के जलस्तर में आई गिरावट](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-03-ganga-water-lable-cosntant-pkg-bhc10088_31072020151207_3107f_1596188527_610.jpg)
पटना के इन आईटी घाट पर केंद्रीय जल आयोग द्वारा लगाए गए मीटर के रीडिंग के अनुसार गुरुवार को सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 47.52 मीटर दर्ज किया गया. जबकि शुक्रवार को भी यहां जलस्तर 47.54 मीटर दर्ज किया गया. कुल मिलाकर देखें तो पिछले 24 घंटे में पटना में गंगा नदी के जलस्तर में 2 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
कम हुआ बाढ़ का खतरा
बता दें कि राजधानी पटना के एनआईटी घाट पर मीटर रीडिंग के लिए जो इंडिकेटर बना हुआ है उसके मुताबिक वार्निंग लेवल 47.60 मीटर है. जबकि डेंजर लेवल 48.60 मीटर है. इस सीजन में अभी तक यह जलस्तर सबसे ज्यादा 48.10 मीटर दर्ज किया गया है. वर्तमान में गंगा नदी डेंजर लेवल से काफी नीचे बह रही है और वार्निंग लेबल से 8 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. गंगा का जलस्तर जिस अनुपात में कम हो रहा है, उससे नदी के निचले इलाके के आसपास के रहने वाले लोगों को थोड़ी राहत मिली है. साथ ही बाढ़ का खतरा कम हुआ है.