पटना: यूट्यूबर मनीष कश्यप के साथ एस्कॉर्ट कर रहे पांच पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. आर्थिक अपराध इकाई के निर्देश पर पटना एसएसपी ने उन सभी के खिलाफ ये एक्शन लिया है. ज्यूडिशियल कस्टडी में रहते हुए भी उसने जिस तरह से मीडिया से बातचीत की थी और सिस्टम पर गंभीर लगाए थे, वह बेहद गंभीर मामला था. जब वह ये सब कुछ कह रहा था, तब किसी पुलिसकर्मी ने उसे बोलने से नहीं रोका.
क्या है मामला?: दरअसल, तीन दिन पहले मनीष कश्यप ने ज्यूडिशियल कस्टडी में रहते हुए भी मीडिया कर्मियों से बातचीत की थी. उसने बिहार सरकार और पूरे सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कई गंभीर आरोप लगाया था. जिसे आपत्तिजनक मानते हुए मामले में जांच का आदेश दिया गया. वहीं स्कॉट में तैनात पांचों पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण भी मांग गया.
पत्रकारों के सामने क्या कहा था मनीष ने?: ज्यूडिशियल कस्टडी में रहने के बावजूद उसने जिस अंदाज में पत्रकारों से बात की थी, उसको लेकर सवाल उठने लगे थे. उसने कहा था, 'गांजा से लेकर स्मैक तक से लेकर सब कुछ पहुंचता है. यहां तक कि चाकू-बंदूक पहुंचवाकर मरवा देगा ये लोग. मुझे फिर से झुकाने का प्रयास करेगा ये लोग लेकिन मैं फौजी का बेटा हूं. मर जाऊंगा लेकिन नहीं झुकूंगा इन लोगों के सामने. वादा करता हूं. एक दिन हम सरकार बनाएंगे और चलाएंगे भी और दिखाएंगे भी कि किस प्रकार से सरकार चलती है.' इस दौरान मनीष कश्यप ने तेजस्वी यादव को भी चुनौती दी थी.
मनीष कश्यप पर कई मामले दर्ज: आपको बताएं कि मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूर की पिटाई का फर्जी वीडियो प्रसारित करने का गंभीर आरोप है. तमिलनाडु सरकार ने उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम यानी एनएसए के तहत भी मामला दर्ज किया है. इसके साथ ही वह कई अन्य मामलों में नामजद अभियुक्त है. आर्थिक अपराध इकाई ने भी उसके खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. काफी समय तक वह तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद था. फिलहाल बेऊर जेल में बंद है.