पटना: आईजीआईएमएस (IGIMS) पटना में संचालित आईवीएफ सेंटर में टेस्ट ट्यूब बेबी का जन्म (test tube baby born at IGIMS Patna) हुआ है. यह पहला मौका है जब बिहार के किसी सरकारी अस्पताल में इस तरह का कोई कीर्तिमान रचा गया है. आईजीआईएमएस संस्थान के अधीक्षक मनीष मंडल (IGIMS Superintendent Manish Mandal) ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चा पूर्णत: स्वस्थ्य है और बहुत खुशी की बात है कि आईजीआईएमएस के आईवीएफ सेंटर में पहला बच्चा सुरक्षित पैदा लिया है.
यह भी पढ़ें: पटना के IGIMS में जन औषधि सप्ताह का तीसरा दिन, बच्चों के बीच बांटी गई चॉकलेट
शादी के 14 साल बाद मिथिलेश बने पिता: टेस्ट ट्यूब बेबी के लिए सहरसा के मिथिलेश कुमार और अनिता कुमारी ने आईजीआईएमएस में संपर्क किया था. मिथिलेश और अनिता 14 सालों से निःसंतान थे. दोनों को जब पता चला कि उन्हें माता पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है तो उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बता दें कि आईजीआईएमएस संस्थान में डॉक्टरों की एक टीम पिछले तीन साल से इस प्रोजक्ट पर काम रही थी. आखिरकार टीम से मिथिलेश कुमार और अनिता कुमारी ने संपर्क किया.
टेस्ट ट्यूब बेबी और IVF क्या है?: कभी-कभी ऐसा भी होता है कि पुरुष का शुक्राणु महिला के शरीर में भ्रूण का निर्माण करने के लिए पूरी तरह से उपजाऊ (fertile) नहीं होता है. इस स्थिति में बच्चा पैदा करने के लिए एक कृत्रिम विधि का सहारा लिया जाता है. जिसे टेस्ट ट्यूब बेबी कहते है. यह पूरी तरह से डॉक्टरों की निगरानी में किया जाता है.
वहीं आईवीएफ एक फर्टिलिटी उपचार है. जिसमें अंडों को शुक्राणु से अप्राकृतिक (artificially) तरीके से मिलाया जाता है. यह प्रक्रिया मेडिकल लैब में नियंत्रित परिस्थितियों में की जाती है. यह प्रक्रिया इंफर्टिल दम्पति और उन लोगों के लिए सहायक है, जिनको कोई जनेटिक दिक्कत होता है.
यह भी पढ़ें: पटना IGIMS में नए ऑपरेशन थियेटर का निर्माण जल्द, अस्पताल पर कम होगा मरीजों का दवाब
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP