पटना: बिहार सरकार ने प्रदेश में बालू खनन ( Illegal Sand Mining In Patna) पर पूरी तरह से रोक लगा रखा है. इसके बावजूद भी बालू के अवैध उत्खनन का कारोबार धड़ल्ले से जारी है. वहीं दूसरी ओर अवैध खनन को लेकर लगातार दो गुटों में गोलीबारी और कई तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. एक बार फिर बालू खनन को लेकर दो बालू माफियाओं के बीच जमकर गोलीबारी (Firing In Patna Bihta) हुई. इस दौरान कई पोकलेन मशीन को भी आग के हवाले ( Arson During Illegal Sand Mining In Patna) कर दिया गया.
पटना में अवैध बालू खनन जारी: मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद बालू घाट पर अवैध बालू को लेकर वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिली. दोनों गुटों के बीच जमकर गोलीबारी हुई. वहीं अवैध रूप से खनन कर रहे एक दर्जन से ऊपर पोकलेन मशीन को आग के हवाले कर दिया गया. इस घटना से बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है.
बालू माफियाओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई: बताया जाता है कि उक्त घाट पर दिन-रात लगातार अवैध बालू का खेल जारी है लेकिन इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन अंजान बनी है. यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी अवैध खनन में लगे पोकलेन मशीनों को आग के हवाले किया गया था. दो गुटों में लगातार वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गोलीबारी और हत्या भी होती रहती है. मंगलवार को भी गोलीबारी हुई और एक दर्जन से ऊपर पोकलेन मशीन को आग लगा दी गई.
गोलीबारी और आगजनी से दहला बिहटा: अवैध खनन के स्थान पर जाना भी खतरों से खाली नहीं होता है. पुलिस भी जाने से डरती है. इसी वजह से अवैध खनन करने वाले दबंग दिन-रात बालू का अवैध खनन करते हैं. फिलहाल दो गुटों के बीच किस बात को लेकर गोलीबारी और आगजनी हुई इसका कारण अबतक स्पष्ट नहीं हो सका है.
कई पोकलेन मशीन जलकर राख: इससे पहले भी अमनाबाद बालू घाट पर दो माह पूर्व बालू के वर्चस्व को लेकर हत्या हो चुकी है. वहीं इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है जबकि कई आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं. वहीं इस पूरे मामले पर बिहटा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि जानकारी प्राप्त हुई है कि थानाक्षेत्र अमनाबाद बालू घाट और टापू के आड़ में अवैध खनन का कारोबार बालू माफियाओं के द्वारा किया जा रहा था. पूर्व के विवाद को लेकर दो बालू माफियाओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई हुई है जिसमें कई पोकलेन मशीन जलने की बात सामने आई है.
"हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की तरफ से कोई आवेदन थाने में नहीं दिया गया है. पुलिस गांव में छापेमारी करने पहुंची थी लेकिन कोई भी व्यक्ति सामने नहीं आया. जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की जांच और पड़ताल में लगी हुई है."- रंजीत कुमार, बिहटा थानाध्यक्ष